विश्वकप की सबसे सफल टीम आस्ट्रेलिया ने रविवार को क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में एक बार फिर अपनी बादशाहत को साबित करते हुये सह मेजबान न्यूजीलैंड के इतिहास रचने का सपना तोड़ लगभग एकतरफा अंदाज में पांचवीं बार ‘विश्व विजेता’ बनने का गौरव हासिल कर लिया। सह मेजबान आस्ट्रेलिया ने मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर रिकार्ड करीब 93 हजार दर्शकों के अपार समर्थन के सामने 33़ 1 ओवरों में तीन विकेट पर 186 रन बनाकर न्यूजीलैंड को सात विकेट से पराजित कर दिया। अपना आखिरी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क (74) ने अपनी अर्धशतकीय पारी से टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई और बेहद शान से अाईसीसी विश्वकप 2015 का ताज हासिल कर वनडे से विदाई ली। आस्ट्रेलिया ने वर्ष 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में विश्वकप खिताब अपने नाम किया है और वह क्रिकेट इतिहास की सबसे मजबूत टीम है।
बेहद अहम फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने आलराउंड खेल का प्रदर्शन किया और डेविड वार्नर ने 45 रन, स्टीवन स्मिथ ने नाबाद 56 रन और कप्तान क्लार्क ने 74 रन की पारियां खेल लक्ष्य को आसान बना दिया जबकि इससे पहले गेंदबाजों में मिशेल जानसन(30 रन पर तीन विकेट) और जेम्स फाकनर ने (36 रन पर तीन विकेट) लेकर न्यूजीलैंड को कम स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई। टूर्नामेंट में अपराजेय रहकर पहली बार विश्वकप फाइनल में जगह बनाने वाली न्यूजीलैंड टीम का विजयी रथ दुर्भाग्यवश खिताबी मुकाबले में आकर टूटा और वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों में अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सकी। इससे टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैड की ओर से ग्रांट इलियट (83) और रास टेलर (40) ने मुश्किल से टीम को 45 ओवर में 183 रन पर पहुंचाया। लेकिन उनके अलावा अन्य कोई भी बल्लेबाजी रन नहीं बना सका जबकि गेंदबाजों में केवल ट्रेंट बोल्ट एक विकेट और मैट हेनरी दो विकेट निकाल सके।
कई वर्षों बाद मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेलने उतरी कीवी टीम के लिये अचानक से नयी परिस्थतियों में खुद को ढालने के अलावा बड़े ग्राउंड पर खेलने जैसी परेशानियां मैच में दिखाई दी और पहले ही ओवर से आस्ट्रेलिया ने सह मेजबान टीम के विकेट निकालकर उसे दबाव में ला दिया। कप्तान मैकुलम पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर स्टार्क की गेंद पर बिना खाता खोले बोल्ड हो गये । उस समय टीम केवल एक रन ही बना सकी थी। एक बड़े झटके से उबरते हुये कीवी टीम ने रन गति बनाने का प्रयास किया लेकिन न्यूजीलैंड के वनडे में पहले दोहरे शतकधारी मार्टिन गुप्तिल फाइनल जैसे बेहद अहम मुकाबले में कोई कमाल नहीं कर सके और टीम के 33 के स्कोर पर सस्ते में लौट गये। गुप्तिल ने 34 गेंदों में सिर्फ 15 रन ही जोड़े थे कि मैक्सवेल ने ओपनर को अपना शिकार बनाया। भले ही गुप्तिल फाइनल में बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन वह विश्वकप 2015 में 547 रन के साथ शीर्ष रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। एक विश्वकप में 500 से अधिक रन बनाने वाले वह पहले कीवी खिलाड़ी है। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों की बेहद निराशाजनक बल्लेबाजी का फायदा उठाते हुये आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर विकेट निकालना जारी रखा और छह रन के अंतर पर 12 वें ओवर में 39 के स्कोर पर तीसरा विकेट केन विलियम्सन(12) भी उलटे पैर लौट गये। शीर्ष तीनों बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद कीवी टीम भारी दबाव में आ गई ।
हालांकि फिर टेलर और इलियट ने पारी को संभाला और स्कोर डेढ़ सौ तक पहुंचाया। टेलर ने 72 गेंदों में दो चौके लगाये और 40 रन बनाये जबकि इलियट ने 82 गेंदों में सात चौके और एक छक्का लगाकर 83 रन बनाकर टीम को लड़ने लायक स्थिति में पहुंचाया। लेकिन इसके बाद कोई भी अन्य बल्लेबाज स्कोरबोर्ड पर रन जोड़ने में कामयाब नहीं रहा। रास टेलर को फाकनर ने ब्रैड हैडिन के हाथों कैच कराकर टीम का अहम विकेट लिया और इसके तुरंत बाद एंडरसन को खाता खोले बिना फाकनर ने अपना शिकार बना दिया। डेनियल वेट्टोरी नौ रन और टिम साउदी 11 रन बनाकर आउट हुये। मैक्सवेल ने साउदी को आसानी से रनआउट कर कीवी पारी को निपटा दिया। आस्ट्रेलियाई गेंदबाज फाकनर को अहम समय पर तीन विकेट निकालने के लिये मैन आफ द मैच घोषित किया गया जबकि तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क टूर्नामेंट में सर्वाधिक 22 विकेट लेकर मैन आफ द टूर्नामेंट घोषित किये गये। दोनों खिलाड़ियों को सचिन तेंदुलकर ने सम्मानित किया।

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