अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने महिलाओं को संगठित होकर अपने हक की लड़ाई के लिए आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा करने से ही उन्हें अपना अधिकार मिल सकेगा । श्रीमती ओझा ने आज यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में ..नारी-कल. आज और कल..विषय पर आयोजित परिचर्चा का उद्घाटन करने के बाद कहा कि पहली बार बिहार आने पर उन्हें यह महसूस हुआ कि प्रदेश में कांग्रेस मजबूत है .कमजोर नहीं । उन्होंने कहा कि बिहार में महिला कांग्रेस मजबूत स्थिति में है और जिस तरह से हनुमानजी को अपनी शक्ति का ऐहसास नही था उसी तरह से यहां की महिलाओं को भी अपनी शक्ति का ऐहसास नहीं है । जरूरत है संघर्ष और जुझारूपन की । महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से ही किसान .मजदूर एवं महिलाओं के हक -हकूक की लड़ाई लड़ती रही है ।
केन्द्र की तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन:संप्रग: सरकार के कार्यकाल में ही महिलाओं को पैतृक सम्पति में अधिकार देने का काम किया गया था । उन्होंने कहा कि महिलाओ को ऐसा ताकतवर एवं संगठित होना चाहिए जिससे उन्हें कोई नजर अंदाज नहीं कर सके । प्रदेश अध्यक्ष और विधान पार्षद अशोक चौधरी ने कहा कि पार्टी अभी देश में संक्रमण के दौर से गुजर रही है । पार्टी की मजबूती के लिए एक-एक कार्यकर्ताओं को अब आगे आने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि तीन दिन पूर्व संम्पन्न हुए किसान-मजदूर न्याय पद यात्रा के दौरान आम लोगों का रूझान कांग्रेस की तरफ हुआ है जिसे पार्टी के नेताओ को अपने सभी मतभेदों को भुलाकर बरकरार रखना है । पार्टी की मजबूती के लिए एक-एक कार्यकर्ताओं को अब आगे आने की जरूरत है । इस मौके पर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा .प्रो.शेफाली राय .प्रो.इंदिरा झा . डा.पद्माशा झा . विधान पार्षद मदन मोहन झा और श्रीमती मोनी देवी ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।

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