उत्तराखंड की विस्तृत खबर (22 दिसंबर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 22 दिसंबर 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (22 दिसंबर)

राज्य की राजनीति में हरीष रावत के एक और चमत्कार का इंतजार
  • बिछ चुकी है बिसात मात्र चाल चलने का है इंतजार 

harish-rawat
देहरादून,22 दिसम्बर। मोदी की हवा के बावजूद प्रदेष में तीन विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा को करारी मात देने के बाद हरीष रावत राजनीतिक मोर्चे पर अब और किले फतह करने की तैयारी में दिखायी दे रहे हैं। साल 2012 में विधानसभा चुनाव के नतीजे में भाजपा और कांग्रेस में 30-31 का आंकड़ा था। वर्तमान में यह आंकड़ा अंतर लिए हुए है। इसे मुख्यमंत्री हरीश रावत की सियासी बिसात पर चालाकी से उठाए गए कदम ही कहा जा रहा कि जल्द ही संख्याबल के आधार पर कांग्रेस और मजबूत होने जा रही है। मंगलवार को निर्दलीय विधायक व मंत्री हरिष्चन्द्र दुर्गापाल की कांग्रेस में वापसी के बाद कुछ और निर्दलीय विधायक व मंत्री कांग्रेस का दामन थामने की तैयारी में हैं लेकिन उन्हे माकूल समय का इंतजार है। कांग्रेसी सूत्रों की मानंे तो तीन विधायक जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हंै। पार्टी के भीतर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बस औपचारिक तौर पर घोषणा करना बाकी कहा जा रहा। राज्य में राजनीतिक चमत्कार की गुंजाइश हमेशा ही बनी रहती है। पद और कुर्सी की लालसा के चलते कोई भी घर कभी भी छोड़ा जाता है, जिसे राजनीति में सुबह का भूला शाम को घर आ जाये उसे भूला नहीं कहते वाली कहावत चरितार्थ करते हुए ‘घर’ वापसी की जाती है। शुरू से ही कभी भाजपा और कभी कांग्रेस के पाले में सरकार रूपी ताकत जाती रही है। बहुमत का आंकड़ा न मिलने के बाद भी  कांग्रेस की ओर से पीडीएफ के सहयोग से राज्य में सरकार बनाई गई। 31 विधायकांे के साथ सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस के पास हाल में खुद के पैंतीस विधायक हैं, जबकि पीडीएफ कोटे के विधायक के समर्थन के चलते यह संख्याबल 40 से भी आगे पहुंच चुकी है। जानकारों का कहना है कि पीडीएफ कोटे से राज्य मंत्री मंडल मे षामिल मंत्रीप्रसाद नैथानी को लेकर कांग्रेस में भारी विरोध है उनका विरोध जहां कृषि मंत्री हरक सिंह कर रहे हैं वहीं पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के खास नरेन्द्रनगर विधायक सुबोध उनियाल भी उनको कांग्रेस में लिए जाने के पक्ष में नहीं हैं। जबकि नगर विकास मंत्री प्रीतम सिंह पंवार की मुख्यमंत्री से नजदीकियों के चलते वे कभी भी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं, पीडीएफ के अन्य सदस्यों में बसपा से चुनाव लड़े लेकिन मायावती द्वारा पार्टी से निलंबित चल रहे परिवहन मंत्री सुरेन्द्र राकेष तो जहां बीमारी के कारण वर्तमान में इलाज के लिए विदेष में हैं तो हरिदास भी कांग्रेस के सुर में सुर मिला रहे हैं। वहीं बसपा के शरबत करीम अंसारी वर्तमान में सरकार में सभा सचिव हंै। ऐसे में पीडीएफ के सात सदस्यों में से यदि पांच ने भविश्य में कांग्रेस का दामन थाम भी लिया तो इसमें कोई आष्चर्य की बात नहीं। सूत्रों की माने तो कांगे्रस मंे शुरू से ही चल रही सियासी गोटियां एक बार फिर से चाल चलने को तैयार हैं। यदि सभी कुछ सत्ता पक्ष के मुताबिक चलता रहा तो 35 का यह आंकड़ा 37 या एक अधिक होने जा रहा है। सूत्रों की मानें तो तीन और विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। यही कारण है कि पीडीएफ कोटे के दो मंत्री दिनेश धनै सहित एक अन्य बेबाकी से कांगे्रस का गुणगान करते सुनाई पड़ रहे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना कि दल की मजबूती को लेकर सरकार की ओर से ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि यदि ऐसा होता है तो विरोधियों में हैरानी बढ़नी जरूरी है। क्योंकि भाजपा अब तक राजनीति की बिसात पर कभी अपने मोहरों तो कभी विरोधियों की चालों से पिटती ही रही है। 

