बिजली की किल्लत झेलने वाले उत्तर प्रदेश ने आज इस क्षेत्र में एक छलांग उस समय लगा दी जब 500 मेगावाट (मेवा) की अनपरा डी परियोजना चालू हो गयी। इससे बिजली की कमी को दूर करने में काफी मदद मिलने की सम्भावना है। 500 मेगावाट क्षमता की अनपरा-डी बिजली परियोजना की एक यूनिट चालू होने से पहले कल इसके परीक्षण और सिंक्रोनाइजेशन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 500मेगावाट क्षमता वाली इस यूनिट का लोकार्पण बटन दबाकर किया। प्रमुख सचिव ऊर्जा, पावर कारपोरेशन अक्ष्यक्ष, उत्पादन निगम प्रबंध निदेशक और निगम के आला अफसर कल ही अनपरा पहुंच गये थे। अनपरा डी परियोजना के लोकार्पण के बाद बिजली मिलने लगी। इसके अलावा पांच साल से बंद हरदुआगंज की 120 मेगावाट क्षमता यूनिट भी चालू होगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में निगम की पांच तापीय बिजली परियोजनाएं (अनपरा, ओबरा, पारीछा, हरदुआगंज और पनकी) हैं। इनकी 26 यूनिटों की कुल क्षमता 4933 मेगावाट है। कई यूनिटें काफी पुरानी इसलिए इनसे 3300 मेगावाट तक ही उत्पादन हो रहा है। इसके लोकापँण के बाद निगम की यूनिटें 27 हो जायेंगी। हरदुआगंज यूनिट भी चालू हो जाने पर कुल स्थापित क्षमता बढकर 5448 मेगकावाट हो जायेगी। अनपरा डी की ही 500 मेगावाट की दूसरी परियोजना का उद्घाटन 30 जून को प्रस्तावित है।
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