लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों वैमनस्यता नही होती- श्री आर.के.दुबे
- मेगा लोक अदालत के अवसर पर कहा जिला एवं सत्र न्यायाधीष ने
- जिले में गठित 41 खण्डपीठों में सुलह समझौते के लगभग 20,000 प्रकरण रखे गये
राजगढ 13 दिसम्बर,2014 जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री आर.के. दुबे ने कहा है कि लोक अदालत में परस्पर सुलह और समझौते से प्रकरणों के निराकरण होने के कारण परस्पर वैमनस्यता नही होती है और प्रेम एवं सौहार्द भी बना रहता है । जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री दुबे आज यहां जिला न्यायालय परिसर में नेषनल/मेगा लोक अदालत के उद्घाटन अवसर पर सम्बोधित कर रह थे । अपने संबोधन में उन्होंने पीठासीन अधिकारियों से आपसी राजीनामें और सुलह समझाईष से मेगा लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण कराने की अपेक्षा की । इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीष कुटुम्ब न्यायालय श्री के.पी.सिंह, विषेष न्यायाधीष श्रीमति विभावरी जोषी,अपर जिला न्यायाधीष श्री एस.एन.लावरिया,मुख्य नायिक मजिस्ट्र्ेट एवं व्यवहार न्यायाधीष वर्ग-1 श्री एम.के.दांगी,अतिरिक्त व्यवहार न्यायाधीष वर्ग-2 श्री विवके षिवहरे, व्यवहार न्यायाधीष व्र-2 सुश्री सारिका बावरे एवं श्री जितेन्द्र मेहर,कलेक्टर श्री आनन्द कुमार ष्षर्मा,पुलिस अधीक्षक श्री ष्षषिकांत षुक्ला,सीईओ जिला पंचायत श्री संतोष वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजय सिंह,जिला बार ऐसासिएषन अध्यक्ष श्री पी.एस.पवार,अधिवक्ता,न्यायालयीन कर्मचारी एवं बडी संख्या में पक्षकारगण मौजूद थे । पूरे देष में एक साथ आयोजित नेषनल/मेगा लोक अदालत के साथ जिले में जिला मुख्यालय सहित ब्यावरा,जीरापुर,सारंगपुर,खिलपीपुर एवं नरसिंहगढ तहसीलों में आयोजित मेगा लोक अदालत में आपसी सुलह समझौते से प्रकरणों के निराकरण के लिए 41 खण्डपीठे लगाई गई । इसमें न्यायायिक के लगभग 8000, प्रिलिटिगेषन के 10,000 एवं राजस्व संबंधित लगभग 2000 प्रकरणे रखे गये । समाचार लिखे जाने तक जिले मं आयोजित लोक अदालतों में प्रिलिटिगेषन के 892 तथा 3369 एमपीईबी,क्लेम,प्रर्वतन-138 सहित लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका था । उक्त कुल निराकृत 4261 प्रकरणों में 79 लाख 55 हजार 665 राषि रूपये की वसूली की गई । वसूल की गई राषि में प्रिलिटिगेषन में 2197225 एवं लंबित प्रकरणों में 57,58,440 रूप्ये वसूल की गई राषि ष्षामिल है ।
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