पटियाला हाउस की एक अदालत ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानि के मामले में केन्द्रीय सडक परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के आज अदालत में उपस्थित नहीं होने और आवश्यक कागजात नहीं साैंपने के कारण दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया है ।
श्री गडकरी ने श्री केजरीवाल पर उनकी छवि खराब करने के लिए मानहानि का मुकदमा र्दज किया था। इस मुकदमें में आप नेता जेल भी जा चुके हैं. मामले की आज सुनवाई थी लेकिन श्री गडकरी अदालत नहीं आये जिस कारण उन पर दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया. इस मामले की अगली सुनवाई अब 21 मार्च को होगी. अदालत ने अक्टूबर में सुनवाई के दौरान श्री केजरीवाल के खिलाफ आपराधिक मानहानि के मामले में आज के लिए सुनवाई तय की थी। उस समय सुनवाई के दौरान आप नेता के वकील ने अदालत को बताया था कि दोनों के बीच सुलह की संभावनाएं बन रही हैं और वह इस मामले को आपसी बातचीत से निपटाने के लिए अंतिम दौर में है ।
आप के वकील ने यह दलील अदालत के यह कहने पर दी थी कि क्या दोनों राजनीतिज्ञ इस मामले में किसी समझौते पर पहुंचे हैं. अदालत का कहना था कि यह प्रतिष्ठा की लडाई है और अच्छा होगा यदि इसे निपटा लिया जाये। श्री गडकरी ने अदालत से कहा था कि यदि केजरीवाल अपना बयान वापस ले लेंते हैं तो वह मामले पर समझौते के लिए तैयार हैं. लेकिन केजरीवाल ने अपना बयान वापस लेने से इंकार कर दिया और उनके खिलाफ मुकदमा र्दज हुआ था। उन्होंने अपने बयान में श्री गडकरी को भ्रष्टतम नेताों में शामिल बताया था।श्री गडकरी ने अदालत को बताया था कि वह एक ईमानदार राजनीतिग्य है और श्री केजरीवाल के बयान से उनकी छवि खराब हुई है । केजरीवाल से उनकी कोई निजी दुश्मनी है । केजरीवाल के इस मामले में जमानत से मना करने पर उन्हें 21 मई को जेल भेज दिया गया .हालांकि एक सप्ताह के भीतर जमानत देकर वह बाहर आ गये थे.

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें