उत्तराखंड की विस्तृत खबर (28 मार्च) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 28 मार्च 2015

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (28 मार्च)

त्रिवेंद्र ने दिवाकर को दल में शामिल करने पर ऐतराज जताया 
  • -एकता के नाम पर इस तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगाः त्रिवेंद्र

देहरादून, 28 मार्च (निस)। यूकेडी नेता त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने कहा कि कुछ लोगों को यूकेडी की एकता रास नहीं आ रही है। उन्होंने पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट को दल में शामिल करने पर कड़ा ऐतराज जताया है। पंवार का कहना है कि दिवाकर भट्ट को दल में शामिल करने से पूर्व न उन्हें विश्वास में लिया गया है और न ही काशी सिंह ऐरी को विश्वास में लिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता एकता के नाम पर इस तरह की अराजकता को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हैं। ऐसे लोगों को किसी भी स्थिति में दल में वापस नहीं लिया जाएगा। यहां एक रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि लगभग दो साल बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होना है। जनता को एक बेहतर विकल्प मिले इसी को ध्यान में रखते हुए यूकेडी के दो बड़े धड़ों ने हाथ मिलाया। राज्य गठन के चैदह साल बाद भी जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। कांग्रेस व भाजपा दोनों ही राष्ट्रीय दलों की सरकारें इस दौरान राज्य में रही हैं। दोनों की दलों की सरकारों ने प्रदेश की जनता के साथ छल और फरेब किया है। उन्होंने कहा कि भावी राजनीति को लेकर उनके और काशी सिंह ऐरी के बीच एक राय बनी थी कि अब किसी भी स्थिति में कांग्रेस व भाजपा को प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कोई समर्थन नहीं दिया जाएगा। दल न सरकार में शामिल होगा और न ही बाहर से समर्थन दिया जाएगा। पार्टी बहुमत के आधार पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगी तो जनादेश का सम्मान करते हुए विपक्ष में बैठेगी। उन्होंने कहा कि यह भी समझौता हुआ था कि पार्टी के संयुक्त अधिवेशन तक दोनों की धड़ों का अपना-अपना असित्व बना रहेगा। अधिवेशन के लिए मुझे दोनों धड़ों का संयोजक बनाया गया था। यह भी तय हुआ था कि दल में किसी को भी लेने से पहले आपस में एक राय बनाई जाएगी, उसके बाद ही किसी को दल में लिया जाएगा। दोनों धड़ों के बीच बनी इस सहमति के बाद भी लगता है कि कुछ लोगों को दल की एकता व मजबूती रास नहीं आ रही है। इसी वजह से अपनी राजनीतिक अपरिपक्वता को कुछ नेताओं ने 22 मार्च को फिर साबित किया कि जब उनकी और काशी सिंह ऐरी की अनुपस्थिति में दिवाकर भट्ट को फिर पार्टी में शामिल करने की घोषणा की गई। पार्टी का संयोजक होने के नाते उनसे एक बार भी नहीं पूछा गया। जो लोग पार्टी के सर्वेसर्वा इस समय हैं  के बिना उनकी उपस्थिति व सहमति के कैसे किसी को पार्टी में लिया जा सकता है। इस वापसी का दावा भी अपने आप को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष करने वाले एक व्यक्ति ने किया। यह आज तक किसी की   समझ में नहीं आया कि जब वह व्यक्ति पार्टी के दो धड़ों में से किसी के भी साथ नहीं हैं तो फिर वे हैं किस उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष। जो व्यक्ति पार्टी में है ही नहीं वह कैसे किसी को पार्टी में ले सकता है और कैसे आजीवन पार्टी से निष्कासित व्यक्ति का निष्कासन रद्द कर सकता है। उन्होंने कहा कि इसी तरह की राजनीतिक अराजकताओं के कारण ही दल को कई बार टूट का सामना करना पड़ा है। दल की मजबूती की प्रक्रिया अभी ठीक से शुरु भी नहीं हुई है कि कुछ लोग छल-कपट और शह-मात के खेल में जुट गए हैं, जो पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता एकता के नाम पर इस तरह की अराजकता को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हैं। ऐसे लोगों को किसी भी स्थिति में दल में वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगेस-भाजपा से हमेशा दूरी बनाए रखने के निर्णय के तहत ही यूकेडी पी ने भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव में गुरमेल सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।

महिला से चेन लूट का प्रयास

देहरादून, 28 मार्च (निस)। राजपुर रोड स्थित पुलिस कप्तान निवास से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर आरटीओ क्षेत्र में सुबह मार्निंग वाक पर निकली एक महिला की चेन झपटने का असफल प्रयास किया गया। महिला के शोर मचाने पर चेन लुटेरा मौके से फरार हो गया। वहीं पीडिता का आरोप है कि जब मामले की जानकारी पुलिस को दी गई तो लापरवाह रवैया अपनाया गया। मिली जानकारी के अनुसार दिलाराम बाजार निवासी मीरा पाण्डे उम्र 45 वर्ष रोज की तरह शनिवार को भी सुबह 5.25 पर मार्निंग वाक पर गयी थी। जब वह आरटीओ के समीप पहंुची तो पीछे से काले कपड़े पहने हुए युवक आया और उसने चेन लूटने का प्रयास करते हुए उनके गले पर झपट्टा मारा। बताया जा रहा है कि इस झपटे की वजह से मीरा पाण्डे जमीन पर जा गिरी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला के गिर जाने के बाद भी लूटेरा उनकी कान की बाली छीनने का प्रयास कर रहा था। किन्तु महिला के शोर मचाने पर वह वहां लोगों के पहुंचने पर लूटेरा मौके से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि जब इस वारदात की जानकारी कंट्रोल रूम को दी गयी तो वहां मौजूद कर्मियो ने उन्हंे डालनवाला थाने जाने की सलाह दी। लोगों का कहना है कि अगर कंट्रोल रूम इस मामले को गम्भीरता से लेता तो शायद बदमाश पुलिस गिरफ्त में होता।

पलायन रोकने को आजीविका के संसाधनों को बढ़ाना होगाः सीएम

देहरादून, 28 मार्च (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि समृद्धशाली व खुशहाल प्रदेश के निर्माण के लिए एकजुट होकर गरीबी को हटाना हमारी प्राथमिकता है। पलायन को रोकने के लिए आजीविका के संसाधनों को बढ़ाना होगा। जिलासू अब नये विकास केन्द्र के रूप में अवतरित हुआ है, जो इस क्षेत्र के विकास में काफी कारगर सिद्ध होगा। शनिवार को जिलासू में आयोजित नवसृजित तहसील के उद्घाटन तथा रू. 719.90 लाख धनराशि की लागत से निर्मित गार्डर मोटर सेतु के लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें इस राज्य को समृद्धशाली बनाने के लिए गाॅवों से गरीबी को हटाना होगा। इसके लिए पलायन को रोकने के लिए गाॅव में आजीविका के संसाधनों को बढाने की आवश्यकता है। आज हर गाॅव मोटरमार्ग से जुड़ने जा रहा है, लोगों को अपने उत्पादन को बढ़ाना चाहिए, जिसका विपणन नजदीकी बाजार में हो सके। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार इस वर्ष 700 नई सड़कों पर काम शुरू करने जा रही है, जिससे ग्रामीणों को अपने उत्पादों को नजदीकी बाजार में विपणन करने में सुविधा होगी। गाॅव के सर्वागींण विकास के लिए सरकार द्वारा कई विकासपरक योजनायें संचालित की जा रही हैं। गाॅव केे गरीब तबके के लोगों तक लाभ पहंुचे यह हमारी मंशा है। उन्होंने कहा सरकार बीस हजार नवयुवकों को सरकारी नौकरी देने की योजना बना रही है, तथा जिलासू की तर्ज पर अगले पाॅच वर्षों की कार्य योजना के अन्तर्गत सौ नये मिनी नगरों की योजना बना रही है। उन्होंने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि कृषि फलोत्पादन, दुग्ध के क्षेत्र में कार्य करने वालों को बोनस के रूप में प्रोत्साहित किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग एक दर्जन घोषणायें करते हुये कहा कि कालेश्वर में अलकनन्दा नदी में सिल्ट को हटाने, कालेश्वर में बाढ़ सुरक्षा दीवार निर्माण, कालेश्वर में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जिलाधिकारी को डीपीआर तैयार करने, लंगासू में 33 केवी का विद्युत उपकेन्द्र, सेमी-उतरौं मोटरमार्ग को राजमार्ग से जोड़ने, सोनला में मोटर पुल निर्माण की घोषणा के साथ मोनिका तथा बमौथ मे मिनी स्टेडि़यम की स्थापना, जिलासू सिंचाई लिफ्ट योजना, उतरौं में एएनएम सेन्टर, देवली बगड़ में चैक डैम तथा पोखरी के सुमी गाॅव में स्वर्गीय बासुदेव चैहान की स्मृति में आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने शीघ्र ही सरकार का लक्ष्य हैं कि प्रत्येक थाने में एक महिला इंस्पेक्टर तथा एक हजार महिला कान्सटेबल की भर्ती, पीआरड़ी में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीबी से लड़ने के लिए गाॅव की स्थिति में बदलाव लाने की जरूरत है तथा पिछड़ेपन को हटाने पर बल दिया। उन्होंने गाॅव मे चाल-खाल बनाने पर जोर देते हुए कहा कि पानी का मापन कर उसका भी बोनस दिया जायेगा तथा फलदार वृक्षों के उत्पादन पर तीन साल में 400 रू. बोनस प्रति वृक्ष दिया जायेगा। उन्होंने कहा सरकार की योजना है कि जन्म से विकलांग को 500 रू. पेंशन दी जायेगी तथा बोनौं को भी अब पेंशन का प्रावधान किया गया है, जिसमें बौनी लड़की को लड़के से ड़ेढ़ गुना ज्यादा पेंशन दी जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पुरोहितों, 60 वर्ष से ऊपर के किसानों को पेंशन योजना से जोड़ने का प्रावधान किया गया है। 65 वर्ष से ऊपर के वृद्ध तथा 60 वर्ष से अधिक की वृद्धा को राज्य की रोड़वेज बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी मुहैया कराये जाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कृषि, शिक्षा, रोजगार तथा जल पर विशेष बल देते हुए कहा कि हमें अपने गाॅव तथा गरीबों को समृद्धशाली बनाने के लिए इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की ओर विशेष जोर देना होगा। इस अवसर पर शिक्षा एवं पेयजल मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी, पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, उपाध्यक्ष विधानसभा/विधायक कर्णप्रयाग डा0 अनुसूया प्रसाद मैखुरी, विधायक बद्रीनाथ/उपाध्यक्ष बीस सूत्री कार्यक्रम राजेन्द्र सिंह भण्ड़ारी, पृथ्वीपाल सिंह चैहान पूर्व एमएलसी, अध्यक्षा जिलापंचायत मुन्नी देवी शाह सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। इसके बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गोपेश्वर पहुॅचकर राजकीय स्नातकोत्तर गोपेश्वर के छात्रसंघ समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अगले वर्ष श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कालेज कैम्पस प्रारम्भ कराने, रिक्त पदों पर प्रवक्ताओं की नियुक्ति किये जाने, बालिका छात्रावास के लिए 25 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृति किये जाने के साथ ही छात्राओं के लिए एक बहुउद्देशीय हाॅल का निर्माण कराये जाने की घोषणा की। साथ ही प्रेस क्लब भवन के ऊपर से हाई टेंशन लाइन को हटाने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दो करोड़ रूपये गोपेश्वर में पार्किंग स्थलों के विकास के लिए दिय। उन्होंने कहा कि गोपेश्वर में व्यापार भवन निर्माण हेतु लागत का 40 प्रतिशत सरकार तथा 30-30 प्रतिशत स्थानीय विधायक व व्यापारियों द्वारा खर्च किये जाने की शर्त पर धन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने स्थानीय हस्तशिल्प कला को प्रोत्साहित करने के लिए निपुण महिला हस्तशिल्पियों को मास्टर क्राफ्ट वूमेन के रूप में तैनात करने की घोषणा की जो अन्य महिलाओं को प्रशिक्षित करेंगी। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष नन्दन सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री को महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत कराया तथा एक माॅग पत्र सौंपते हुए महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय कालेज कैम्पस खोलने, रिक्त प्रवक्ताओं के पदों पर भर्ती, अधूरे पड़े बालिका छात्रावास के निर्माण के लिए धन उपलब्ध कराने, छात्रावासों की मरम्मत कराने, अध्यापकों की आवासीय व्यवस्था, आॅडि़टारियम का निर्माण, वाणिज्य, कला, बी.एड़ के पीजी भवन के निर्माण की माॅग रखी जबकि क्षेत्रीय विधायक ने अगले शिक्षा सत्र से महाविद्यालय में बीसीए व एमसीए पाठ्यक्रमों को शुरू करने की माॅग की। वार्षिकोत्सव समारोह में शिक्षा व पेयजल मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी, पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, पूर्व एमएलसी एवं अध्यक्ष कृषि उद्यान एवं वितरण पृथ्वीपाल सिंह चैहान, क्षेत्रीय विधायक राजेन्द्र सिंह भण्ड़ारी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत लखपत तथा छात्रसंघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।

गुलदार के आतंक से गढ़ी कैंट क्षेत्र के लोग भयभीत 

देहरादून, 28 मार्च (निस)। । गढ़ी कैंट क्षेत्र में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुलदार के आबादी क्षेत्र में दिखने से स्थानीय लोगों लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है। टपकेश्वर कॉलोनी में उत्तराखंण्ड पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत विजेंद्र सिंह तडि़याल के आवास पर बीती रात गुलदार बैठा नजर आया।   इसकी जानकारी स्थानिय लोगो ने भाजपा के श्रीदेव सुमन नगर मंडल उपाध्यक्ष देवेन्द्र पाल सिंह को दी। जिस पर देवेन्द्र पाल सिंह ने इसकी पूरी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी तथा क्षेत्र में पिंजरे लगाने की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि गुलदार ने पालतू बिल्ली का शिकार किया है जिसके खून के निशान वहां पर मौजूद दिखे। वन विभाग के अधिकारियों ने आज क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। देवेन्द्र पाल सिंह का कहना है कि घटना के दो दिन बीत जाने के बाद वन विभाग मौके पर आया, जबकी लगातार तीन दिन से तेंदुआ एक ही जगह पर आ रहा है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से क्षेत्र में कॉम्बिंग करने एवं पिंजरे लगाने की मांग की है। उनकी मांग पर वन विभाग ने टपकेशवर कॉलोनी में पिंजरा लगा दिया गया। वन विभाग ने तेंदुए के आतंक से सहमे लोगो से क्षेत्र में चैकसी बरतने की सलाह दी। देवेन्द्र पाल सिंह ने लोगांे से अपील की है सभी लोग सावधानी बरतें तथा अपने घर के बाहर की लाइट रात में जलाकर रखें। रात मंे विशेष सावधानी बरतें। /

नंगे पांव यात्रा करते हैं श्रद्धालु, भगवान तुंगनाथ की 25 वर्षों बाद देवरा यात्रा का आगाज 

देहरादून, 28 मार्च (निस)। । 25 वर्षों बाद आयोजित तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की देवरा यात्रा ने शनिवार को जिला मुख्यालय के विभिन्न वार्डों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। श्रद्धालुओं ने भी पुष्प-अक्षत्रों से डोली का भव्य स्वागत कर मनोतियां मांगी। मालूम हो कि नारी-सतेरा मंदिर में विराजमान भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली 25 वर्षों बाद मंदिर समिति नौजुला के तत्वावधान में 14 दिसम्बर से देवरा यात्रा पर निकली है। छह माह की देवरा यात्रा के दौरान भगवान तुंगनाथ चार दिशाओं का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष देंगे। अभी तक पूरब और उत्तर दिशा की यात्रा पूर्ण हो गई है। जबकि अभी दक्षिण दिशा की यात्रा चल रही है। इसके बाद पश्चिम दिशा की यात्रा संपंन होगी। यात्रा संपंन होने के बाद भगवान तुंगनाथ के मंदिर नारी सतेरा में बन्याथ का आयोजन किया जाएगा। 28 मई को नारी सतेरा मंदिर में कुंड खातिर का आयोजन होगा। जिसके बाद बन्याथ यज्ञ शुरू हो जाएगी। इस दौरान छह जून को विशाल जल कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा और सात जून को पूर्णाहुति के साथ बन्याथ का समापन होगा। विदित हो कि भगवान तुंगनाथ के तीन ही मंदिर स्थित हैं। पहला मंदिर चोपता तुंगनाथ, दूसरा चोपता फलासी और और तृतीय मंदिर नारी सेतरा में विराजमान है। इन तीनों मंदिरों में भगवान शिव की भुजाओं की पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान तुंगनाथ को तृतीय केदार के रूप में भी पूजा जाता है। देवरा यात्रा क्षेत्र की खुशहाली के लिये प्रत्येक 12 वर्षों बाद आयोजित होती है। पूरी यात्रा के दौरान देवरा यात्रा में साथ चलने वाले श्रद्धालु नंगे पैर रहते हैं। अभी तक भगवान तुंगनाथ की डोली ने लगभग दो सौ से अधिक गांवों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष दे दिया है। शनिवार को भ्रमण के दौरान भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने बेलनी, संगम बाजार सहित अन्य तोकों में श्रद्धालुओं को आशीष दिया। श्रद्धालुओं ने भी जगह-जगह पूजा-अर्चना कर मनोतियां मांगी। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रबल सिंह नेगी, गोपाल सिंह रावत, राममोहन सिंह, विक्रम सिंह रावत, आनंद सिंह रौथाण, महिपाल सिंह, शिशुपाल सिंह, रवि प्रसाद मलवाल, रामकृष्ण मलवाल, संरक्षक रमेश प्रसाद सेमवाल, संजय दत्त सेमवाल, युद्धवीर सिंह नेगी, खिताब सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह रावत सुरी सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद थे।

