राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत और कतर के बीच व्यापार और निवेश की मौजूदा संभावनाओं के उपयोग के लिए एकजुट प्रयास करने की आवश्यकता जताते हुए कहा है कि मौजूदा समय में कतर के पास यहां निवेश के कई मौके मौजूद हैं। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में कल देर शाम कतर के अमीर शेख तमीन बिन हमाद अल-थानी के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में कहा कि भौगोलिक और सांस्कृतिक समानताओं के आधार पर दोनों देशों के बीच समृद्ध ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। उन्होंने व्यापार एवं निवेश के क्षेत्र में मौजूदा संभावनाओं के लिए दोनों देशों के एकजुट प्रयास की आवश्यकता जताई। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि कतर के अमीर के प्रथम भारत दौरे से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे।
उन्होंने अमीर और उनके पिता को भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए धन्यवाद भी किया। उन्होंने कतर में रह रहे भारतीय समुदाय की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कतर के अमीर का शुक्रिया किया। श्री मुखर्जी ने कहा कि भारत ने आर्थिक विकास को मजबूती प्रदान करने के लिए अनेक सुधार कार्यक्रम शुरू किये हैं। भारत सरकार ने रेलवे, रक्षा और बीमा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने का फैसला किया है और यह भारत में निवेश करने का बेहतर समय है क्योंकि यह देश एक बार फिर उच्च विकास के पथ पर अग्रसर हो चुका है। कतर के अमीर ने इस अवसर पर कहा कि भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय संबंध हमेशा से मजबूत रहे हैं लेकिन इसे और भी मजबूत बनाया जा सकता है। उनकी भारत यात्रा का लक्ष्य रिश्तों को और मजबूत बनाना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच विभिन्न समझौतों पर किये गए हस्ताक्षरों के परिणामस्वरूप ये रिश्ते और मजबूत होंगे।

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