विशेष आलेख : हिन्दुस्तानी खौफजदा, अलर्ट जारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 19 दिसंबर 2014

विशेष आलेख : हिन्दुस्तानी खौफजदा, अलर्ट जारी

हाफिज सईद की धमकी व परवेज मुसर्रफ के बयान के बाद स्कूलों से लेकर वाहनों तक में बच्चे दहशत मे तो रेलवे और सार्वजनिक जगहों समेत काशी के धार्मिक स्थलों की चैकसी बढ़ी  

school varanasi
सिडनी और पेशावर में दहशतगर्दो की खूनी खेल के बाद अब हिन्दुस्तान में भी आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। खासकर पाकिस्तान की सरजमी से 26-11 का मोस्ट वांटेड हाफिज सईद की धमकी व पूर्व राष्टपति परवेज मुसर्रफ द्वारा उसके सुर में सुर मिलाने के बाद स्थिति और भयावह हो चली है। इस बीच पाकिस्तानी कोर्ट द्वारा मुंबई हमलों के आरोपी लखवी को जमानत दें देने के बाद तो पुख्ता हो गया है कि पाक का दोगलापन खत्म नहीं हुआ है। मतलब साफ है आतंकी संगठनों की बुरी नजर अब भारत पर है। सुरक्षा एजेंसियों की दरख्वास के बाद केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने देशभर में एलर्ट जारी कर दिया है। स्कूलों, व स्कूलों के बसों समेत रेलवे स्टेशनों, सार्वजनिक स्थलों पर विशेष चैकसी बरतने को कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संसदीय क्षेत्र व धार्मिक नगरी काशी समेत विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गयी है। इस अलर्ट के बाद स्कूलों से लेकर घर पहुंचने तक बच्चों में खौफ तो देखा ही जा रहा है अभिभावक भी चितिंत नजर आने लगे है। 

school varanasi
धमकी ही सही लेकिन चैकन्ना तो रहना ही पड़ेगा, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इतनी जल्दी पाकिस्तान के आंसू सूख गए। 26-11 के मास्टर माइंड आरोपी रहमान लखवी को जमानत देकर भारत के जख्मों पर नवाज सरीफ ने नमक छिड़कने का काम किया है। जबकि कल ही मियां नवाज शरीफ ने गला फांड-फांड़ कर दुहाई दी थी कि पाकिस्तान की सरजमी से एक-एक आतंकी को खत्म करेंगें। फिर अचानक ये क्या है ? एक तरफ जहां पाकिस्तानी सरकार कहती है कि कोई अच्छा तालिबान, बुरा तालिबान नहीं होता है। वहीं दूसरी ओर लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकी और मुंबई हमलों के आरोपी जकीउर्रहमान लखवी को जमानत भारतीयों के गले के नीचे नहीं उतर रहा। लखवी पर मुंबई हमलों के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देने और हमले के दौरान उन्हें दिशा-निर्देश देने का आरोप है। साथ ही उस पर आतंकी कसाब के परिवार की आर्थिक मदद करने का भी आरोप है। भारत सरकार ने कई बार पाकिस्तान से लखवी को भारत को सौंपने की मांग की है। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने भारत को सौंपने के बजाएं उसके खातिरदारी में ही मसगूल रहा। हालांकि जमानत के तुरंत बाद भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि अगर वह आतंक से लड़ने के लिए गंभीर है तो मुंबई हमलों के मास्टर माइंड हाफिज सईद और दाउद इब्राहिम को भारत को सौंप दे। दोनों ही भारत की मोस्ट वांटेड की सूची में सबसे ऊपर हैं। इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी हाफिज सईद की वकालत करते हुए आर्मी स्कूल पर आतंकी हमले के लिए भारत को ही जिम्मेदार ठहराया है। इन बयानों व शरीफ की हरकतों से तो कत्तई नहीं लगता वह आतंक सफाएं के लिए गंभीर है। उल्टे लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा दिल्ली-आगरा हाईवे और दिल्ली के दो होटलों सहित काशी के धार्मिक स्थलों पर हमले की फिराक में हैं। सूत्रों की मानें तो हाफिज की कोशिश है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की 26 जनवरी को प्रस्तावित भारत यात्रा से पहले बड़ा हमला किया जाएं। खुफिया एजेंसी आईबी व मैक की इस जानकारी के बाद गृह मंत्रलय ने सभी राज्यों और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्कता बरतने का निदेश दिया है। खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि हाफिज अपने स्नेतों के जरिए भारत में ‘सॉफ्ट टारगेट’ की तलाश कर रहा है। उसने पिछले दिनों पाक में सभा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को खुली धमकी देते हुए भारत में तबाही फैलाने की बात कही थी। 

इसके अलावा खुफिया तंत्र ने यह भी सूचना दी है कि अलकायदा व आईएम इराक में कहर बरपा रहे आईएसआईएस से भी संपर्क साधा है। माना जा रहा है कि अगर तीनों आतंकी संगठनों का मिलना हुआ तो बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है। आंतकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए एक दूसरे से कम्यूनिकेट कर रहे हैं। वह इसके लिए फेसबुक और कुछ ईमेल सर्विस वालों की चैट फसलिटी का इस्तेमाल कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि आईएम का को-फाउंडर रियाज भटकल भी सोशल नेटवर्किंग के जरिए अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे सकता है। मोबाइल-कम-कंप्यूटर ऐप्लिकेशन आईएम निम्बज आतंकियों की पहली पसंद है। वे इसका प्रयोग फ्री कॉलिंग, फ्री मेसेजिंग के लिए करते हैं। सीमा पर घुसपैठ की तमाम साजिशें नाकाम होने के बाद पाकिस्तान सुरंग के जरिए घुसैपठ की कोशिश कर रहा है। खबर है कि सीमा पर लगातार आतंकी मुठभेड़ का क्रम जारी है। गौरतलब है कि छह साल पहले मुंबई में हुए 26ध्11 के हमले में 166 लोग मारे गए थे। हमले करने वाले आतंकियों एकमात्र आतंकी अजमल कसाब पकड़ा गया था। जिसे बाद में भारत सरकार ने फांसी दे दी थी। 





(सुरेश गांधी)

कोई टिप्पणी नहीं: