14वें वित्त आयोग की सिफारिश में राशि बढ़ाये जाने की मांग
शिमला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश के चौथे वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री कुलदीप कुमार ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, चौधरी बीरेन्द्र सिंह से भेंट की तथा उन्हें केन्द्र के 13वें वित आयोग में गलत सिफारिश के फलस्वरूप राज्य सरकार को हुए 10,000 करोड़ रुपये के घाटे के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने 14वें वित्त आयोग की सिफारिश के समय हिमाचल प्रदेश की वित्तिय स्थिति को ध्यान में रखते हुए इसकी राशि को बढ़ाए जाने का अनुरोध किया।उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि राज्य को मनरेगा के तहत दी जाने वाली राशि में भी कटौती की गई है तथा मनरेगा के तहत दी जाने वाली राशि भी अभी तक जारी नहीं की गई है। उन्होंने मनरेगा के तहत पंचायतों के पड़े बकाया मामलों में कटौती न करने और मनरेगा के तहत दी जाने वाली राशि को भी शीघ्र जारी करने का आग्रह किया।श्री कुलदीप कुमार ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री से हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक तथा वित्तिय स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य की लम्बित पड़ी मांगों के तहत धनराशि उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया। केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने राज्य सरकार की सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का तथा राज्य को हर सम्भव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
बाल अधिकारों का संरक्षण हर कीमत पर सुनिश्चित बनाया जाएगा: वीरभद्र सिंह
शिमला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि बाल अधिकारों का संरक्षण हर कीमत पर सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने ‘संरक्षण का अधिकार’ के अन्तर्गत बाल उत्पीडऩ एवं बच्चों के अवैध व्यापार पर नजर रखने और प्राथमिकता के आधार पर इसका निवारण किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री आज हिमाचल लोक प्रशासन संस्थान, फेयरलॉन, शिमला में बच्चों के अधिकार एवं सरंक्षण के विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे।कार्यशाला का आयोजन हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग व सर्व शिक्षा अभियान, हिमाचल प्रदेश के तत्वावधान में किया गया।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि दुनिया भर में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष सत्र में अपनाए गए उद्देश्यों एवं दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रदेश में 27 अप्रैल, 2013 को हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग का गठन किया गया था।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग प्रदेश में बाल अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने तथा सभी कानूनों, गतिविधियों, नीतियों, कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में पदाधिकारियों की भूमिका तथा बाल दुव्र्यवहार से संबंधित संस्थागत कामकाज के सन्दर्भ में जिम्मेवारियों का वहन करता है। उन्होंने कहा कि आयोग समाज में कहीं भी बाल उत्पीडऩ में संलिप्त पाए जाने वाले लोगों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित बनाने की जिम्मेवारी को निभाता है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आयोग बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रयासरत रहते हुए बच्चों के शिक्षा के अधिकार, स्वास्थ्य एवं पोषण को सुनिश्चित बनाने के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं, घरेलू हिंसा, दुराचार, अत्याचार, शोषण व पोर्नग्राफी इत्यादि के कारण बाल अधिकारों के हनन से संबंधित सभी कारकों की पड़ताल करेगा। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि अन्य सभी संवैधानिक अधिकारों के साथ बच्चों का ‘परिवार का अधिकार’ (राईट टू फैमिली) का भी विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि आयोग को विशेष देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों जिनमें अनाथ एवं हाशिए पर जीवन बिता रहे बच्चे शामिल हैं, से संबंधित मामलों पर गौर करने की आवश्यकता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल उत्पीडऩ रोकने के लिए आरम्भिक विद्यालय काल से ही तत्काल प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बच्चे समाज का भविष्य हैं और हर कीमत पर उनके भविष्य को सुरक्षित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों कोनि:शुल्क अनिवार्य शिक्षा, उनके अधिकारों का संरक्षण और उनके कल्याण को सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विशेष बच्चे भी समान अधिकारों व अनिवार्य प्रारम्भिक शिक्षा के हकदार हैंं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को सभी स्तरों पर बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित बनाने की जिम्मेवारी का वहन करना चाहिए।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि बाल कल्याण समितियां तथा बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए कार्य कर रही अन्य संस्थाएं प्रदेश में बच्चों के कल्याण की दिशा में कार्य कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि बाल अधिकार संरक्षण के लिए गठित आयोगों एवं संस्थाओं को बाल अधिकारों के हनन पर अनियमितताओं के निराकरण के लिए अपनी शक्तियों का प्रयोग करना चाहिए।उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 21 बाल गृह हैं तथा प्रदेश सरकार ने बच्चों को न्याय प्रदान करने के लिए किशोर न्याय बोर्डों का गठन किया है।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि बाल अधिकार एक महत्वपूर्ण मुद्दा है तथा अनाथ बच्चों का पुनर्वास महत्वपूर्ण है, जिसके सरकार कार्य कर रही है। आयोग को बच्चों की शिकायतों के निवारण पर और तत्परता से ध्यान केन्द्रित कर उनके अधिकारों को सुनिश्चित बनाना चाहिए। उन्होंने बच्चों के कल्याण के लिए कार्य कर रही बाल कल्याण समितियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बच्चों के कल्याण को ध्यान में रखकर बाल कल्याण समितियां एवं किशोर न्यायालयों का गठन किया है।इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती श्यामा डोगरा ने आयोग की गतिविधियों के बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बच्चों के संरक्षण के अधिकार तथा उनके नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार के बारे में भी जानकारी दी।हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सचिव श्रीमती मधुबाला शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य श्रीमती कुसुम वर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती जेनब चन्देल, हिमाचल प्रदेश सामाजिक विकास बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती सत्या परमार, हिमाचल प्रदेश बाल कल्याण समिति की महासचिव श्रीमती राज कुमारी सोनी, राज्य चुनाव आयुक्त श्री टी.जी. नेगी, हिमाचल लोक प्रशासन संस्थान के निदेशक श्री प्रियातु मण्डल, विशेष सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्री एम.पी. सूद, हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य तथा स्कूल प्रबन्धन समितियों के सदस्यों सहित अन्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
वार्षिक समारोहों से बच्चों में विकसित होती है प्रतिस्पर्धा की भावना-बुटेल
धर्मशाला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। वार्षिक पारितोषिक समारोहों के आयोजन से बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है। इससे एक और जहां मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किये जाने से उनका उत्साहवर्धन होता है, वहीं यह तमाम विजेता अन्य छात्रों के सामने आदर्श के रूप में प्रस्तुत होते हैं और अन्य बच्चों को आगे बढऩे के लिये प्रेरित करते हैं। आज के कठिन प्रतिस्पर्धात्मक युग में छात्रों को एक दूसरे से आगे बढऩे की होड़ में निरंतर प्रयासरत रहना चाहिये और कठिन परिश्रम एवं निरंतर धैर्य के साथ अपने मुकाम तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिये।यह उद्गार विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर सरकारी के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों, अभिभावकों और अध्यापकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज के कठिन प्रतिस्पर्धात्मक युग में छात्रों को एक दूसरे से आगे बढऩे की होड़ में निरंतर प्रयासरत रहना चाहिये और कठिन परिश्रम एवं निरंतर धैर्य के साथ अपने मुकाम तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिये। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद पर भी ध्यान केन्द्रित करेें। उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि वे अपने सपनों के आधार पर अपने क्षमतावर्धन पर फोकस रखें और अपनी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये अपना लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने बच्चों से नशे से दूर रहने का भी आह्वान किया। उन्होंने अध्यापकों से आह्वान किया कि वह विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करें ताकि स्कूल का वार्षिक परिणाम बेहतर हो। इससे पूर्व स्कूल के प्रधानाचार्य श्री अश्विनी कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए श्री बुटेल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिद्धपुर सरकार को 7 हजार, प्राथमिक पाठशाला सिद्धपुर सरकार को तीन हजार तथा एनकेएसडी पब्लिक स्कूल को तीन हजार रुपए अपनी ऐच्छिक निधि से देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने स्कूल के शौचालय के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 50 हजार रुपए स्वीकृत किए तथा स्कूल के अतिरिक्त दो अतिरिक्त कमरों के निर्माण का भी आश्वासन दिया। इस मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी अनिल कौल, एसडीओ विद्युत सुनील सोनी, एसडीओ आईपीएच दिलेर चौधरी, ग्राम पंचायत प्रधान करूण शर्मा, कांग्रेस मण्डल अध्यक्ष पालमपुर मदन दीक्षित, कांग्रेस मंडल के सुलह के प्रधान अरूण राणा, एसएमसी प्रधान सुभाष चंद, विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य तथा मुख्याध्यापक उपस्थित थे। इसके उपरांत विधानसभा उपाध्यक्ष बृज लाल बुटेल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घाड़ में भी बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य निमनदीप बिन्द्रा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। श्री बुटेल ने स्कूल में हैंडपंप के लिए मोटर लगाने के आईपीएच अधिकारियों को निर्देश दिए तथा स्कूल की चारदीवारी का एस्टीमेट बनाकर भेजने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कहा। उन्होंने शमशान घाट की मरम्मत के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 50 हजार रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को 7 हजार रुपए तथा वाद्य यंत्रों को खरीदने के लिए 3 हजार रुपए अपनी ऐच्छिक निधि से देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने स्कूल के संस्कृत प्राध्यापक जितेंद्र कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘हिमालय धरा की धरोहर’’ का विमोचन भी किया।
निर्धन लोगों की सहायता पर एक लाख 90 हजार व्यय- सुदेश मोख्टा
धर्मशाला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला रैडक्रॉस सोसायटी की कार्यकारिणी की तिमाही बैठक आज अतिरिक्त उपायुक्त सुदेश मोख्टा की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने बताया कि जिला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा सितम्बर से नवम्बर, 2014 तक निर्धन, बीपीएल परिवारों के लिए दवाईयां इत्यादि की आर्थिक सहायता में 110 निर्धन लोगों पर एक लाख 90 हजार 700 रुपए व्यय किए गए। उन्होंने बताया कि सोसायटी द्वारा जोनल अस्पताल धर्मशाला में क्षय रोग से पीडि़त लोगों के लिए 20 हजार रुपए की औषधियां उपलब्ध करवाई गईं तथा 200 लोगों को नजऱ के चश्में प्रदान किए गए। उन्होंने बताया कि उपमंडल स्तर पर निर्धन व्यक्तियों की सहायता के लिए कांगड़ा, बैजनाथ, नूरपुर, जयसिंहपुर, देहरा उपमंडलाधिकारियों को पात्र लोगों की सहायता के लिए 30-30 हजार रुपए दिए गए हैं ताकि निर्धन लोग उपमंडल स्तर पर आर्थिक सहायता का लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में पांच हजार रुपए की फस्र्ट ऐड किट तथा भी इसके अतिरिक्त राजकीय संस्कृत कॉलेज परागपुर में 132 विद्यार्थियों को सोसायटी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि नशा निवारण केंद्र में 96 लोगों को, फिजियोथेरेपी क्लीनिक में 627 लोगों को सोसायटी द्वारा लाभान्वित किया गया। जिला रैडक्रॉस सोसायटी ने पिछली तिमाही 12 शिविरों का आयोजन करके 10 लोगों को श्रवण यंत्र, 4 लोगों को व्हील चैयर, 6 लोगों को कृत्रिम अंग प्रदान करवाए हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी कलैण्डर-2015 का बिक्री रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा की जा रही है तथा किसी भी कार्यदिवस में लोग वहां से सरकारी कलैण्डर प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर जिला रैडक्रॉस सोसायटी के सचिव ओपी शर्मा ने रैडक्रॉस के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा आगामी तीन माह में आयोजित गतिविधियों को ब्यौरा देते हुए बताया कि समिति द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में शिविरों को आयोजन किया जाएगा ताकि जरूरतमंद लोगों को घर-द्वार पर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बीएम गुप्ता, डॉ बी.बी.कटोच, दशन लाल चौधरी, संतोष कटोच, उर्मिल राणा, बी.के. पराशर,तृप्ता टंडन, निर्मला मुंगरा, रमेश मस्ताना उपस्थित थे।
26 और 27 दिसम्बर को रहेगी विद्युत आपूर्ति बाधित
धर्मशाला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सहायक कार्यकारी अभियंता, विद्युत उपमंडल ई0 जफर इकबाल खान ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 के.वी.मंदल फीडर की तारों को बदलने के कारण गांव कोहाला, भड़वाल, मसरेड़, घियाना, मंदल व ढगवार इत्यादि गांवों में 26 दिसम्बर तथा 27 दिसम्बर, 2014 को प्रात: 10 बजे से सायं 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने इस दौरान जन सहयोग की अपील की है।
हरनाम सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त
धर्मशाला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग कार्यालय धर्मशाला में कार्यरत श्री हरनाम सिंह, क्लीनर की गत रात चंडीगढ़ फोर्टिस अस्पताल में मृत्यु हो गई। वह कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे। वह 42 वर्ष के थे तथा श्री हरनाम इस विभाग में वर्ष 2000 में बतौर क्लीनर भर्ती हुए थे। वह अपने पीछे अपनी बुजुर्ग माता, पत्नी तथा दो बच्चे छोड़ गए हैं। उनके अकस्मात निधन पर निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग श्री राकेश शर्मा ने उनकी मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया तथा उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है। उपनिदेशक अजय पराशर, जिला लोक सम्पर्क अधिकारी मु0 अमीन शेख चिश्ती, सहायक रेडियो अभियंता रवि कुमार व संदीप कुमार तथा कार्यालय के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनकी मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।
ज्वाली को नगरपालिका बनाए जाने हेतु आक्षेप एवं सुझाव आमंत्रित
धर्मशाला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। अतिरिक्त उपायुक्त, सुदेश मोख्टा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश नगरपालिका अधिनियम, 1994 की धारा 4 के अधीन जिला कांगड़ा के ज्वाली को बेहतर विकास और सुव्यवस्थित व्यवस्था के लिए अधिनियम की धारा 3 की उप-धारा 2 के अधीन नगरपालिका बनाने हेतु सुझाव आमंत्रित किए हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित क्षेत्र के निवासियों से नगर पंचायत ज्वाली की प्रस्तावित घोषणा के संबंध में उनके आक्षेप एवं सुझाव आमंत्रित किए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे आक्षेप और सुझाव इस अधिसूचना के राजपत्र में प्रकाशन की तिथि से छ: सप्ताह की अवधि के भीतर उपायुक्त, कांगड़ा के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य सचिव, शहरी विकास को लिखित में प्रस्तुत किए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि इस अवधि के पश्चात कोई भी आक्षेप स्वीकार नहीं किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि इस ज्वाली नगरपालिका में ज्वाली खास, सुनेहड़, बसंतपुर, कैहरियां, लव, मनेई, भोल, मकड़ाहन, पतन, ढन तथा टयुकरी क्षेत्रों को शामिल किए जाने प्रस्तावित हैं।
