परीक्षा सर पर अभी तक नही भराए पांचवी आठवी के फार्म, भटक रहे हे प्रायवेट परीक्षा देने वाले
पारा---ख् अनिल श्रीवास्तव , विगत दिनो स्कुल शिक्षा विभाग व बोर्ड ने कक्षा पांचवी व आठवी की परीक्षा का ऐलान कर दीया।उक्त दोनो प्राथमिक व माध्यमिक स्तर की परीक्षाए 6 से 15 अप्रेल के मध्य समपन्न की जावेगी। वही जिले भर मे कक्षा पांचवी व आठवी की प्रायवेट परिक्षा देने वाले छात्र सहीत अन्य लोग इधर उधर भटक रहे हे। प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा प्राथमिक व माघ्यमीक की होने वाली वार्षिक परीक्षाओ कि तिथिया घोषीत कि जा चूकि हे जो की संभवतया 6 अप्रेल से 12 अप्रेल के मध्य समपन्न होगी।उक्त जानकारी वाट्स्अप के माध्यम से अध्यापको को मिल रही हे। लेकिन विडम्बना की बात ये की इस बाबात स्कुलो के प्रघान पाठक के पास इस तरह लिखीत मे की कोई जानकारी आज दिनांक तक नही हे। जो जानकारी हे वह उनको भी समाचार पत्रो के माध्यम से मिली हे। परीक्षा आंरभ होने करिब दस बारह दिन का समय शेष हे वही प्रायवेट परीक्षा देने वाले सैकडो परीक्षार्थी इधर उधर भटकने को मजबुर हे उन्हे परीक्षा देने संबधी कीसी भी प्रकार की जानकारी कही से भी नही मिल रही हे कि आखीर फार्म कब भरे जाएगे व कहा पर होगी उनकी परीक्षा।उक्त दोनो ही परीक्षा राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा संचालीत जिला शिक्षा अधिकारी के अधिन सम्पन्न होती हे।यहा तक की परीक्षा के पुर्व रोल नम्बर जारी करने के लिए स्कुलो से बच्चो के नामीनल रोल नम्बर लिए जाते वे भी अभीतक स्कुलो से नही बुलवाए गए।
निजि स्कुलो मे नया सत्र चालु---
एक तरफ जहा सरकारी स्कुलो की प्राथमिक व माध्यमिक स्तर की परीक्षा तिथि घोषीत होकर परीक्षा आरंभ होने मे देर हे वही निजि स्कुलो मे परीक्षा परीणाम घोषीत हाने के बाद नविन शिक्षण सत्र की शुरूआत 23 मार्च से हो चूकी हे।क्या कारण हे कि सरकारी स्कुलो मे प्राथमिक व माघ्यमिक की परीक्षाए अप्रेल माह मे ली जा रही हे जब की राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार इन स्कुलो का सम्पुर्ण कोर्स फरवरी माह मे ही पुर्ण होजाता हे व मार्च माह मे परीक्षा होने के साथ ही परीणाम भी घोषीत हो जाना चाहीए। बावजूद इसके स्कुल शिक्षा विभाग मे अभी तक प्रायवेट परीक्षार्थीयो के फार्म अभी तक उपलब्ध नही हे।
इस लिए भटक रहे प्रायवेट परीक्षा देने वाले---
क्षेत्र सहीत सम्पुर्ण जिले मे प्रायवेट परीक्षा देने वाले परीक्षार्थीयो की बडी लम्बी प्रतिक्षा सुची हे। इसका मुख्य कारण हे ड्रायविगं लाइसेन्स नही बनना।राज्य व केन्द्र शासन के निर्देशानुसार पांचवी व आठवी पास व्यक्ती का ही ड्रायविगं लाईसेन्स बनेगा।वही कई अन्य निजि व सरकारी कार्यो के लिए भी पाचवी आठवी तक पढना अनिवार्य हे इन परीक्षाओ मे पास होना जरूरी नही वही अंक सुची के आधार पर जन्म तिथि की भी घोषणा भी हो स्कुल रिकार्ड के अनुसार हो जावेगी जो की हर क्षेत्र मे जरूरी हे ऐसे मे बगेर पढे लिखे आदमी को जहा लाईसेन्स नही बन पाएगा जिससे उसे अपना वाहन चलाने कि पात्रता भी नही होगी।वही वर्तमान दोर मे हर पढे लिखे या अनपढ आदमी के पास अपना वाहन हे ऐसे मे अनपढ आदमी का क्या होगा इसी चिंता मे हर अनपढ आदमी प्रायमरी परिक्षा देने के लिए प्रायवेट फार्म की तलाश मे भटक रहा हे।
ये कहना हे इनका--
उक्त परीक्षाए राज्य शिक्षा केन्द्र के द्वारा संचलित की जाती हे अभी इस संबध मे हमारे पास कोई निर्देश नही हे। जेसे निर्देश वही से प्राप्त होगे उसीके अनुसार परीक्षा ली जावेगी। : सी पी तिवारी, बी ई ओ रामा जिला झाबुआ
गणगौर पर्व मनेगा धुमधाम से निकलेगी शोभायात्रा
झाबुआ---आज सोमवार को गणगौर पर्व धुम-धाम से मनाया जावेगा । राजपूत समाज,स्वर्णकार समाज, माहेष्वरी समाज एवं भावासार समाज की महिलाओं में इस पर्व को लेकर काफी उत्साह का माहौल है । गणगौर उत्सव समिति के प्रमुख नानालाल कोठारी ने बताया कि गणगौर पव्र पर भगवान षिव-पार्वती की पूजा नगर की महिलाओं द्वारा की जाती है । सुहागिनी महिलायें अपने पति की दीर्घायु की कामना एवं कुवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना के लिये इस पर्व को उत्साह के साथ मनाती है । राजवाडा में महाराजा उदयसिंह ने वर्ष 1940 से इस पर्व को मनाया जा रहा है जो अभी तक सतत जारी है । विगत 7 दिनों से गणगौर की पूजा रोजागना महिलाओं द्वारा राजवाडे मे की जारही है । भजन कीर्तन,कथा एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर भी सतत जारी है । आज 23 मार्च को गणगौर पर्व के अवसर पर पूरे दिन महिलाएं पूजा पाठ करेगी व कथा का श्रवण करेगी । सायंकाल 5 बजे राजवाडा चैक से गणगौर की शोभायात्रा निकाली जावेगी जिसमें राजपूत समाज, स्वर्णकार समाज, माहेष्वरी समाज, बा्रह्मण समाज, भावसार समाज की महिलायें गणगौर की प्रतिमाओं को सिर पर उदा कर नगर भ्रमण करेगी । भजनों के साथ नृत्य करती हुई महिलाये जुलुस मे चलेगी । शोभायात्रा राजवाडे से प्रारंभ होकर राधाकृष्ण मार्ग, थांदला गेट, बाबेल चैराहा, आजाद चैक, राम मंदिर होते हुए राजवाडा पर सम्पन्न होगी । गणगौर उत्सव समिति के सदस्यों ने नगर की सभी महिलाओं से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है।
निर्माता हरिष तोलानी फिल्म प्रदर्षन पर सराहना के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया
झाबुआ---इस अंचल में फिल्माई गई बालीवुड फिल्म अंगूरी बनी अंगारा के निर्माता निदेषक हरिष एम तोलानी, ने नगर में फिल्म के सतत 10 दिनों से प्रदषैन को लेकर नगरवासियों एवं अंचल के दर्षकों का आभार व्यक्त किया है । श्री तोलानी ने बताया कि इस फिल्म को दर्षको ने काफी पसंद कर इसकी सराहना की है जिसके लिये वे धन्यवाद के पात्र है। फिल्म के गीतकार इरफान आलीराजपुरी, एवं कथाकार गुलरैज हुसैन ने कहा है कि जिन लोगों ने इस अंचल की माटी की खुष्बु से सराबोर अंगूरी बनी अंगार फिल्म नही देखी है वे जरूर फिल्म को अपने छबिगृह मे देखे । उन्होने पूरे अंचल के लोगों द्वारा फिल्म को पसंद किये जाने पर उनका आभार व्यक्त किया है ।
रक्त सडको पर बहा तो क्या बहा, रक्त सीमाओं पर बहना चाहिये- कर्नल वी पी सिंग
- रूह का रुख उधर,जिस्म का रुख इधर, अब दोनों मिले तो किस तरह-दीप्ति मिश्रा
- नववर्ष पर देर रात्रि तक साहित्य की फुहारों के बीच सपंन्न हुआ कवि सम्मेलन
झाबुआ---वर्ष प्रतिपदा, हिन्दू नववर्ष के आगमन पर हिन्दू नववर्ष उत्सव समिति द्वारा राजवाडा चैक में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया रात्रि 9 बजे से प्रारंभ हुए कवि सम्मेलन में रात्रि डेढ बजे तक नगर के साहित्यप्रेमी श्रोताओं ने साहित्य गंगा मे डूबकिया लगा कर कविताओं का रसास्वादन किया । राजवाडा चैक पर आयोजित इस विराट कविसम्मेलन की अध्यक्षता समाज सेवी हरिष षाह ने की। माता सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पाजंलि एवं माल्यार्पण के साथ कवियों ने अपनी एक से बढ कर साहित्यपूर्ण रचनाओं का देर रात तक बांधे रखा । मंचासीन कवियों का नगर के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवायें देने वाले नागरिकों ने आगन्तुक कवियों का पुष्पामालाओं एवं पुष्पगुच्छो से स्वागत के किया गया ।पूरा राजवाडा चैक श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ था । षरतषास्त्री ने अपने अनुठे संचालन के माध्यम से स्वागत की रस्म पूर्ण कराने के साथ ही कवि सम्मेलन का आगाज हुआ । सूत्रधार शषिकांत यादव ने आमन्त्रित सभी कवियों का उनकी विधाओं के साथ परिचय कराया । इन्दौर से पधारी कवियित्री सुश्री अर्चना अंजुम ने मां सरस्वती की षास्त्रोक्त श्लोक से प्रार्थना या कून्देन्दू तुषारहार धवला.... से कवि सम्मेलन का श्रीगणेष करते हुए सरस्वती वंदना जयति जय जय मां सरस्वती, जय विणाधारिणी मां, जयति तय पद्मासन धारणा मां तुम हो विघ्न विनाषिनी मां..... प्रस्तुत कर तालिया बटोरी । ओरछा से आये वीर रस के सषक्त हस्ताक्षर सुमित मिश्रा ने अपनी रचना बहुत दिनों से सोच रहा था एक कहानी लिखने की...कविता सुना कर श्रोताओं में जोष पैदा करते हुए करवा चैथ पर अपनी कविता यह पावन प्रथा पुरानी है, यह उत्सव का श्रृंगार का प्रस्तुत की । वही चान्द के प्रियमत में भी प्यार छिपा रहता है सुना कर तालिया बटोरी । अखिल विष्व में भारत मां की आन ही है मेरी कविता तथा दुजो को छोटा कह कर बडा बनु यह चाह नही सिंधु नदी से हिन्दु सिंधु तक सारी भूमि भारत की सुनाई । वही आरक्षण की आड में जल रहा दर्द लिखता हूं तथा देष भक्ति यही है कि नीज भाषा का उपयोग करंे,स्वदेषी जीवन शैली हैै स्वदेषी उपभोग करें को काफी पसंद किया गया । भीलवाडा राजस्थान से आये हास्य कवि दीपक पारिख ने अपनी कविता बालक पालक चालक सब खवत है गोली... तथा लिक्विड से खाना खाया एवं एक दिन रावण सीधा स्वर्ग से मंदिर गया को काफी पसंद किया गया । वही पिंकी ने मोबाईल की मदद से खुद के हाथ पीले कर दिये को काफी तालिया मिली । विष्व कविता दिवस के अवसर पर उनकी कविता मंच मंच व्यापारी होगें किन्तु कला का वास न होगा । उनकी रचना नववधु की तरह श्रृंगार सोलह से सजाया है दिन के गुलदस्ते से मन मधुवन बनाया है को काफी पसंद किया गया ।उनकी रचना हे कोषल नरेष राम हर मन का दीप जलाओं भारत गिरवी रखने की तैयारी में है नाथ अब जल्दी पधारों को काफी तालिया मिली वही बेटी बचाओं अभियान पर उनकी रचना कत्ल की गई बेटी मां को लिखती पाती भले कुमाता मां हो जावे बेटी तो बेटी ही रहती को काफी पसंद किया गया ।पाष्चात्य की भाग दौड में संस्कृति का नाष हुआ, गर्भस्थ षिषु की हत्या से कोई बडा पाप नही होता । को काफी सराहना मिली । अर्चना अंजुम ने अपनी रचना सब देख सब रंग की बोडार हुई होली में,चुनर राधा की तार तार हुई झोली में तथा बुद्धिजीवी रोता यहां कवि गाये छंद बज रही है तालिया शुभ दिन आया संग एवं महुए में यौवन चढा चटक उठी कचनार, पीली चुनर चोढ कर सरसों है तेैयार को काफी पसंद किया गया । वही उनकी नेताजी इक्कीसा - श्री नेताजी आपकी महिमा अपरम्पार, ढीला कुर्ता धवल पाजामा तुम लगते शकुनी के मामा तथा अब तो हर हाल में ईमान को लाना होगा भ्रष्ट नेताओं को इंसान बनाना होगा तथा पहली नजर वो आपकी क्या काम कर गई एक दर्द देके दिल में हमारे वो उतर गई तथा चांदनी जब तेरे आंगन में उतरती होगी तुझको बैचेन मेरी याद तो करती होगी, षाम के ढलते ही कोई याद तो आता होगा, फिर तेरी रात भी रातों मे गुजरती होगी ।वही भ्रुण हत्या पर उनकी कृति ना मै गुनहगार तु ऐसे ना धिक्कार मैया देखन दे संसार मेैया देखन दे संसार ने माहौल को नया मोड दिया । बांरा राजस्थान से पधारे हास्य कवि सुरेन्द्र यादवेंन्द्र की रचना हैप्पी न्यू इयर, मैने उाटा तुने चांटा नया साल है तथा फिल्म राम तेरी गंगा मैली की नायिका मंदाकिनी क्यू बहुत दिनों से तेरी कोई फिल्3म नही आई , वही उनकी आषु कविता अर्चना ने सरस्वती की करी पूजा आरती मां की उतारों बताओं तालिया को पसंद किया गया । मंुबई से आई गीत गजल की मलिका सुश्री दीप्ति मिश्रा की गजल एवं षेर - वो नही मेरा मगर उससे मोहब्बत तो है, ये गर रष्मों रिवाजो से बगावत है । वही उनकी रचना दोस्त बन कर दुष्मनों सा वो सताता है मुझे फिर भी उस जालिम पर मरना अपनी फितरत है तो है । मुझे प्यार करते हो करते रहो तो कभी हक्क जमाने की कोषिष न करना, खुष्बु हूं मैं मुझको महसूस करना, मुझको पाने की कोषिष न करना । वही उनका षेर ये माना बहुत दूर है मेरी मंजील, घडी दो घडी साथ चलो तो चलना पर जनम भर साथ चलने की कोषिष न करना । उनकी एक और गजल हम बुरे है अगर बुरे ही भले, अच्छे बनने का कोई इरादा नही साथ लिखा है तो साथ निभ जावे पर साथ निभाने की कोषिष न करना वही उनकी लोक प्रिय रचना रूह का रुख उधर,जिस्म का रुख इधर, अब दोनों मिले तो किस तरह, रूह से जिस्म तक,जिस्म से रूह तक रास्ता सीधा‘साधा नही है, को काफी तालिया मिली । बडौदा गुजरात से आये वीर रस के सषक्त हस्ताक्षर कर्नल व्हीपी सिंह की रचना देष की सरकार चाहे झुक जाये, सेना को नही झुकना चाहिये को काफी तालिया मिली । वही उनकी रचना जब तक ये झण्डा उंचा है तब तक सिर मेरा उंचा है