पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके कट्टर आलोचक इमरान खान ने पाकिस्तान के पेशावर में एक स्कूल में हुए तालिबानी आतंकवादी हमले की एक मंच पर आकर कडी निंदा की और दोनों नेताों ने अपने मतभेदों को भुलाकर आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लडाई लडने का संकल्प लिया। श्री शरीफ ने पेशावर में एक र्सवदलीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय नीति बनाई जायेगी और अगले सात दिन में एक साथ मिलकर इसका प्रारूप बनाने का निर्णय लिया गया है।उन्होंने कहा..हम इस बात पर सहमत है कि अच्छे और बुरे तालिबान में कोई अंतर नहीं है।आतंकवादी हमला आतंकवादियों की कायरतापूर्ण हरकत होती है।..
प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया कि पाकिस्तान में एक भी आतंकवादी नहीं बचेगा।उन्होंने कहा कि आतंकवाद का जड़ से सफाया किया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश ने आतंकवाद के खिलाफ कई कुर्बानियां दी है और ये कुर्बानियां बर्बाद नहीं जाएगी। उन्होंने कहा...हम आतंकवाद को जड़ से मिटा कर दम लेंगे।लोगों ने आतंकवाद का डटकर मुकाबला किया है।कल पेशावर में जो हुआ .उससे बडा मातम नहीं हो सकता।हम मुल्क से दहशतगर्दी को खत्म करके दम लेंगें।
पेशावर खैबर पख्तूनखवा प्रांत में है और इस प्रांत में विपक्षी नेता इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीकशएशइंसाफ.पीटीआई.का शासन है।पीटीआई पर तालिबान पर नरम रूख अपनाने का आरोप लगता रहा है। इमरान खान ने भी कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट है। श्री शरीफ ने र्सवदलीय बैठक में कहा कि उन्होंने आतंकवाद संबंधी मामलों में मौत की सजा पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है।कल की घटना बहुत ही जघन्य थी।हमने आतंकवाद का डटकर मुकाबला किया है और आगे भी एकजुट होकर इसका मुकाबला करते रहेगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कल का दिन पाकिस्तान के इतिहास में दुखद दिन था।उन्होंने कहा..हम अपने बच्चों की कुर्बानियों को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।हम जब भी पेशावर आयेगे इस घटना की तस्वीरे हमेशा अपने दिलो दिमाग में रखेंगे।..
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लम्बे समय से आतंकवाद का सामना कर रहा है जिससे हमारी अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है।मंगलवार की घटना हमारी आंखो को खोलने वाली है।हम र्जबशएशअज्ब अभियान के जरिये आतंकवाद से लड रहे है और हम इसमे जरूर सफल होगे।.. इससे पूर्व उन्होंने बैठक में आने के लिए सभी नेताों का शुक्रिया अदा किया।

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