सरकार स्कूलों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प
धर्मशाला,23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव श्री नीरज भारती ने आज ज्वाली क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घाड़-जरोट में 32.87 लाख से निर्मित होने वाले अतिरिक्त भवन तथा साईंस प्रयोगशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में चरणबद्ध तरीके से साईंस प्रयोगशालाओं का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्कूल भवनों के सुधार पर लाखों रुपए खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों का दायित्व बनता है कि वह बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाएं। उन्होंने अध्यापकों से आग्रह किया वह परीक्षा के समय बच्चों को नकल करने से रोकें। उन्होंने कहा कि नकल एक मीठा जहर है जोकि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के प्रयत्नों को विफल कर रहा है। इसके उपरांत उन्होंने राजकीय उच्च पाठशाला ननाहर में 42.97 लाख से निर्मित होने वाले अतिरिक्त भवन का भी शिलान्यास किया।
उहल में 29 सितम्बर को प्रशासन जतना के द्वार
हमीरपुर, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। उपमण्डलाधिकारी (नागरिक), हमीरपुर डॉ चंा प्रकाश शर्मा ने जानकारी दी कि तहसील टौणी देवी के तहत ग्राम पंचायत उहल में 29 दिसम्बर को उप मण्डल स्तरीय प्रशासन जनता के द्वारा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने ग्राम पंचायत उहल तथा इसके साथ लगती पंचायतों की जनता से आग्रह किया है कि वे ग्राम पंचायत उहल के पंचायत घर उहल में अपनी समस्याओं के निपटारे के लिये उपस्थित हों। उन्होंने बताया कि प्रशासन जनता के द्वार में जनता द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना-पत्रों, शिकायत पत्राों का मौके पर निपटान करने के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने उपमण्डल स्तर के समस्त अधिकारियों को भी निर्देश दिये हैं कि वे प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम में निर्धारित तिथि को समय पर उपस्थित हों ताकि उनके विभाग से संबन्धित मामलों मौके पर निपटान कर जनता को लाभ मुहैय्या करवाया जा सके।
विदेशों में सफलता के झण्डें गाड रहे
हमीरपुर, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सैनिक स्कूल, कपूरथला (साईकेपियन) के पूर्व छात्र संघ को हिमाचल में एक संगठित रूप देने तथा पारिवारिक व अन्य समस्याओं, विचारों के आदान-प्रदान को मंच उपलब्ध करने के लिये अथक प्रयास किये जाने नितांत आवश्यक हैं। इस कड़ी में हम छोटे भाईयों ‘‘सुजानियन’’ को भी तदोपरान्त साथ लेकर चलेंगे। यह जारी एक प्रेस व्यान में उक्त विचार साईकेपियन एकता मंच के एडहॉक संयोजक संजीव जसवाल ने आज यहां जारी करते हुए कहा कि ‘‘ साईकेपियन’’ भारत के कोने-कोने से लेकर विदेशों में सफलता के झण्डें गाड रहे हैं, लेकिन यह खेद का विषय है कि दूर तो क्या, पास-पास रहते भी वर्षों के अलगाव के कारण एवं आपसी तालमेल के अभाव में कौन कहां पर है, क्या कर रहा है, इससे अनविज्ञा हैं। साईकेपियन-साईकेपियन आपस में पहले हैं, उनकी सामाजिक पद प्रतिष्ठा बाद में - क्योंकि घर के सदस्यों के लिये परस्पर स्नेह सर्वोच्च होता है । जसवाल ने सभी साईकेपियन से पुरजोर आग्रह किया है कि वे इस सपने को साकार करने हेतू 094184 35277, 098824 69277 पर सम्पर्क करें ताकि आगामी उद्देश्य पूर्ति हेतू संगठित होकर एक मंच पर एकत्रित होकर ठोस व सार्थक कदम उठा सकें और वर्ष में एक बार हिमाचल में भी साईकेपियन एकत्रित हो सकें। जसवाल ने कहा कि गौर तलब है कि सैनिक स्कूल, सुजानपुर के अस्तित्व में आने से पूर्व मात्र 10-15 छात्रों को कपूरथला में कोटा प्रदान किया गया था लेकिन हिमाचल में सुजानपुर स्थित सैनिक स्कूल खुलने पर हर वर्ष 7-8 गुणा छात्र (कैडेट) पास आऊट होते हैं। उन्होंने प्रत्येक साईकेपियन चाहे वह भारत का सैन्य अधिकारी हो, अर्ध सैनिक बलों में हो, सरकारी या गैर सरकारी सेवारत हो, व्यवसायी हो, किसान या बागवान के अलावा अन्य किसी भी कार्य में कार्यरत हो को एक मंच पर एकत्रित होने के लिये खुला निमंत्रण दिया है।
शिक्षा विहीन मनुष्य का जीवन अधूरा : इन्द्र दत्त लखनपाल
- व्यक्तित्व विकास के लिये छात्र संस्कारयुक्त शिक्षा ग्रहण करें
- बल्ह विहाल में 1 करोड़ से स्थापित होगी औद्योगिक इकाई
हमीरपुर, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। शिक्षा जीवन की मूलभूत आवश्यकता है, शिक्षा विहीन मनुष्य का जीवन अधूरा रहता हैं क्योंकि शिक्षा ही मनुष्य में आत्म विश्वास का संचार करती है और ऐसा मनुष्य जीवन के हर क्षेत्र में सुनियोजित ढंग से मेहनत कर लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। शिक्षा के लिये छात्रों में तीव्र लग्र होनी चाहिए, तभी व्यक्तित्व का सही विकास संभव है। यह विचार मुख्य संसदीय सचिव (ग्रामीण विकास) इन्द्रदत्त लखनपाल ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, धीबीरी में आयोजित वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किये। लखनपाल ने संस्कारयुक्त शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को विश्व भर का ज्ञान तो दिया जा रहा है लेकिन संस्कारयुक्त शिक्षा न होने से उनका सही विकास नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व के सही विकास न होने से बच्चे अपने आपको असहाय महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय पाठशाला के छात्राओं ने अपने योग्यता की हर क्षेत्र में अमिट छाप छोडी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई का उचित वातावरण बनाने के लिये बच्चों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने अध्यापगण से आग्रह किया कि वे बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ प्रतिस्पद्र्धात्मक युग में उन्हें अपने आपको तैयार रखने के लिये मार्ग दर्शन करते रहें ताकि वे समय पूर्व अपने निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिये दक्ष हो सकें। उन्होंने शिक्षकों तथा अभिभावकों से अपेक्षित सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि बच्चों प्रतिभा विकास के लिये घर में विशेष नज़र रखे और समय-समय पर पाठशाला के मुखिया और अध्यापगणों से सम्पर्क बनाए रखें। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के कल्याण के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थाओं में उपयुक्त शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध करवाने के लिये सरकार पर्याप्त ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि बिझड़ी स्कूल में 80 लाख रूपये की लागत से इन-डोर तथा बल्ह-विहाल स्कूल में 80 लाख रूपये की लागत से आऊट डोर स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा ताकि खिलाडि़ओं को अपनी प्रतिभा को निखारने के अवसर उपलब्ध हो सकें जिससे वे राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय मंचों की ओर अग्रसर हो कर प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने स्थानीय पाठशाला की समस्याओं पर बोलते हुए कहा कि विज्ञान तथा वण्जिय संकाय के अध्यापक शीघ्र ही उपलब्ध करवा दिए जाएंगे और स्कूल की अन्य समस्याओं का भी निदान आगामी वित्त वर्ष में प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा । उन्होंने आवारा पशुओं की समस्या पर बोलते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने गौ सदन बोर्ड का गठन किया है जिसके माध्यम से भूमि उपलब्ध होने पर गौ सदनों का निर्माण किया जाएगा । उन्होंने पंचायतों और स्वयं सेवी संगठनों से आग्रह किया है कि वे भी आपसी समन्वय स्थापित कर गौ सदनों का निर्माण करने के लिये आगे आएं। उन्होंने कहा कि बंदरों तथा जंगली जानवरों की समस्या से निपटने के लिये भी गम्भीर है तथा इससे निजात पाने के लिये लोगों से भी सुझाव मांगे जा रहे हैं। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा बड़सर विस में सामग्र विकास गति प्रदान करने और बिझड़ी को तहसील तथा भोटा को उप तहसील का दर्जा देने पर क्षेत्र की जनता की ओर से आभार प्रकट किया । उन्होंने कहा कि बल्ह-विहाल में एक करोड़ रूपये की लागत से उद्योगिक इकाई की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपना उद्योग स्थापित करने के लिये बल्ह विहाल में शैड निर्मित का आवंटित किये जाएंगे ताकि वे अपनी अजीविका अर्जित करने के साथ अन्य युवाओं को भी रोज़गार उपलब्ध करवा सकें। इससे पूर्व उन्होंने स्थानीय पाठशाला में कॉमन पूल में जनता के सहयोग से लगभवग 1.60 लाख रूपये की लागत से नव निर्मित एक कमरे का लोकार्पण किया। इस मौके पर विद्यार्थियों द्वारा भव्य एवं मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गये। मुख्य संसदीय संचिव ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढा़वा देने के लिये अपनी ऐच्छिक निधी से 11 हज़ार रूपये देने की घोषणा की। बाद में मुख्य संसदीय सचिव ने विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ठ उपलब्धियां प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किया । इससे पूर्व स्थानीय पाठशाला की प्रधानाचार्य बलबीर सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। इस अवसर पर जिला परिषद् सदस्य यशवीर पटियाल, पवन कालिया, , डीपी अग्रिहोत्री, प्रधान ग्राम पंचायत बड़ाग्रां बल राम, प्रधान सठवी ंपंचायत, बख्सी , महारल की विजय कुमारी , धीबीरी की कांता देवी, जमणी के उप प्रधान दीना नाथ, स्कूल प्रबन्धन समिति के अध्यख स्नेह लता के अतिरिक्त गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस परेड में जिला ऊना के पूर्व सैनिकों की टुकडी होगी शामिल
ऊना, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। गणतंत्र दिवस, 2015 के लिए जिला ऊना के पूर्व सैनिकों की टुकडी राज्य स्तर पर शिमला में आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेगी। यह जानकारी देते हुए उपनिदेशक जिला सैनिक कल्याण, ऊना मेजर (से0नि0) रघबीर सिंह ने बताया कि इस बारे हिमाचल सरकार से आदेश प्राप्त हुए हैं। उन्होने बताया कि जिला ऊना के पूर्व सैनिकों का गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लेना समस्त जिला के सैनिक वर्ग के लिए सौभाग्य व गर्व की बात है। उन्होने जानकारी दी कि गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाले 50 वर्ष आयु तक के पूर्व सैनिकों को जिला सैनिक कल्याण ऊना द्वारा गर्म कोट-पैंट व कुल्वी टोपी, घर से शिमला आने जाने का किराया, दिनांक 21 जनवरी से 26 जनवरी, 2015 तक रहने व खाने का पूरा खर्च तथा प्रतिदिन 75 रूपये दैनिक भता भी दिया जाएगा। उन्होने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पूर्व सैनिक उपनिदेशक जिला सैनिक कल्याण, ऊना मेजर (से0नि0) रघबीर सिंह के मोबाइल नं0-9805850013, कार्यालय अधीक्षक देश राज के मोबाइल नं0-9418602458 तथा कार्यालय के दूरभाष नम्बर 01975-226090 पर संपर्क कर सकते हैं।
यशपाल जस्सा हरोली कांग्रेस एससी सैल के अध्यक्ष नियुक्त
ऊना, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)।) हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति सैल के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कुमार ने लोअर भदसाली पंचायत के प्रधान यशपाल जस्सा को हरोली ब्लाक कांग्रेस के एससी सैल का अध्यक्ष व धर्मपुर गांव के गोबिन्द सिंह को महासचिव नियुक्त किया है। दोनों नियुक्तियां तुरंत रूप से प्रभावी मानी गई हैं। इन नियुक्तियों की पुष्टि व स्वागत करते हुए हरोली ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा ने कहा है कि यशपाल जस्सा व गोबिन्द सिंह कांग्रेस के निष्ठावान सिपाही हैं और उन्हें नए दायित्व सौंपे जाने से ब्लाक कांग्रेस का एससी सैल और सुदृढ़ होगा। दूसरी तरफ एससी सैल के नवनियुक्त अध्यक्ष यशपाल जस्सा व महासचिव गोबिन्द सिंह ने कहा है कि पार्टी द्वारा उन्हें जो दायित्व सौंपा गया है, वे पूरी निष्ठा से उसका निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि एससी वर्ग के सामाजिक व आर्थिक उत्थान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जो कल्याणकारी योजनाएं व कार्यक्रम शुरू किए गए हैं , उनकी जानकारी एससी वर्ग तक पहंचाई जायेगी। उन्होंने कहा कि मुयमंत्री वीरभद्र सिंह के मार्गदर्शन व उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के नेतृत्व में हरोली विधानसभा क्षेत्र को पिछले दो सालों के दौरान विकास के कई ऐतिहासिक तोहफे मिले हैं और कांग्रेस पार्टी यहां लगातार सुदृढ़ हो रही है, जिसका उदाहरण लोकसभा चुनाव में हरोली हलके से कांग्रेस को मिली भारी बढ़त से भी मिल जाता है।
