पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने करोडों रूपये के शारदा चिटफंड घोटाला मामले में राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा की गिरफतारी को भारतीय जनता पार्टी .भाजपा. की बदले की कार्रवाई की संज्ञा देते हुए उसके खिलाफ विरोध प्रर्दशन तेज करने की चेतावनी दी है। सुश्री बनर्जी ने यहां सचिवालय में पत्रकारों से आज कहा कि यह गिरफतारी असंवैधानिक. गैरकानूनी संघीय ढांचे के खिलाफ और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को नष्ट करने वाली है। उन्होंने भाजपा के खिलाफ खुली जंग शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि जो भी कोई अन्य पार्टी भाजपा के खिलाफ लड़ेगी. तृणमूल उसका पूरा र्समथन करेगा। भाजपा के खिलाफ कल से विरोध तेज करने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के हाथों में सत्ता होने से देश दांव पर लगा है क्योंकि वह गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करके धर्मनिरपेक्षता केा खत्म करना चाहती है। सुश्री बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को खुली चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें गिरफतार करके दिखायें। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने बदले की भावना से यह कार्रवाई की है। जानबूझकर शुक्रवार को मदन मित्रा को गिरफतार किया गया क्योंकि वह शनिवार और रविवार को जमानत के लिए अदालत में याचिका दायर नहीं कर पायेंगे। इसके साथ ही यह मामला संसद में नहीं उठ पायेगा।
उन्होंने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि खुद भाजपा के नेता शारदा घोटाले में शामिल हैं और केंद्रीय जांच ब्यूरो .सीबीआई .द्वारा इस सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के नेताों की गिरफतारी तंग करने की नियत से की गई है। सुश्री बनर्जी ने कहा कि सीबीआई को भाजपा एक हथियार के रूप में अपने विपक्षियों के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है लेकिन तृणमूल इससे भयभीत होकर चुप नहीं बैठेगी और राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने उनके मंत्रिमंडल के सदस्य को बिना सरकार की जानकारी के गिरफतार करके अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर काम किया है। मुख्यमंत्री को बताये बिना किसी कैबिनेट मंत्री की गिरफतारी गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि मदन मित्रा के खिलाफ कोई विशेष मामला नहीं है क्योंकि उन्होंने बस कंपनी का लोगों इस्तेमाल किया था। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अब वह खुद परिवहन एवं खेल मंत्रालय का कामकाज देखेंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी .माकपा. के नेता सुजान चक्रवर्ती को भी गिरफतार करना चाहिए क्योंकि वह उस इलाके विष्णुपुर के प्रतिनिधि हैं. जहां शारदा अपना कारोबार कर रही थी।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें