ओबामा को बनारस घूमाने की सरकार की कोशिश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 22 दिसंबर 2014

ओबामा को बनारस घूमाने की सरकार की कोशिश

मोदी सरकार और ओबामा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इन दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। अगले महीने होने वाली इस यात्रा को लेकर अधिकारी कोशिश कर रहे हैं कि बराक ओबामा इस दौरान कुछ समय वाराणसी जाने के लिए भी निकाल सकें। सरकार के सूत्रों के कहना है कि मोदी सरकार इस बात को लेकर पूरी कोशिश कर रही है कि ओबामा अपने कार्यक्रम में कुछ समय पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाने के लिए भी निकालें। 

सूत्रों का कहना है कि ओबामा को वाराणसी ले जाने की सरकार की कोशिश इस बात की ओर इशारा करती है कि मोदी अब विदेशी मेहमानों को केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रखना चाहते। हालांकि, सरकार के लिए ओबामा के वाराणसी दौरे के बीच आ रही अड़चनों को दूर करना बड़ी चुनौती होगा। राष्ट्रपति भवन में ओबामा के लिए राजकीय भोज के अलावा कई अहम द्विपक्षीय मसलों पर होने वाली चर्चाओं का दौर बड़ी चुनौती हैं। वाराणसी का एयरपोर्ट भी अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन विमान के हिसाब से छोटा पड़ेगा। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाले शहर की व्यवस्था बनाना भी आसान नहीं होगा। 

विदेशी राजनेताओं को दिल्ली के अलावा ताजमहल के चलते आगरा भी खूब लुभाता है। सरकार चाहती है कि बेंगलुरु और हैदराबाद भी आईटी हब होने के नाते विदेशी राजनेताओं के दौरे के लिए चयनित किए जाएं। विदेशी राष्ट्र प्रमुखों के टूर पैकेज में ऐसे शहरों को भी शामिल किया जाएगा जहां संबंधित दोनों देश मिलकर कोई इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट बना रहे हों। 

पीएम मोदी खुद चाहते हैं कि विदेशी संबंधों में विविधता लाई जाए। यही कारण था कि जब मई में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आए तो उनके दौरे को अहमदाबाद से शुरू कराया गया। सूत्रों का कहना है कि पीएम चाहते थे कि भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी कुडनकुलम पावर प्लांट का दौरा करें लेकिन प्लांट में तकनीकी खराबी और अन्य कारणों के चलते उनके कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा। 

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