कांग्रेस का मोदी पर संसद का अपमान करने का आरोप - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 28 नवंबर 2014

कांग्रेस का मोदी पर संसद का अपमान करने का आरोप

congress-blame-modi-to-defame-parliament
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद का अपमान करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि पिछले छह माह में जम्मू कश्मीर से लेकर ओडिशा तक आपदाएं आई तथा कुछ अन्य बडे हादसे भी हुए लेकिन श्री मोदी ने संसद या उससे बाहर इन ज्वलंत घटनाों पर एक शब्द भी बोलना उचित नहीं समझा। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में कहा कि श्री मोदी ने शुरु से ही संसदीय मान्यताों की अवहेलना शुरु कर दी थी। उन्होंने कहा कि पंरपरा यह रही है कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों का संसद में परिचय कराते हैं लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और प्रधानमंत्री की जगह वित्त मंत्री ने केंद्र में गठित नई सरकार के मंत्रियों का परिचय कराया। 

 उन्होंने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद जम्मू कश्मीर में बाढ ने तबाही मचाई और ओडिशा में समुद्री तूफान ने कहर बरपाया। इसी तरह से पटना में भगदड मचने से कई लोग मारे गए लेकिन प्रधानमंत्री ने इन घटनाों पर एक शब्द भी नहीं बोला। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री आम जनता के प्रति कितना संवेदनशील हैं इसका अनुमान इन घटनाों पर उनकी चुप्पी से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में देश ही नहीं विदेश में भी निर्धारित मान्यताों की धज्जियां उडाई है। उनका कहना था कि श्री मोदी विदेशों में जनसभाों को संबोधित कर रहे हैं जबकि इस तरह की परंपरा नहीं है। विदेश की धरती पर जिस जन समूह को संबोधित किया जा रहा है वह हमारे मतदाता भी नहीं हैं। उन्होंने श्री मोदी पर देश ही नहीं विदेशों में भी परंपरा को तोडने का आरोप लगाया।

कोई टिप्पणी नहीं: