फ्रांस ने कल चेतावनी दी कि अगर फिलीस्तन तथा इजरायल में आपस में समझौता नहीं किया तो वह फिलीस्तीन को एक तरफा मान्यता दे देगा। फ्रांस ने इसके साथ ही कहा है कि यह समझौता संयुक्तराष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार दो वर्ष की समय सीमा के भीतर कर लिया जाना चाहिए। फ्रांस की संसद फिलीस्तीन को मान्यता देने के प्रस्ताव पर 2 दिसंबर को विचार कर निर्णय करने वाली है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फ्रांस के इस कदम को बहुत ही गलत बताया है। लेकिन इस प्रस्ताव से फ्रांस की विदेशनीति में कोई परिवर्तन नहीं आयेगा।
सांसद दो दिसम्बर को सांकेतिक वोट देंगे। प्रस्ताव का विषय होगा फ्रांस की सरकार को फिलीस्तीन को मान्यता देना चाहिए या नहीं। अगर समझौते का अंतिम प्रयास विफल होगा तब फ्रांस फिलीस्तीन को मान्यता दे देगा। फ्रांस के विदेश मंत्री लारेंट फेवियस ने संसद में कहा कि हम इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव के हो जाने के बाद फ्रांस की कूटनीतिक में कोई परिवर्तन नहीं आयेगा। फिलीस्तीन की मान्यता के संबंध में इस तरह का प्रस्ताव स्वीडन आयरलैंड तथा स्पेन की संसद भी पास कर चुकी हैं।

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