11वां अन्तरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन नेपाल के जनकपुर में होगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 18 दिसंबर 2014

11वां अन्तरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन नेपाल के जनकपुर में होगा

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ग्यारहवां अन्तरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन सीता की जन्मभूमि नेपाल के जनकपुर में 22 एवं 23 दिसम्बर को होगा. अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के अध्यक्ष एवं विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा0 वैद्यनाथ चौधरी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मैथिली अधिकार दिवस के अवसर पर नेपाल के जनकपुर में 22 एवं 23 दिसम्बर को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया है । इस सम्मेलन का उद्घाटन नेपाल के राष्ट्रपति डा. रामवरण यादव करेंगे जबकि मुख्य अतिथि नेपाल के भूतल परिवहन मंत्री विम्लेन्दू निधि होंगे. डा0 चौधरी ने कहा कि उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति डा0 साकेत कुशवाहा करेंगे. समारोह के पूर्व मिथिला की पारंपरिक पोशाक में एक शोभा यात्रा निकाली जायेगी तथा रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा. इस सम्मेलन में देश विदेश के एक हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे.

मैथिली सम्मेलन के अध्यक्ष ने कहा कि दूसरे दिन 23 दिसम्बर को भारत नेपाल के मिथिला भूभाग का र्सवांगीण विकास विषय पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया है । इसकी अध्यक्षता कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 देव नारायण झा करेंगे. उन्होंने कहा कि सम्मेलन में मिथिला राज्य की स्थापना को लेकर चलाये जा रहे आंदोलनात्मक काया6 की भी समीक्षा की जायेगी. इस मौके पर बिहार राज्य मैथिली अकादमी के अध्यक्ष एवं अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के कला एवं सांस्कृतिक प्रभारी कमला कांत झा ने कहा कि वर्ष 2003 में 22 दिसम्बर को ही मैथिली भाषा को संविधान की अष्टम अनुसूचि में शामिल किया गया था। इसके बाद से ही सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है । श्री झा ने कहा कि मैथिली भाषा को संविधान की अष्टम अनुसूचि में शामिल होने का पूरा लाभ आज भी नहीं मिल रहा है । उन्होंने कहा कि दरभंगा स्थित केन्द्र सरकार का गीत एवं नाटक प्रभाग का कार्यालय और आकाशवाणी केन्द्र मृतप्राय: हो गया है । बारशबार पत्र लिखे जाने के बाद भी इसके पुनरुद्धार के लिए कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि समस्तीपुर रेल मंडल के तहत विभिन्न स्टेशनों पर मैथिली भाषा में किये जाने वाले उद्घोषणा को भी एक साजिश के तहत बंद कर दिया गया है ।

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