और रक्त में उफान था बस चार दिन, भूल सारे फांसले बस चार दिन, मिट गया जो सरहदो की षान मे, चार दिन में वो कहानी हो गया को काफी पसंद किया गया । वही उनकी कविता रक्त सडको पर बहा तो क्या बहा रक्त सीमाओं पर बहना चाहिये तथा कर्जो मे छूबकर करो लाख दिखावा इस माटी का कर्ज चुकाना बाकी है, सोचों सभी अपनी खुषियों की सोचेंगें, सब बैठेगें घर की चहार दीवारी में, तो सीमा पर षिष कौन चढायेगा को काफी तालिया मिली । सूत्रधार शषिंकांत यादव ने अपनी रचना सुनाते हुए कहा पति बोला पत्नी से प्राण प्यारी जिंदगी को तुने बंटाढार किया । उनकी रचना धर्म परिवर्तन मकी आंधी गांव गांव में छाले फुटने लगे हर पांव में, कैसा सूरज उगाया आपने विकास का झोपडी में टिमटिमाता दीपक भी बुझ गया । उनकी रचना राष्ट्रभक्ति वाले पाठ पढाये नही, हमे खुद पाड पढना आता है को काफी तालिया मिली । उनकी रचना जागो भारत मां के बोटो, अपना फर्ज निभाना है, मां से बढ कर कोई खुदा-भगवान नही होता को काफी पसंद किया गया ।कार्यक्रम के अन्त में आयोजन समिति ने अभा कवि सम्मेलन को सफल बनाने के लिये सभी श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
रंगक्रांति संस्कृति शिविर आगज आज, मध्यप्रदेश नाट्य विद्याल के निदेशक संजय उपाध्याय करेंगे उद्घाटन.
झाबुआ--- नगर में आयोजित होने वाले करीब 1 माह के रंगक्रांति शिविर का उद्घाटन आज 6.30 बजे स्थानीय साजरंग परिसर पर होगा । शिविर का उद्घाटन ख्यात रंगकर्मी और मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के निदेशक संजय उपाध्याय करेंगे । साथ ही कलेक्टर बी चंद्रशेखर, कबीर सम्मान प्राप्त कन्हैयालाल कैथवास, शिविर निर्देशक भूषण भट्ट ,बिहार से आए रंगकर्मी नंदनसिंह आदि अथिति के रूप में मौजूद रहेंगे । शिविर को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी है । रंगक्रांति संस्कार शिविर दिनांक 23 मार्च 2015 शहीद भगतसिंह के शहादत दिवस से अमर शहीद तात्या टोपे के बलिदान दिवस दिनांक 18 अप्रैल 2015 तक आयोजित किया जा रहा है । जिसमें रंगकर्म कलाओं के साथ-साथ अभिनय, संगीत, नृत्य, क्राफ्ट डिजाईनिंग, माइम, मार्शल आर्ट, स्क्रिप्टिंग, आदि का प्रशिक्षण विषय विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा । “रंगक्रांति” रंगशिविर 2015 में प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय एवं म.प्र. नाट्य विद्यालय भोपाल के विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जा रहा है । यह शिविर आजाद की धरती से तात्या टोपे को सलाम करने का एक प्रयास होगा । इसके साथ शिविर के बीच- बीच में टीवी जगत की कई हस्तियां प्रतिभागियों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएगी । शिविर के दौरान ही तीन प्रस्तुतियां तैयार की जाएंगी जिनका भव्य मंचन शिविर के बाद होगा । क्रांतिकारी तात्या टोपे के जीवन पर आधारित नाटक “जो लड़े दीन के हेत” का मंचन होगा । बच्चों के लिए नाटक मूषक पुराण की प्रस्तुति तैयार की जाएगी । वहीं जिला विकंलाग केन्द्र के बच्चों माइम एक्सपर्ट और मार्शल आर्ट के प्रशिक्षक एक शानदार प्रस्तुति इस शिविर के दौरान तैयार करवाएंगे । शिविर प्रभारी धर्मेन्द्र मालवीय, रंगकर्मी भरत व्यास, आशीष पांडे आदि ने अधिक संख्या में शिविर में भाग लेकर इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की है ।
