कांग्रेस ने आज संसद में मांग की कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की घटी की कीमतों का फायदा उपभोक्ताों को मिलना चाहिए। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 140 डालर प्रति बैरल से घटकर 65 से 70 डालर तक पहुंच गयी है लेकिन इसका फायदा उपभोक्ताों को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जब पेट्रोल और डीजल को बाजार आधारित कर दिया गया है तो फिर इनकी कीमतों में कमी क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह पिछले शुक्रवार को इस मुद्दे को उठाना चाहते थे लेकिन हंगामे के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। सरकार ने दो दिसंबर को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढाने की घोषणा की थी। पेट्रोल पर यह 2.25 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर एक रुपए प्रति लीटर बढाया गया। हालांकि इसका बोझ उपभोक्ताों पर नहीं पडेगा।
श्री खडगे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की घटी कीमतों का फायदा उपभोक्ताों को देने के बजाय सरकार अपना घाटा कम करने पर लगी है जो अच्छी बात नहीं है। उन्होंने मांग की कि सरकार को इस बारे में सदन में बयान देना चाहिए। आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन ने भी श्री खडगे की मांग का र्समथन करते हुए कहा कि सरकार ने संसद को विश्वास में लिए बिना यह फैसला किया है।

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