कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा झारखंड चुनाव के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में अपने नौ वर्ष के शासनकाल में प्रदेश में भ्रष्ट कुशासन पूंजीवाद और चहेते उद्योगपतियो को यहां की सम्पत्त्ि लुटा कर जनता को उनके प्राकृतिक संसाधनों जंगलो भूमि व रोजगार से वंचित करने का काम किया है । श्री सुरजेवाला ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रदेश के गठन के 14 वर्षो में सबसे अधिक समय तक भाजपा की सरकारे रहीं लेकिन भाजपा ने अपने शासन काल में राज्य में भ्रष्टाचार. नक्सलवाद पिछड़ेपन को बढ़ावा दिया 1 उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने बिजली इस्पात एवं कंपनियों के साथ 1 69 198.26 करोड़ रुपये के कुल 42 समझौते किये थे लेकिन इतने लंबे शासन के बावजूद एक भी करार को लागू नहीं किया गया है । श्री सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने 15 नवंबर 2002 को पूरे गाजे बाजे के साथ सुकरहटु में ग्रेटर रांची की आधारशिला रखी थी। उस समय कहा गया था कि ये परियोजनाये झारखंड को आधुनिकतम योजनाबद्ध और देश की सबसे बेहतरीन राजधानी मुहैया करायेगी तथा रांची देश के र्सवश्र्रेष्ठ व्यापार केन्द्र के रुप में उभरेगा लेकिन हम पूछना चाहते है कि उस योजना का क्या हश्र हुआ है । क्या भाजपा के नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य के लोगों को इसका जवाब देंगे.
श्री सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा और उसके नेता प्रदेश में व्याप्त पिछड़ेपन दिवालिया हालात चौतरफा गरीबी और मानव विकास सूचकांक की दुर्दशा के लिये सीध्ो तौर पर दोषी है ।उन्होंने कहा कि नये कोयला खान : विशेष प्रावधान : अध्यादेश से झारखंड जैसे कोयला उत्पादक राज्यों को रॉयल्टी एवं रोजगार के अवसरो का नुकसान उठाना पड़ेगा और ये सारे कोयला संसाधन निजी कंपनियों को साैंप दिये जायेंगे इससे सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनियो जैसे कोल इंडिया लिमिटेड उसकी सहयोगी कंपनियों सेंट्रल कोल फील्डस लिमिटेड रांची का एकाधिकार समाप्त हो जायेगा 1 इन स्थितियों में झारखंड के लिये कोयला रॉयल्टी से 20 हजार करोड़ रुपये का राजस्व कहां से जुटाया जायेगा जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उनके सहयोगी अपनी जनसभाों में राज्य को कोयला रॉयल्टी दिये जाने का प्रचार करते आ रहे है और प्रदेश की भोलीशभाली जनता को गुमराह कर सत्ता हथियाने की फिराक में है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार से ही झारखंड में संतुलित एवं समग्र विकास संभव है ।

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