भूरा को पकडने के लिए नॉएडा में बनाया कंट्रोल रूम

देहरादून, 22 दिसम्बर(निस)। कुख्यात बदमार्श अमिर्त उर्फ भूरा को पकडने के लिए लखनऊ  में उत्तराखंड डीजीपी और यूपी के डीजीपी के साथ अहम बैठक हुई। बैठक में भूरा को पकडने के लिए ऑपरेशन तेज करने पर विचार किया गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि भूरा को पकडने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन का के लिए नोएडा में एक विशेष कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। पीएचक्यू से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को लखनऊ में बी एस सिद्घू, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री ए एल बनर्जी, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उप्र मुकुल गोयल, सुजीत पाण्डेय पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ उप्र के साथ पुलिस अभिरक्षा से फरार कुख्यात अपराधी अमित भूरा की शीघ्र गिरफ््तारी को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में इस आपरेशन में अब तक संकलित समस्त सूचनाओं का आपस में आदान प्रदान किया गया तथा आगे के अपरेशन के सम्बन्ध में विशिष्ट रणनीति तैयार बनाई गई। बैठक में उप्र, दिल्ली राज्य के कुछ और तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों के नामों पर विचार विमर्श करते हुए उन्हें इस अपरेशन में सम्मिलित करने पर चर्चा की गयी। इस आपरेशन को लेकर नोएडा में एक विशेष कण्ट्रोल रूम बनाये जाने का निर्णय लिया गया जिसमे दिल्ली, उप्र, उत्तराखंड के अधिकारी प्रत्येक 24 घंटे में इस आपरेशन की प्रगति की समीक्षा कर आगे की रणनीति के सम्बन्ध में निर्णय लेंगे। इस कण्ट्रोल रूम में उत्तराखंड से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून व पुलिस उपमहानिरीक्षक गढवाल में से एक अधिकारी बारी से तथा सदानंद दाते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड व नवनीत भुल्लर अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन की समाप्ति तक कैम्प करेंगे। उत्तर प्रदेश से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ भी इस कण्ट्रोल रूम में कैंप करेंगे। नौएडा के इस कण्ट्रोल रूम को तत्काल प्रारंभ कर दिया गया है 

भाजपा ने किया डीएम कार्यालय का घेराव

देहरादून, 22 दिसम्बर(निस)। प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और शहर की बदहाल स्थिति को लेकर भाजपा ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौपा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चैपट है। जिससे आम जनता प्रभावित हो रही है उन्होंने कहा कि जिस तरह से लगातार प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है उससे भी लोगों में नाराजगी है। गौरतलब है कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा महानगर कार्यालय से जुलुस के रूप में निकले। जुलुस लैन्सडाउन चैक से होते हुए फालतू लाइन से जिलाधिकारी कार्यलय पहुंची। जहां पर प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि प्रदेश में जिस तरह से कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। चोरी, डकैती आम बात हो गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लगातार प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से भूमाफियाओं और खननमाफियाओं ने प्रदेश में अपना जाल बिछा रखा है उसमें सरकार भी उन्हें सहयोग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरिद्वार और हल्द्वानी में लगातार खनन का खेल चल रहा है, जिसे रोकने में सरकार असफल साबित हो रही है। प्रदर्शन के दौरान धन सिंह रावत, उमेश अग्रवाल, अभिमन्यू कुमार, ऊर्बादत्त भटृट समेम सैकड़ो लोग शामिल थे। 

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