संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने पेशावर में 145 स्कूली बच्चों तथा अन्य लोगों की हत्या के बदले पाकिस्तान से अपने यहां फांसी की सजा नहीं शुरू करने की कल अपील की और कहा कि इससे आतंकवाद नहीं रूकेगा तथा बदले में जवाबी कार्रवाई शुरू हो जायेगी. विश्व संस्था के मानवाधिकार कार्यालय ने पाकिस्तान की सेना तथा सुरक्षा बलों से अपने आतंकवाद विरोधी अभियान के अन्तर्गत कार्रवाई के समय अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन करने तथा अधिक रक्तपात से बचने की अपील की.
विश्व संस्था ने कहा है कि पाकिस्तान ने 2008 से फांसी की सजा पर रोक लगा रखी थी जो स्वागत योग्य फैसला था किन्तु अब उसने इस फैसले को पलट दिया है और फांसी की सजा पाये लोगों को उसने फांसी भी देनी शुरू कर दी है. जो दुर्भाग्यपूर्ण है । इससे केवल बदले की कार्रवाई शुरू होगी जिसका कोई अंत नहीं होगा.

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