जम्मू कश्मीर में पिछले 24 घंटे के दौरान मौसम शुष्क रहने के कारण बाढ की स्थिति में सुधार आया है और झेलम एवं उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से कम होना शुरु हो गया है। सिंचाई आैर बाढ नियंत्रण अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश के कारण झेलम और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया था लेकिन आज सुबह इसमें कमी दर्ज की गयी है। जलस्तर पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी कश्मीर में संगम का जलस्तर 16.70 फुट था जो खतरे के निशान से चार फुट नीचे था।
कल यहां का जलस्तर खतरे के निशान से दो से तीन फुट अधिक था। उन्होंने बताया कि शहर के मुंशी बाग का जलस्तर खतरे के निशान से अधिक था। यहां का जलस्तर 18.40 फुट था जिसमें कल के मुकाबले दो फुट की कमी आयी है। उत्तरी कश्मीर में श्रीनगर-बांदीपोरा रोड का जलस्तर आज 12.75 दर्ज किया गया। इसके अलावा शहर के निचले इलाके में बाढ की स्थिति अभी भी बनी हुई है। बेमिना कॉलोनी के निवासियों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण ने पिछले दो दिनों से डूबे उसके घरों से पानी निकासी के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। इससे पहले सरकार ने घाटी में बाढ की चेतावनी जारी कर दी थी और किसी भी स्थिती से निपटने के लिए सेना से सहायता की मांग की थी। बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ की टीम को पहले ही भेज यहां भेज दिया गया था। सभी जिला मुख्यालयों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गए हैं।
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