आम अादमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाले गए बागी नेता योगेंद्र यादव ने पार्टी के आंतरिक लोकपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) एल रामदास को हटाए जाने को शर्मनाक बताया है। श्री यादव ने कहा कि इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि पार्टी के लोकपाल को खुद को पद से हटाए जाने की खबर मीडिया से मिले। उन्होंने कहा, “अगर हम अपनी पार्टी के बनाए हुए लोकपाल की इज्जत नहीं कर सकते तो ये बहुत शर्मनाक है।” एडमिरल रामदास ने भी इस बात पर निराशा जताई कि पार्टी ने हटाने से पहले उन्हें बताना भी मुनासिब नहीं समझा।
आप के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आज हुई बैठक में एडमिरल रामदास को हटाने का फैसला किया गया। पार्टी ने एक नयी तीन सदस्यीय लोकपाल समिति का गठन किया है। पूर्व आईपीएस दिलीप कुमार इसके अध्यक्ष होंगे जबकि पूर्व डीजीपी राकेश सिन्हा और शिक्षाविद डॉ. एस पी वर्मा को सदस्य बनाया गया है। पार्टी का कहना है कि एडमिरल रामदास का कार्यकाल खत्म हो चुका है। वह आप के सदस्य नहीं थे और उन्हें आंतरिक लोकपाल की स्वतंत्र जिम्मेदारी दी गई थी। उनका एक पत्र लीक होने से ही पार्टी में बवाल मचा था। उन्हें शनिवार को कापसहेड़ा में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भी शामिल नहीं होने दिया गया था जबकि प्रशांत भूषण और योेगेंद्र यादव इसकी मांग कर रहे थे। इस बीच प्रशांत भूषण ने एडमिरल रामदास को पद से हटाए जाने पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए कहा कि जो पार्टी लोकपाल आंदोलन से उपजी है वह अपने ही लोकपाल के साथ घटिया हरकत कर रही है। ऐसा नाटक चल रहा है जिसका कोई अंत नहीं।

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