सभी समाजिक सुरक्षा पैंशन धारक अपना अधार नम्बर जल्द दर्ज करवाएं
ऊना, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग,भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार जिला ऊना के सभी समाजिक सुरक्षा पैंशन धारकों के आधार नम्बर का इन्द्राज किया जाना है। अत: जिला के सभी पैंशन धारकों से अनुरोध है कि वह तुरन्त अपना अधार नम्बर संबंधित तहसील कल्याण अधिकारी के पास दर्ज करवाएं। यह जानकारी जिला कल्याण अधिकारी,ऊना शशी विजलवान ने दी।
बीबीटी औद्योगिक गलियारे में सडक़ों का नेटवर्क सुदृढ़ करने के लिए उद्योग विभाग ने 4 करोड़ की राशि जारी की: मुकेश अग्रिहोत्री
ऊना, 23 दिसंबर (विजयेन्दर शर्मा)। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने आज यहां परिधि गृह में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में बताया कि बाथू-बाथड़ी-टाहलीवाल औद्योगिक गलियारे में सडक़ नेटवर्क सुदृढ़ करने के लिए उद्योग विभाग ने चार करोड़ रूपए की राशि जारी की है जिसमें अजौली- लालूवाल सडक़ के स्तरोन्नत कार्य के लिए 3 करोड़ रूपए की जारी की गई किश्त भी शामिल है। इससे औद्योगिक महत्ता की इस सडक़ के स्तरोन्नत कार्य में और तेजी आयेगी। इस सडक़ पर 15 करोड़ 15 लाख रूपए खर्च किए जा रहे हैं । उन्होंने इस सडक़ की गुणवत्ता से किसी किस्म का समझौता न करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उद्योग मंत्री ने बताया कि बाथू- बाथड़ी- टाहलीवाल औद्योगिक गलियारे के तहत आने वाले गांवों में सडक़ों व संपर्क मार्गों का नेटवर्क सुदृढ़ करने के लिए उद्योग विभाग द्वारा लोक निर्माण विभाग को एक करोड़ रूपए की राशि जारी की गई है। इनमें बीटन गांव में जक्ख से दलित बस्ती तक संपर्क सडक़ के लिए 28 लाख, छेत्रां पंचायत के तहत डीटां बस्ती के लिए 17 लाख, चंदपुर पंचायत के तहत मुहल्ला जमुआं के लिए 20 लाख, सिंगा पंचायत में गुज्जर मोहल्ला तक लिंक रोड़ के लिए 15 लाख , टाहलीवाल के सरताना मोहल्ला तक संपर्क मार्ग के लिए 8 लाख और ललड़ी पंचायत में एक मोहल्ले की लिंक रोड़ के लिए 12 लाख रूनए की राशि शामिल है।
स्कूलों के कमरों के निर्माण के लिए सवा दो करोड़ मंजूर
उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने बैठक में यह भी बताया कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में 5 सीनियर सकैंडरी स्कूलों के कमरों के निमार्ण के लिए 2 करोड़ 25 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें छेत्रां स्कूल के लिए 44 लाख, लोअर बढेहड़ा स्कूल के लिए 54 लाख 30 हजार, नगनोली स्कूल के लिए 53 लाख 33 हजार, धनपुर स्कूल के लिए 53 लाख 30 हजार और बाबा बंदा बहादुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के लिए 20 लाख 8 हजार रूपए की राशि शामिल है। उद्योग मंत्री ने यह भी बताया कि सलोह, भदसाली व ईसपुर सीनियर सकैंडरी स्कूलों में 2 करोड़ 48 लाख रूपए की लागत से साईंस लैब भी निर्माणाधीन हैं। उन्होंने अधिकारियों को ये निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा की आधारभूत सरंचना को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है और इसे शिक्षा हब के रूप में उभारने के प्रयास जारी हैं। बैठक में एसपी अनुपम शर्मा, आईपीएच के एसई एनके त्रिवेदी, एक्सियन मुकेश हीरा, एक्सियन लोक निर्माण जीएस राणा, उपनिदेशक शिक्षा भजन सिंह, केसीसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरी व जिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर भी उपस्थित थे।

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