धर्मान्तरण को लेकर देश भर में चल रहे विवादों के बीच अखिल भारतीय हिन्दू महासभा (एबीएचएम) के नाथूराम गोडसे का मंदिर बनवाने की घोषणा से एक नया बवन्डर खडे होने की आशंका पैदा हो गयी है। ए बी एच एम ने लखनऊ से सटे सीतापुर के सिधौली के पास पारा गांव में जमीन भी चिन्हित कर ली गयी है। महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के इस मंदिर के निर्माण का काम आगामी 15 फरवरी से शुरु हो जाने की सम्भावना है। हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने आज यहां ..यूनीवार्ता.. को बताया कि पहले मंदिर के निर्माण का काम महात्मा गांधी की हत्या के दिन 30 जनवरी को शुरु होना था लेकिन पार्टी ने उस दिन शौर्य दिवस मनाने का निर्णय ले लिया है. इसलिए अब मंदिर का निर्माण 15 फरवरी से करने का प्रस्ताव है।
श्री तिवारी ने बताया कि 15 फरवरी को देश के नामी गिरामी साधुों की मौजूदगी में भूमि पूजन किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि गोडसे की अस्थियों की राख अभी भी पुणे में रखी है। राख को कलश यात्रा के जरिये सीतापुर लाया जाएगा। राख हिन्दू महासभा की महाराष्ट्र इकाई की अभिरक्षा में है। उन्होंने बताया कि जिस जमीन को मंदिर के लिए चिन्हित की गयी है. वह उन्हीं की है। इससे पहले महासभा का उसी जमीन पर भारत माता मंदिर के निर्माण का प्रस्ताव था। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही महासभा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक वीर सावरकर की मूर्ति स्थापित कराने की योजना बना रहा है। श्री सावरकर हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रह चुके हैं।

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