मासूम कशिश की निमर्म हत्या से हर ओर आक्रोश
देहरादून, 26 नवम्बर (राजेन्द्र जोषी)। मासूम कशिश की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या से हर दिल दहलने के साथ ही आक्रोशित भी है। हर तरफ देखने को मिल रहा है तो सिर्फ आक्रोश। दरिंदे की गिरफ्तारी की मांग भी तेज होती जा रही है। पुलिस के हाथ भी अब तक खाली ही हैं। परिवारजनों के साथ ही क्षेत्रवासी गमजदा हैं। पुलिस ने कशिश का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। शव पुलिस अभिरक्षा में पिथौरागढ़ ले जाया जा रहा है। गौरतलब हो कि गुरूवार की शाम पिथौरागढ़ जनपद के पंडा निवासी ट्रांसपोर्टर महेश चन्द्र की 6 वर्षीय पुत्री कशिश शीशमहल के रामलीला मैदान में चल रहे रिसेप्शन से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई थी। इसके बाद पुलिस व परिजनों ने उसकी खोजबीन के प्रयास किए, लेकिन कोई पता नहीं चल सका। बच्ची की बरामदगी की मांग को लेकर बीते दिवस क्षेत्रवासियों ने काठगोदाम में नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया था। इसके बाद पुलिस ने क्षेत्रवासियों को आश्वासन देकर जाम खुलवाया था। कशिश की तलाश में पुलिस टीमें बाहरी शहरों में भी गई और उसकी नहरों, जंगलों व संभावित स्थानों में खोजबीन की गई, लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चला। मंगलवार को पुलिस कशिश को खोज ही रही थी कि घोड़ा बुग्गी वाले ने पुलिस को एक बालिका का शव पड़ा होने की सूचना दी। इस सूचना से पुलिस-प्रशासनिक महकमे में हडकंप मच गया। आनन-फानन में एसएसपी सेंथिल अबुदेई, नैनीताल एएसपी श्वेता चैबे, सीओ जीसी टम्टा, एसडीएम हरवीर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट आरडी पालीवाल, कोतवाल कुलदीप असवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल के आस-पास का क्षेत्र सील कर दिया। फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट डॉ दयाल शरण ने टीम के साथ मौके से आवश्यक साक्ष्य जुटाए। इस बीच कशिश के पिता महेश चन्द्र भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव की शिनाख्त अपनी पुत्री के रूप में की। कशिश की हत्या से पूर्व उसके साथ बलात्कार भी किया गया है। अत्यधिक रक्तश्राव उसकी मौत का कारण बना। शव मिलने की सूचना से नगर व आस-पास के क्षेत्रों में सनसनी फैली हुई है। वहीं परिजनों में भी कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। शव पुलिस अभिरक्षा में पिथौरागढ़ भेजा गया है।
पुलिस प्रशासन का किया पुतला दहन
कशिश की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या से आक्रोशित बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कोतवाली के समक्ष पुलिस का पुतला दहन किया। आक्रोशित कार्यकर्ताओं का कहना था कि एक के बाद एक मासूम दरिंदों के हाथों काल का ग्रास बन रही हैं। लेकिन पुलिस-प्रशासन इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हुआ है। उन्होंने घटना के जल्द खुलासे के साथ ही दरिंदे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। इस दौरान किशन गोपाल, ललित बाल्मीकि, वशिष्ट भारद्वाज, जोगेंदर राणा, मनोज देवल, विपिन, पारितोष, विकास आदि शामिल रहे।
बाजार पूर्ण रूप से रहे बंद
कशिश की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के विरोध में आज नगर समेत आस-पास के क्षेत्रों का बाजार पूर्ण रूप से बंद रहा। आक्रोशित लोगों ने शीशमहल में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। क्षेत्रवासी दरिंदे की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन देकर जाम खुलवाया। क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द घटना का खुलासा नही हुआ तो उग्र आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। घटना के विरोध में टैम्पों चालकों ने भी टैम्पों संचालन बंद रखा। साथ ही जो टैम्पों सडकों पर दौड़ते दिखाई दिये, उनके पहियां की हवा भी निकाली गई। इसके अलावा मेडिकल स्टोर स्वामियों ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
सीओ ने भाजपा कार्यकर्ताओं से की अभद्रता
कशिश की हत्या के विरोध में पुलिस बहुद्देशीय भवन के समक्ष धरना दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को सीओ के नेतृत्व में पुलिस ने खदेड़ डाला। इससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि वह दरिंदे की गिरफ्तारी को लेकर धरना दे रहे थे। आरोप है कि मौके पर पहुंचे सीओ जीसी टम्टा ने कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता कर डाली। इतना ही नहीं उन्हें वहां से खदेड़ डाला। इसके बाद कार्यकर्ता पुनरू पुलिस बहुद्देशीय भवन के गेट पर धरने पर बैठ गए। भाजपा नेता मदन मोहन जोशी का कहना था कि सीओ कशिश के लापता होने के बाद से लगातार यह बयान दे रहे थे कि उनके द्वारा शीशमहल गेट के आस-पास कांबिंग की जा रही है। उनका कहना है कि यदि कांबिंग की गई होती तो पहले कशिश का कोई सुराग क्यों नहीं लग पाया। वहीं शीशमहल गेट पर भी भाजपाईयों ने धरना दिया।
घटना के जल्द खुलासे की मांग
कशिश की नृशंस हत्या के विरोध में मस्जिदों के ईमामों ने हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी के नेतृत्व में एसएसपी सेंथिल अबुदेई से मुलाकात कर घटना के जल्द खुलासे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि हत्यारे को जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसे फांसी की सजा दी जाए, चाहे वह किसी भी धर्म का हो। आरोपी ने कशिश की नृशंस हत्या कर पवित्र भूमि को कलंकित किया है। इमामों का कहना था कि उजाला नगर निवासी 14 वर्षीय माजिद भी बीती 17 नवम्बर से लापता चल रहा है। उन्होंने उसकी भी सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई है। इस दौरान मौलाना मोहम्मद कासिम, मौलाना जलीश अहमद, रूमी वारसी, मुनब्बर अली, मौलाना मोहम्मद मुकीम कासमी, मोहम्मद शबी आदि शामिल रहे।
डॉ सदानन्द दाते को बुलाया हल्द्वानी
जिले की पुलिस की नाकामी के बाद सचिवालय से संबद्ध पूर्व में यहां पुलिस कप्तान रह चुके डॉ सदानन्द दाते को घटना के खुलासे के लिए हल्द्वानी बुलाया गया है। डॉ दाते का कहना है कि हर हाल में घटना का खुलासा किया जाएगा। आरोपी चाहे कोई भी हो और कहीं भी हो वह पुलिस के हाथों बच नहीं पाएगा। उनका कहना है कि कशिश मामले में पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे हैं, जिन्हें आधार बनाकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। इतना ही नहीं शक के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।
पुलिस की अकर्मण्यता की पोल खुली
हल्द्वानी शहर की बिगड़ती फिजां के लिए अगर पुलिस को दोषी करार दिया जाए तो कोई गलत नहीं होगा। पुलिस अपनी नाकामी को छिपाने के लिए पुलिस गूलों और नहरों की खाक छानती नजर आई। इतना ही नहीं पुलिस ने घर के आसपास छानबीन करना तक मुनासिब तक नहीं समझा, जिसने पुलिस की अकर्मण्यता की पोल खोल दी। हालांकि पुलिस के कुछ अधिकारी जंगलों की खाक छानने की बात कहती रही लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर रही। पुलिस ने दूर दराज के जंगलों में ही कांबिंग की जबकि नजदीक के जंगलों की ओर उसका ध्यान तक नहीं गया। जघन्य वारदात के बाद युवाओं में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। आक्राशित युवाओं ने एसएसपी और सीओ को भी खरी खोटी सुना डाली। उनका कहना था कि पुलिस प्रशासन के अफसर नेताओं और मंत्रियों के गुलाम बनकर रह गए हैं। यही कारण है कि शहर में अपराधिक गतिविधियों का ग्राफ बढ़ गया है।
खण्डूड़ी ने कानून व्यवस्था पर जताई नाराजगी
देहरादून। उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल से सांसद एवं पार्लियामेन्ट्री समिति डीफेन्स के चैयरमैन मेजर जनरल (से.नि.) भुवन चन्द्र खण्डूड़ी एवीएसएम ने जनपद पिथौरागढ की मासूम बच्ची के साथ हल्द्वानी में हुई शर्मनाक एवं दर्दनाक घटना के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होने मासूम बच्ची के परिजनो के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि यह घटना सुनकर उनको व्यक्तिगत रूप से गहरा आघात लगा है। उन्होने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर नारजगी जताते हुए दोषियों को तत्काल पकडने एवं कडी से कडी सजा दिये जाने की राज्य सरकार से अपील की है।


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