ये रहेंगे प्रशिक्षक
ऽ शिविर निर्देशक - भूषण भट्ट- बहुआयामी प्रतिभा के धनी श्री भट्ट लेखक, निर्देषक, संगीत निर्देषक, गीतकार, गायक के साथ अभिनेता भी हैं। उन्होंने अपने कैरियर की षुरुआत रंगमंडल (भारत भवन) से की और बाद में ‘रंगायन’ (मैसूर), निनासम (हेग्गोडु) और श्रीराम सेंटर (दिल्ली) से जुड़े। रानावि के पूर्व निर्देषक स्व. ब.व. कारंथ के सहायक के रूप में 14 वर्श तक काम किया। पिछले तीन दषकों से रंगकर्म में सक्रिय हैं और विभिन्न भाशाओं तथा बोलियों जैसे हिन्दी, मराठी, कन्नड़, बुंदेली, मालवी आदि के 200 से ज्यादा नाटकों में काम कर चुके हैं कन्नड़ और मराठी के नाटकों का हिन्दी रूपांतर किया है और विभिन्न भाशाओं के 60 से ज्यादा नाटकों के लिए संगीत दिया है। झाबुआ डेंवलेपमेंट एंड कम्युनिकेषन प्रोजेक्ट (जे डी सी पी), इसरो, अहमदाबाद में अभिनेता, लेखक, निर्देषक, गायक और संगीत निर्देषक के रूप् में झाबुआ की जनजातियों से जुड़े मुद्दों पर आधारित 600 से ज्यादा कडि़यों में काम कर चुके हैं। छŸाीसगढ़ी फीचर फिल्म ‘छŸाीसगढ़ महतारी’ की कहानी, पटकथा और संवादों के लेखन के अलावा एक हिन्दी फीचर फिल्म ‘देख तमाषा रावण का’ के लिए भी लेखन कार्य जो अभी निर्माणाधीन है। ‘मालगुड़ी का नरभक्षी’ (मालगुडी डेज) के 42 एपिसोड़स का लेखन भी किया है। श्री भट्ट लगभग 35 नाटकों का निर्देषन कर चुके हैं और 20 से ज्यादा नाटकों का लेखन तथा निर्देषन दोनों, जिनमें प्रमुख हैंरू ‘जो लड़े दीन के हेत’ (तात्या टोपे पर आधारित), ‘रावण’, ‘मूशक पुराण’, ‘मीरा’, ‘नन्नू मकोड़ा’, ‘ए गर्ल’ आदि। उनकी पटकथाओं के विशय बंधुआ मजदूरी, जातीय भेदभाव, अवसाद और देषभक्ति होते हैं। बच्चों के लिए व्यापक लेखन कार्य। वे वाइल्ड लाइफ फिल्ममेकर भी हैं। वर्श 2003 में आप दूरदर्षन के प्रस्तुति विभाग में रचनात्मक प्रमुख रहे और 2013-14 में जी नेटवर्क में भी इसी पद पर काम किया।
ऽ श्री कन्हैयालाल कैथवास - राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक श्री कन्हैया आंगिक और वाचिक अभिनय और मंच विन्यास और मुखौटा निर्माण का प्रशिक्षण देंगे. राज्य कबीर सम्मान के सम्मानित श्री कन्हैया वर्तमान में म.प्र. नाट्य विद्यालय में सहायक निर्देशक है. ऽ श्री कुमार दास टी एन - राष्ट्रिय नाट्य विद्यालय के स्नातक केरल मूल के श्री कुमारदास मंच विन्यास,प्रकाश संयोजन और संचालन का प्रशिक्षण देंगे. ऽ श्री सतीश दवे -बाल मनो विशेषज्ञ श्री दवे बाल रंगमंच का प्रशिक्षण एवं विशेष बालकों के लिए अभिकल्पित श्मैं आज़ादश् के विषय विशेषज्ञ का कार्य करेंगे.श्री दवे बच्चों की अग्रणी संस्था बाल मंच निदेशक है और पर्यावरणीय रंगमंच के विशेषज्ञ है. ऽ डॉ.दीपेन्द्र शर्मा - भोज शोध संस्थान धार के निदेशक श्री शर्मा भारतीय आज़ादी और प्राचीन वैभव के विषय विशेषज्ञ रूप में कार्य करेंगे. ऽ श्री सप्तरथी मोहंता -रंगश्री लिटिल बैले ट्रूप के वरिष्ठ कलाकार श्री मोहंता छाऊ नृत्य का प्रशिक्षण देंगे.श्री मोहंता विशेष बच्चो को प्रशिक्षण देने का अनुभव रखते है. ऽ श्री हर्ष दौंड -रंग विदूषक भोपाल के वरिष्ठ सदस्य श्री हर्ष कुशल नर्तक और अभिनेता है.वे देह गति और मूकाभिनय का प्रशिक्षण देंगे. ऽ श्री गोदान कुमार - राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक श्री गोदान अभिनय,उच्चारण एवं हस्त मुद्राओं का प्रशिक्षण देंगे.श्री गोदान अनेक नाटकों में प्रमुख भूमिका निबाहने के साथ अनेक टीवी कार्यक्रमों में अभिनय कर चुके है. ऽ श्री नंदन सिंह -पटना निवासी श्री नंदन केरल की युद्ध शैली कलारी पयाट्टू का प्रशिक्षण देंगे. म.प्र. नाट्य विद्यालय के स्नातक नंदन ने केरल कलामंडलम से इस विद्या का विधिवत प्रशिक्षण लिया है. ऽ सुश्री अनामिका सागर - म.प्र. नाट्य विद्यालय की स्नातक सुश्री अनामिका लोक नर्तन का प्रशिक्षण देंगी.नृत्य संरचना की विशेषज्ञ सुश्री अनामिका ने राष्ट्रिय स्तर पर लोक नृत्य संरचनाओं की प्रस्तुति दी है. ऽ सुश्री पूनम अरोरा - एमिटी यूनिवर्सिटी दिल्ली से काउंसलिंग सयाकोलोजिस्ट की उपाधि प्राप्त सुश्री पूनम पॉवर योग एवं एरोबिक्स का प्रशिक्षण देंगी.सुश्री पूनम दिल्ली के बाल सहयोग के साथ कार्य कर चुकी हे।
चक्कर आकर गीरने से मोत
झाबुआ--फरियादिया बदी पति थावरिया बिलवाल उम्र 55 वर्ष निवासी आम्बा छकतला ने बताया कि जामसिंह पिता कापसिंह पणदा, उम्र 38 वर्ष निवासी छकतला, शादी के कार्यक्रम में गया था, जहा अचानक चक्कर आने से गिर गया व उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी। थाना कालीदेवी में मर्ग क्र0 10/15, धारा 174 जाफौ0 कायम कर विवेचना में लिया गया।
सर्प दंश से बच्चे की मोत
झाबुआ--- फरियादी रायसिंह पिता कालिया दयमा भील उम्र 35 वर्ष निवासी भुरीघाटी ने बताया कि वीरेन्द्र पिता तोलिया दयमा, उम्र 10 वर्ष निवासी भुरीघाटी की सांप के काटने से मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया में मर्ग क्र0 07/15, धारा 174 जाफौ0 कायम कर विवेचना में लिया गया।
सट्टा खेलते आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
झाबुआ--पुलिस अधीक्षक कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि थाना पेटलावद की पुलिस टीम ने आरोपी संजू पिता कमलसिंह सकवाल, उम्र 30 वर्ष निवासी पेटलावद को हार-जीत का सट्टा लिखते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से सट्टा पर्ची की डायरी, लीड पेन व नगदी 5,580 रू0 जप्त किये गये। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्र0 104/15, धारा 4-क धूत अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
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