गेस पाइप लाइन मे आग लगने से मचा हडकम्प, जिले के आला अधिकारी पहुचे घटना स्थल पर
पिटोल ---यहा से 2 कि.मी दूर कालाखूट में षाम 7.25 बजे हजीरा से वीजापूर जाने वाली गैस पाइप लाइन पर आग लगने कि सूचना से पूरे पिटोल गाॅव एवं आसपास के क्षै़त्र में हडकम्प मच गया। इस सूचना पर जिला कलेक्टर श्री बोरकर सा. एवं जिला पूलीष कप्तान श्रीमती कृष्णा वेणी देषावतु ने तत्काल मोके पर पहुचकर वस्तू स्थिती का जायजा लिया एवं तुरन्त जिले के सभी प्रषासनिक विभागो को सूचना कर तुरन्त घटना स्थल पर पहुचने के लिए सुचना प्रसारीत कि गइ जिसमें पुलीष विभाग , स्वास्थ्य विभाग , राजस्व विभाग एवं गेल इण्डीया के समस्त अधीकारी मय दल-बल फायर ब्रिगेड एवं गैस पाइप लाइन में लगी आग को बूझाने के संसाधनो को लेकर घटना स्थल पहुच तथा आग पर काबू पाने के बारे में कलेक्टर सा. को अवगत कराया ।
कलेक्टर लेते रहे हर विभाग के घटना स्थल पर पहुचने का समय एवं संसाधनो कि तैयारीयो का जायजा..........................
जेसे घटना की जानकारी मीली सबसे पहले गेल के कर्मचारी अपना फायर ब्रिगेड गाडी के साथ पहुचे एवं मोके पर लगी आग को बुझाने के लिए कितने मीटर फायर गाडी पर पाइप कर्मचारी की जानकारी एवं आग को बुझाया फिर झाबुआ नगर पालीका का फायर ब्रिगेड आया , स्वास्थ्य विभाग से एम्बूलेंस गाडी आयी उसके बाद धीरे-धीरे पूरे जिले के आला अधीकारी घटना स्थल पर पहुचने लगे। जो विभाग घटना स्थल पर पहुचता उसका समय घटना के साथ एवं प्रसाषनीक विभाग घटना स्थल पर पहुचने का समय कलेक्टर सा. नोट करते रहै तथा घटना का समय एवं विभागो के घटना स्थल पर पहुचने के बीेच के समय पर विभागो के अधीकारीयो को समझाते रहै।
इधर पिटोल गाॅव में मच गया हडकम्प....................................................
जेसे ही गाॅव में मालूम पडा की कालाखॅूट गाॅव में गैस पाइप लाइन में आग लगी वेसे ही गाॅव के लोगो में बेचैनी बढ गयी की आग भयावह हो गयी तो क्या स्थिती होगी । लागो के माथे पर चिंता की लकीरे पडने लगी ऐसे में वि़़द्युत विभाग द्वारा विद्युत सप्लाय को बन्द कर देने से ओर चिन्ता बढ गयी क्योकि विद्युत बन्द होने से एवं आग लगने के कारण पिटोल के मालटोडी मोहल्ले के लेाग घरो से बहार निकल सुरक्षीत स्थान पर निकलने कि तैयारी करने लगे।
ओर हो गया घटना का पटाक्षैप...............................................................
जेसे षाम 7.25 बजे से रात्री 9 बजे तक जिले के सभी प्रसाषनीक विभागो के आला अधीकारी एवं कर्मचारी घटना स्थल पर पहुचते रहे तब तक कलेक्टर सा. एवं जिला पुलीष कप्तान घटना स्थल पर डटे रहै । जब सभी विभागो के अधीकरी घटना स्थल पर थे। तब कलेक्टर सा. ने इस घटना का पटाक्षेप किया कि इस जिले में कभी भी इस प्रकार कि कोई अकाल्पनीक घटना हो जाये तो जिला प्रषासन किस प्रकार दल-बल एवं संसाधनो से लेस होकर इस प्रकार कि स्थिती से निपट सकता है इसलीए यह गेस पाइप लाइन पर मार्कड्रील किया गया।
लोगो ने ली राहत कि सांस.................................................
जेसे घटना स्थल पर पिटोल गाॅव के ग्रामीणो एवं अधीकारीयो के बीच कलेक्टर सा. ने आपात कालीन स्थिती से बचने के प्रयोग कि बात कही एवं ग्रामीणो में यह बात तथा जेसे विद्युत सप्लाई गाॅव में चालू हुई तब पिटोल के ग्रामीणो ने राहत कि सांस ली।
गुरू का चुनाव अच्छाई से नही सच्चाई के आधार पर करें - पण्डित विजयषंकर मेहता
- एक षाम सदगुरू के नाम के ऐतिहासिक आयोजन में गुरू महिमा पर हुए व्याख्यान
झाबुआ---जीवन में सबके दो जन्म होते है, पहला जन्म माता पिता के द्वारा दिया जाता है तो व्यक्ति का दूसरा जन्म आत्मा के स्तर पर गुरू द्वारा दिया जाता है। इस पुनर्जन्म को पाने के बाद परमात्मा की अनुभूति होती है । गुरू जीवन आवष्यक हो जाता है । दाम्पत्य परमात्मा का प्रसाद होता है । पारिवारिक जीवन में गुरू का होना उसे दिव्यता प्रदान करता है । गुरू हमारे और परमात्मा के बीच सेतु का काम करते है । ईष्वर तक सीधे छलांग नही लगाई जासकती है । हम एक ऐसा झरोखा चाहिये देव दर्षन के लिये और वह होता है हमारा गुरू ।सच्चे गुरू और गृहस्थ में यह फर्क है कि गुरू सन्यासी, मुनि के रूप में समझा लेता है कि सब कुछ परमात्मा के भरोसे छोड दो । वह ईष्वर जैसे जिआयेगा वैसा जियेगें ,जैसा करवायेगा वैसा ही करेगें ।हमारे जीवन का पूर्ण निर्णायक वह परम शक्ति हैै । यही ऋषिभाव गुरू अपने षिष्यों में प्रवेष करा देते है । इसलिये गुरू का जीवन में होना आवष्यक है। उक्त सारगर्भित उद्बोधन पण्डित विजयषंकर मेहता ने षुक्रवार को एक नीजि गार्डन में श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति द्वारा हनुमान जयन्ती के अवसर पर आयोजित ’’ एक शाम सद्गुरू के नाम ’’ विषय पर सारगर्भित व्याख्यान के दौरान कहीं । नगर मे सातवी बार हो रहे इस कार्यक्रम का षुभारंभ हनुमानजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ । इस अवसर पर समिति के जीवन पडियार, गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत, महेष नागर, सुधीर कुष्वाह, सहित बडी संख्या में समिति सदस्यों के अलावा गौरीषंकर दुबे,यषवंत भंडारी,प्रेम अदीबसिंह पंवार, एडीजे सहित अतिथियों ने हनुमान जयन्ती समारोह के आमंत्रण पत्र का विमाचेन किया । समिति की श्रीमती सीमा चैहान ने हनुमान टेकरी सेवा समिति का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए गजेन्द्रसिंह चंद्रावत ने विजयषंकर जी मेहता के अभी तक समिति द्वारा किये गये सफल बौद्धिक कार्यक्रमों को वर्णन प्रस्तुत किया । पण्डित विजयषंकर मेहता ने खचाखच भरे पाण्डाल को गुरू महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि विज्ञान के इस युग में गुरू बनाने के पूर्व हर बात तर्क, समझ, एवं सीख के द्वारा तय की जाती है,कि गुरू किसकों बनाये, क्यो बनाये, किसलिये बनाये, हमारे लिये कोैन गुरू योग्य होगा । किन्तु जीवन में कई बार ऐसा लगता है कि जो दिखता है वो वास्तव में होता नही है, और जो वास्तव में होता है वह दिखता नही है । उन्होने भगवान श्रीकृष्ण एवं रूकमणी का दृष्टांत सुनाते हुए बताया कि रूकमणी को भगवान ने पुर नदी पार करने के लिये साधु को सदा उपवासी एवं लौटती समय साधु ने नदी पार करने के लिये श्रीकृष्ण को अखण्ड ब्रह्मचारी होने की बात कह कर नदी पार होने के चमत्कार का जिक्र करते हुए कहा कि वास्तव में जो होता है वह दिखता नही है और जो दिखता है वह होता नही है । पण्डित मेहता ने आगे कहा कि आज कल हम गुरू भी ऐसा ही ढुंढते है और दूसरे तीसरे दिन से गुरू मे खोट निकालना षुरू कर देते है। ऐसे में पूरी जिंदगी बित जाती है किन्तु सच्चा गुरू हमारे हाथ नही लग पाता है । आज कल पावरफुल गुरू खोजे जाने का रीवाज बन गया है। गुरू मानो आयटम बन चुका है । इसलिये अपनी दैनिक पूजा में यदि आपका कोई गुरू नही है तो परमात्मा से प्रार्थना करते रहना कि उसके लिये कोई सच्चा गुरू भेज देवें -एक ना एक दिन परमात्मा जरूर ही बात को सुनेगा । गुरू उसी को बनाये जो लायक हो और जिन्हे आध्यात्म मार्ग पर चलना है उन्हे गुरू तो बनाना ही चाहिये । महाभारत का जिक्र करते हुए पण्डित मेहता ने कहा कि अर्जुन द्वारा श्रीकृष्ण को गुरू मान लिये जाने के बाद ही विराट दर्षन हुए और उसका मोह जाता रहा उसीके परिणाम स्वरूप महाभारत युद्ध में उनकी फतह हुई । गुरू का चुनाव अच्छाई से नही, सच्चाई के आधार पर करना चाहिये और एक बार जिसे गुरू के रूप में स्वीकार करलो, उसे जीवन भर निभाना चाहिये । पहले परीक्षण बाद में समर्पण का भाव होना चाहिये । क्योकि समर्पण के बाद गुरू की परीक्षा नही होती है । इसलिये पहले ही परीक्षा कर लो, वह भी गुणों के आधार पर । उन्होने आगे कहा कि पारिवारिक जीवन में गुरू का होना उसे दिव्यता प्रदान करता है । गुरू तो आत्मा और परमात्मा के बीच का एक सेतू होता है और उसी के माध्यम से ही परमात्मा की अनुभूति प्राप्त की जा सकती है । श्री मेहता ने आगे कहा कि तुलसी ने गणेषजी के पहले गुरू की ही वंदना की है। हनुमान चालिसा में प्रारंभ ही गुरू वंदना से किया है और गुरू को उच्च स्थान दिया है । गुरू के पावं की धुल में ही वह ताकत होती है कि मन पूरी तरह साफ हो जाता है और आत्मदर्षन होता है । षरीर,मन और आत्मा की शुद्धि के लिये गुरू की आवष्यकता होती है । जिन्हे परमात्मा तक पहूंचना है उन्हे आत्मा रूपी पुल से गुजरना होता है । मन चंचल होता है उसे अच्छे काम अच्छे नही लगते है । मन को आज तक कोई भी जान नही पाया है मन को संत्संग भी पसंद नही आता है । याने सब कुछ मन का ही गडबढ धोटाला है । शांति की खोज के लिये मन को काबू में करने के लिये गुरू जरूरी होता है। भक्त के लक्षण बताते हुए उन्होने कहा कि उसे शांत होना चाहिये किन्तु देखा गया है कि भगत लोग ही सबसे अधिक अषांत होते है । जब तक मन सक्रिय है आप अषांत ही रहेगें । उन्होने षिव पार्वती के दृष्टांत के माध्यम से नारद द्वारा भगवान विष्णु को श्राप देने का जिक्र करते हुए कहा कि विष्व मोहनी अवतार में नारद का स्त्री वियोग होने से दिये गये श्राप के कारण रामावतार में उन्हे पत्नी वियोग सहना पडा और बंदरों का साथ लेना पडा । गुरू का कैसी भी स्थिति हो बचाव करना चाहिये जैसा कि पार्वती ने अपने गुरू नारद का बचाव किया था । उन्होने रामावतार में तीन तीन गुरूओं का जिक्र करते हुए वषिष्ठ, विष्वामित्र अगस्त ऋषि का दृष्टांत सुनाते हुए कहा कि राम के पहले गुरू वषिष्ठ जी ने उन्हे षिक्षा के माध्यम से विद्या ज्ञान दिया । दूसरे गुरू विष्वामित्र ने अधर्मियों के नाष के लिये शस्त्र विद्या सिखाई एवं भाग विलास के बारे में बताया और यज्ञ की रक्षा के लिये राम को ले गये, व्यावहारिक ज्ञान बताया और तीसरे गुरू अगस्त्यऋषि ने मंत्र सिखाये और राक्षसो का विनास करवाया । उन्होने आगे कहा कि हम भी अपने जीवन मे 3 प्रष पुछने चाहिये क्या गुरू बनाना खतारनाक काम है । आज कल माता पिता नाम की संस्था दम तोड रहे है पति पत्नी के रिष्ते भी ठीक तरिके ने नही बन पारहे है वही दूसरी गुरू नामक संस्था भी इसका षिकार है भगवा वस्त्र भी आज दांव पर लगा हुआ है । आज गुरू को देख कर सन्देह होता है। स्वयं साधु भी आज टेंषन मे दिखाई देते है । जबकि साधु को स्वयं ही मुस्कराने का संदेष देना चाहिये और अपने आप को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करना चाहिये । उन्होने आगे कहा कि जीवन में मनुष्य को गुरू के रूप में मिल जाये तो यह सौभाग्य होगा । स्वयं तुलसीदास जी ने हनुमानजी को गुरू रूप में स्वीकार किया था और कहा था जय जय जय हनुमान गुसाई कृपा करो गुरूदेव की नाई । उन्होने कहा कि जिनके कोई गुरू नही है उन्हे हनुमानजी को अपना गुरू बनाना चाहिये और हनुमान चालिसा को गुरू मंत्र बना कर प्रतिदिन इसका पाठ करने से निष्चित ही गुरूकृपा प्राप्त होना ही है । हनुमानजी ही एक मात्र जीवित देवता है और हनुमान चालिसा उनका मंत्र है । परमात्मा भी मंत्र से आता है और प्राप्त होता है । उन्होने हनुमान चालिसा के मंत्र उच्चारण की विधि बताते हुए कहा कि ष्वास को अन्दर बाहर करते हुए एक सांस में हनुमान चालिसा का एक चैपाई का पछन करना चाहिये विचार शून्य श्वास लेने से मन निष्क्रिय होता है ध्यान का संबंध भी श्वास से है उन्होने इस अवसर पर मानव शरीर मे स्थित सभी चक्रो की जानकारी देते हुए कहा कि इनका अलग अलग महत्व है और ध्यान से परमात्मा तक पहूंचा जासकता है । गुरूमंत्र के रूप में हनुमान चालिसा का सोने के पूर्व एवं उठने के बाद पाठ करने से जीवन में बदलाव आना निष्चित है ।
नाम संकीर्तन के साथ नगर में नववर्ष के स्वागत मे निकाली प्रभात फेरी
- पूरा नगर हुआ धर्म मय, नगर के सभी समाज के लोगों ने उत्साह से लिया भाग
झाबुआ---पूरा नगर गोविन्द जय जय गोपाल जय जय राधा रमण हरी गोविन्द जय जय के नाम संकीर्तन से धर्ममय होगया । शनिवार को प्रातःकाल 7 बजे स्थानीय राजवाडा चैक से हिन्दू नव वर्ष उत्सव समिति के बैनर तले नगर के सर्व समाज के सदस्यों ने विषाल प्रभात फेरी निकाल कर हिन्दू नववर्ष गुडी पडवा, वर्ष प्रतिपदा, विक्रम संवत 2072 के आगमन का स्वागत किया । पूरा नगर केषरिया ध्वजों में भारतीय संस्कृति के अनुरूप नये साल के आगमन के स्वागत मे पूरा नगर भगवा रंग मे सराबोर दिखाई दिया । प्रातः प्रभात फेरी के पूर्व राजवाडा चैक पर गुडी स्थापित की जाकर नगर की विभिन्न समाजों की महिलाओं द्वारा गुडी का विधि विधान से पूजन पण्डित गणेष उपाध्याय द्वारा करवाया गया । नगर मे दूसरे वर्ष में निकाली गई हिन्दू नववर्ष की प्रभातफेरी मे सैकडो की संख्या में पुरूषो, बच्चों, एवं महिलाओं ने भाग लिया । प्रभातफेरी राजवाडा चैक से षुरू होकर आजाद चैक, बाबेल चैराहा, थांदला गेट से बस स्टेंड होकर राधाकृष्ण मार्ग, लक्ष्मीबाई मार्ग से होती हुई राजवाडा चैक पर समापन हुआ जहां षरतषास्त्री एवं पण्डित घनष्याम बैरागी ने वर्ष प्रतिपदा, झुलेलाल जयन्ती, विक्रम संवत 2072 एवं गुडी पडवा पर्व के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इसे हिन्दू संस्कृति की थाती बताया । प्रभातफेरी मे षामील सभी लोगों को निम,मिश्री युक्त शरबत सममानपूर्वक पीलाया गया एवं मिठाई का वितरण भी किया गया । इस अवसर पर ओम प्रकाष शर्मा, विमल कांठी, गणेष उपाध्याय, प्रदीप रूनवाल, निर्मल अग्रवाल, ओपी राय, राजेन्द्र सोनी, सौभाग्यंिसंह चैहान, नगीनलाल पंवार, जितेन्द्र पटेल,राजेन्द्रषर्मा षरतषास्त्री, अजय रामावत, घनष्याम बैरागी,अजय पोरवाल, दिलीपकुष्वाह, आषीष चतुर्वेदी, संतोष गेहलोत, अंकुष कांठी, श्रीमती नीलीनी बैरागी, चेतना पटेल, मधु शर्मा, भावेष सोलंकी, बंटी गवली, दिलीप आचार्य, अजय सोनी, सुनिताषर्मा, पप्पु कटकानी,यषवंत भंडारी, पप्पु कटकानी, बहादूर, गोपाल सोनी, मनोज सोनी, राजेष नागर, राजेष शर्मा, मनीष शर्मा सहित बडी संख्या में नगरवासियों ने प्रभात फेरी मे भाग लिया ।
आरक्षक से विवाद कर गाली-गलौच व शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाला आरोपी रतनलाल गिरफतार
झाबुआ---पुलिस अधीक्षक कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि थाना रायपुरिया क्षेत्र का गुण्डा रतनलाल पिता रामनारायण राठौरए उम्र 46 वर्ष, निवासी झकनावदा द्वारा चैकी झकनावदा में तैनात आर0 इन्द्रवीर एवं झकनावदा निवासी मुकेश कुमार कोठारी के साथ में दिनांक 19.3.15 को, इंदौर से बेडहेड टिकिट लाने की बात को लेकर विवाद किया गया था। आर0 इन्द्रवीर की रिपोर्ट पर थाना रायपुरिया में अप0क्र0 42/15, धारा 186,353,294,506,341 भादवि का दिनांक 20.03.2015 को कायम किया गया था। चैकी प्रभारी झकनावदा उप निरीक्षक झिरमल सापल्या एवं आर0 74 रूपसिंह द्वारा आज दिनांक 21.03.15 को आरोपी रतनलाल पिता रामनारायण, उम्र 46 वर्ष, निवासी झकनावदा को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करते समय भी आरोपी रतनलाल ने पुलिस टीम के साथ विवाद/हंगामा करने का प्रयास किया था। उल्लेखनीय है कि आरोपी रतनलाल चैकी झकनावदा/थाना रायपुरिया की गुण्डा सूची में है। आरोपी रतनलाल को जिला दण्डाधिकारी द्वारा एक बार जिलाबदल भी किया जा चुका है। जिलाबदल रहते हुए भी आरोपी ने नियमों का उल्लंघन किया था, जिस पर उसके विरूद्ध रासुका अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था। आरोपी रतनलाल के विरूद्ध धारा 151 एवं धारा 110 जा0फौ0 की भी कार्यवाही की जा रही है। आरोपी को गिरफ्तार करने में चैकी प्रभारी झकनावदा उनि झिरमल सापल्या एवं आर0 74 रूपसिंह की मुख्य भूमिका रही है। उक्त सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को बधाई दी एवं पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की है।
चोरी का माल ले जाते हुए दो आरोपियों को पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान रंगे हाथों गिरफतार किया, कुन्दनपुर पुलिस को बडी सफलता