एक और फतह की ओर सीएम, मगर आहिस्ता-आहिस्ता, हरीश की पहल पर एफएल-टू नीति को मंजूरी
  • मूल रूप में सामने आने में लगेगा एक माह और
harish rawat
देहरादून, 28 मार्च (राजेन्द्र जोशी) । कैबिनेट सहयोगियों और मीडिया के विरोध के बाद भी सीएम हरीश रावत ने हार नहीं मानी। नतीजा यह रहा कि वे फतह की ओर बढ़ रहे हैं। मगर आहिस्ता-आहिस्ता। सीएम बनने के बाद से ही हरीश रावत अपने अंदाज में काम कर रहे हैं। एक बार जो ठान लिया, उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। ताजा मामला एफएल-टू का ही ले लें। पिछली कैबिनेट में इस प्रस्ताव को सहयोगी मंत्रियों की असहमति की वजह से मंजूरी नहीं मिल सकी थी। सीएम ने इस प्रस्ताव की बारीरियां जांचने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली एक कमेटी के पास भेज दिया। इसी बीच मीडिया में इस नई नीति की खामियों को उजागर किया जाने लगा। सीएम ने इसका जवाब समाचार पत्रों में नई नीति की खूबियों के बारे में विज्ञापन देकर दिया। सदन में भाजपा ने इस विषय पर घेराबंदी की तो संसदीय कार्यमंत्री से यह कहलवा दिया गया कि अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विपक्ष भी इस मुद्दे पर अप्रत्याशित रूप से मौन साध गया। शुक्रवार शाम को हुई कैबिनेट की बैठक में सीएम ने इस नई नीति को मंजूरी दिलवा ही ली। इस मामले में उन्होंने आहिस्ता-आहिस्ता मंजिल की ओर बढ़ने का निर्णय लिया है। मंजूरी मिलने के बाद भी खुद अपनी अध्यक्षता वाली कैबिनेट की सब कमेटी को यह नई नीति दी गई है। यह कमेटी एक माह तक इसकी समीक्षा करेगी। नई नीति 15 अप्रैल से लागू होगी और 30 अप्रैल तक एफएल-टू लाइसेंसी के रूप में गढ़वाल में जीएमवीएन और कुमाऊं में केएमवीएन काम करेंगे। इस बीच सब कमेटी की रिपोर्ट भी आ जाएगी और एक मई से एफएल-टू के लाइसेंस उन्हीं लोगों को दे दिए जाएंगे, जिनके लिए इस नई नीति को लागू किया गया है। सीएम ने इसे पिछले साल जून में लागू करने की कोशिश की थी। भारी विरोध के बाद उन्होंने इसे रोक दिया था। अलबत्ता अंदरखाने प्रयास जारी रहे। अब एक साल बाद सीएम का यह ड्रीम प्रोजेक्ट आखिरकार अमल में आ ही जायेगा।  

अब केदारनाथ में मिलेगा हाई स्पीड इंटरनेट

देहरादून, 28 मार्च (निस)। केदारनाथ में भी अब हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी मिल सकेगी। जिला प्रशासन ने बीएसएनएल की मदद से केदारनाथ और सोनप्रयाग में अत्याधुनिक संचार उपकरण आई-डीआर लगाने का निर्णय लिया है। 24 अप्रैल से शुरू हो रही यात्रा के दौरान संचार सेवा बेहतर बनाने के लिए इस बार केदारनाथ और सोनप्रयाग में हाई स्पीड आई-डीआर उपकरण लगाया जा रहा है। यह उपकरण तेज इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराएगा। डीएम डॉ. राघव लंगर का कहना है कि आई-डीआर लगने से बेहतर संचार तंत्र उपलब्ध होने से बॉयोमैट्रिक्स पंजीकरण में दिक्कत नहीं होगी। उपकरण को खरीदने के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है। यात्रा के दौरान धाम से देहरादून नियमित कनेक्टिविटी भी होगी। बीएसएनएल ने रुद्रप्रयाग से लेकर गुप्तकाशी तक मोबाइल थ्री जी सेवा शुरू कर दी है। 15 अप्रैल तक फाटा को भी इस सेवा से जोड़ा जाएगा। दूसरी ओर बर्फबारी से क्षतिग्रस्त लिनचैली में मोबाइल टावर के निरीक्षण के लिए जल्द टीम जाएगी। रिपोर्ट के बाद इस टावर की मरम्मत 15 अप्रैल तक कर दी जाएगी। इस मोबाइल टावर को अपग्रेड भी किया जाएगा, जिससे पूरे पैदल मार्ग पर सिग्नल बने रहे।

यह है आई-डीआर
आई-डीआर वी-सेट का विस्तृत रूप है। यह सीधे सेटेलाइट से कनेक्ट होता है। इस उपकरण का उपयोग दूरस्थ क्षेत्रों में इंटरनेट की हाई स्पीड के लिए किया जाता है। उपकरण प्रति सेकंड 2 मेगा बीट्स का आदान-प्रदान करता है। वहीं एक सीमित क्षेत्र में वाई-फाई सुविधा भी प्राप्त होती है। इस उपकरण की लागत करीब 31.5 लाख रुपये है। जबकि इसका वार्षिक खर्चा करीब 29 लाख रुपये है।

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