फिलहाल स्पाइसजेट का संकट टला, उड़ानें शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 18 दिसंबर 2014

फिलहाल स्पाइसजेट का संकट टला, उड़ानें शुरू

spicejet-resumed-its-flight
नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी स्पाइसजेट की उड़ानें बहाल हो गईं। तेल विपणन कंपनियों द्वारा कंपनी के विमानों को ईंधन देने से इनकार करने के बाद से उसकी 150 से अधिक उडानें रद्द हुईं और कम किराये वाली इस विमानन कंपनी को कल शाम जेट इंर्धन खरीदने के लिए तीन करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ा। हवाईअड्डा सूत्रों ने कहा ''अब तक परिचालन पहले से तय समयसारणी के मुताबिक चल रहा है।'' सुबह 10 बजे तक दिल्ली से विमानन कंपनी के विमानों ने मुंबई, जयपुर, पोर्ट ब्लेयर, कोच्चि और वाराणसी के लिए पांच उड़ाने भरी हैं।

विमानन कंपनी को आज थोड़ी राहत मिली। स्पाइसजेट की उड़ानें करीब 10 घंटे के लिए बंद रहीं जिसके बाद उसने तेल कंपनियों को तीन करोड़ रुपये का आंशिक भुगतान किया जिससे आंशिक परिचालन बहाल करना संभव हुआ। कंपनी ने 243 सूचीबद्ध उड़ानों में से कल शाम चार बजे के बाद से 75 उड़ानों के परिचालन का दावा किया है। स्पाइसजेट के मूल प्रवर्तकों में से एक अजय सिंह ने नागर विमानन सचिव वी सोमसुंदरम से मुलाकात की, जिससे ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रवर्तक की विमानन कंपनी में फिर से निवेश की योजना है। यह पूछने पर कि क्या वह निवेश करेंगे, सिंह ने इसका जवाब देने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि स्पाइसजेट में बहुत संभावनाएं हैं।

स्पाइसजेट की मूल कंपनी सन समूह के मुख्य वित्त अधिकारी एस एल नारायणन ने कहा ''हमें थोडी गुंजाइश चाहिए। यदि हमें बैंकों से थोड़ा समय मिलता है और कलानिधि मारन गारंटी देने के लिए तैयार हो जाते हैं तो हम फिर से सामान्य तौर पर काम-काज कर सकते हैं। संकलन होने पर हम भुगतान करने लगेंगे।'' नारायणन ने कहा कि मारन पिछले तीन साल में करीब 820 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं और जब भी विमानन कंपनी को धन की जरुरत पड़ी है, उन्होंने निवेश किया है। नागर विमानन मंत्रालय का स्पाइसजेट को 30 दिन से अधिक की बुकिंग करने की मंजूरी नहीं देना इसके हित में नहीं रहा और इसकी दैनिक आय प्रभावित हुई। इससे मंत्रालय को अपना फैसला रोकना पड़ा।

कंपनी ने तेल कंपनियों और हवाईअड्डा परिचालकों से कहा था वे स्पाइसजेट को 15 दिन के लिए उधार की सुविधा दें ताकि विमानन कंपनी को बंद होने से बचाया जा सके। मंत्रालय का हस्तक्षेप हालांकि इस शर्त के साथ हुआ कि संकटग्रस्त विमानन कंपनी जल्द से जल्द पूंजी डालने की प्रतिबद्धता जताएगी। विमानन कंपनी पर कुल 2,000 करोड़ रुपये की देनदारी है जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकार का बकाया शामिल है। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले एक अन्य विमानन कंपनी, किंगफिशर, का बढ़ते नुकसान कारण परिचालन रका था, जिस पर करीब 6,000 करोड रुपये का बकाया था और यह कंपनी बंद हो गई।

कोई टिप्पणी नहीं: