नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के अनुसार उसके द्वारा जाँचे गये 367 मामलों में चार्टर्ड अकाउंटेंटों (सीए) ने गलत जानकारी देकर सरकारी खजाने को 2813.11 करोड़ रुपये का चूना लगाया। संसद में आज पेश की गयी रिपोर्ट में सीएजी ने कहा हमने ऐसे मामले पाये जिनमें सीए ने पूरी और सही जानकारी नहीं दी जिससे 367 मामलों में 2813.11 करोड़ रुपये के कर का नुकसान हुआ। साथ ही 102 मामलों में रिपोर्ट या प्रमाणपत्र उनके पास उपलब्ध होने के बावजूद ॉंकलन अधिकारी उन सूचनाों का सही इस्तेमाल नहीं कर पाये और सरकारी खजाने को 1310.05 करोड़ रुपये के कर का नुकसान उठाना पड़ा। सीएजी के सामने 616 ऐसे मामले भी आये जिसमें सीए ने कर में छूट. लाभ पर देय कर आदि की गणना में गलती की।
वर्ष 2010..11 से 2012..13 और 2013..14 में ॉडिट के समय तक के लिए जारी रिपोर्ट में सीएजी ने कहा कि 2013..14 में 18.87 प्रतिशत सीए ने इंस्टीट्यू टऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंटऑफ इंडिया (आईसीएआई) द्वारा तय संख्या से ज्यादा कर ॉडिट प्रमाणपत्र जारी किये। इस दौरान खास बात यह रही कि आयकर विभाग ने पेशेवर अनदेखी में किसी भी सीए के खिलाफ कार्रवाई के लिए आईसीएआई के पास मामला नहीं भेजा। कुल 46 मामलों में कर ॉडिटर भी पिछले नुकसान और मूल्यक्षय की गलती को पकड़ पाने में विफल रहे जिससे 557.79 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है।

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