झाबुआ---पुलिस अधीक्षक कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि फरियादी अनिल कुमार पिता अमरसिंह खतेडिया उम्र 40 वर्ष, निवासी पिटोल की कुंदनपुर में किराने की दूकान है। दिनांक 20-21/3/15 की दरम्यानी रात्रि में आरोपियों ने किराना दुकान का ताला तोडकर उसमें से 04 डिब्बे रिफाईन तेल के निकाल लिये थे एवं उक्त तेल के डिब्बे आरोपी ले जा रहे थे। चैकी प्रभारी कुंदनपुर परि0 उनि आशुतोष मिठास, आर0 87 जितेन्द्र एवं आर0 99 गोविन्द द्वारा कस्बा कुंदनपुर में रात्रि गश्त की जा रही थी, पुलिस टीम द्वारा यह देखा गया कि दो आरोपियों द्वारा 4 डिब्बे रिफाईन तेल किराना दूकान में सेे ले जाया जा रहा है। पुलिस टीम ने आरोपियों से पूछताछ किये जाने पर उनके द्वारा फरियादी की किराना दूकान से 04 डिब्बे रिफाईन तेल चुराया जाना स्वीकार किया। आरोपियों से 04 डिब्बे रिफाईन तेल एवं ताला तोडने का उपकरण बरामद किया गया। पुलिस टीम द्वारा गिरफतार किये गये आरोपियों का नाम एवं विवरण निम्नानुसार है:-
01. मुकेश पिता केहू मचार भील, उम्र 23 वर्ष, निवासी काकरादरा थाना रानापुर।
02. मुकेश पिता कसना मेड़ा भील, उम्र 22 वर्ष, निवासी रेतालूंजा, चैकी पिटोल थाना कोतवाली झाबुआ।
फरियादी की रिपोर्ट पर थाना रानापुर में अप0क्र0 105/15 धारा 457,380 भादवि का दिनांक 21.3.15 को कायम किया गया। इस प्रकार चैकी कुंदनपुर पुलिस टीम द्वारा चोरी के 02 आरोपियों को रंगे हाथों गिरफतार किया गया। पुलिस की इस बडी सफलता पर कुंदनपुर एवं आसपास के गांवों में हर्ष व्याप्त है। इस बडी सफलता में चैकी प्रभारी कुंदनपुर परि0 उनि आशुतोष मिठास, आर0 87 जितेन्द्र, आर0 99 गोविन्द की सराहनीय भूमिका रही है। रंगे हाथों आरोपियों को गिरफतार करने की सराहनीय सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को बधाई दी एवं नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को प्रभावी रात्रि गश्त करने के निर्देश दिये गये है। अन्य आरोपियों को भी पुलिस टीम द्वारा इसी तरह रंगे हाथों गिरफतार किया जावे।
डिप्टी कलेक्टर के निवास से चोरी हुआ सामान बरामद, संदिग्धों से पूछताछ जारी
झाबुआ---पुलिस अधीक्षक कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि रातीतलाई स्कूल के पास स्थित शासकीय आवास में निवासरत डिप्टी कलेक्टर श्री पुरूषोत्तम कुमार के शासकीय आवास में ताला तोडकर दिनांक 19.3.15 को रात्रि में अज्ञात आरोपियों ने चोरी की घटना घटित की थी। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 214/15, धारा 457,380 भादवि का कायम किया गया था। थाना प्रभारी कोतवाली झाबुआ निरीक्षक शेरसिंह बघेल एवं सउनि पानसिंह वसुनिया द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में प्रकरण की बारीकी से विवेचना की गई। प्रकरण में एक टी0व्ही0, डी0वी0डी0, प्रेस, पानी की छोटी मोटर, बेड शीट बरामद कर ली गई है। पुलिस टीम द्वारा संदिग्धो से पूछताछ की गई। आरोपी को खुलासा हो चुका है। शीघ्र ही आरोपी को गिरफतार किया जाकर प्रकरण में आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
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