12 अप्रैल को होगा मलाजखंड की भूमिगत खान विस्तार परियोजना का शुभारंभ
आगामी 12 अप्रैल को हिंदुस्तान कापर लिमिटेड की मलाजखंड स्थित भूमिगत खान की विस्तार परियोजना का शिलान्यास किया जायेगा। शिलान्यास कार्यक्रम म.प्र. के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय खान एवं इस्पात मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, खान एवं इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय, म.प्र. के उर्जा एवं खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, कृषि मंत्री ज्ञी गौरीशंकर बिसेन, सांसद श्री बोधसिंह भगत एवं विधायक श्री संजय उईके की उपस्थिति में सम्पन्न होगा। शिलान्यास कार्यक्रम 12 अप्रैल को अपरान्ह 3 बजे से प्रारंभ होगा। मलाजखंड में अंडरग्राउंड कापर खनन का कार्य प्रारंभ होने से इस क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगें और विकास को गति मिलेगी।
कलेक्टर 17 अप्रैल तक अवकाश पर
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल 7 से 17 अप्रैल 2015 तक अवकाश पर अपने गृह नगर गये है। उनके अवकाश अवधि में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण राठी कलेक्टर का प्रभार सभांलेंगें।
स्टेशनरी सामग्री के लिए 10 अप्रैल तक निविदा आमंत्रित
कार्यालय कलेक्टर बालाघाट में वर्ष 2015-16 के लिए स्टेशनरी/लेखन सामग्री क्रय करने के इच्छुक व्यक्तियाें/विक्रेताओं से आगामी 10 अप्रैल 2015 तक निविदा आमंत्रित की गई है। सीलबंद निविदा 10 अप्रैल को दोपहर 2 बजे तक कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रस्तुत की जा सकती है। निविदा उसी दिन अपरान्ह 3 बजे खोली जायेगी। स्टेशनरी सामग्री विक्रेता को निविदा में प्रत्येक सामग्री का रेट बताना होगा।
कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कोस्ते में किया गया संगोष्ठी का आयोजन
राणा हनुमानसिंह कृषि विज्ञान केन्द्र बड़गॉव बालाघाट जिले में संचालित निकरा परियोजना में अंगीकृत ग्राम कोस्ते में गत दिवस किसान संगोष्ठी आयोजन किया गया था। जिसमें किसानों से चर्चा के दौरान कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर. एल. राउत द्वारा निकरा परियोजना के उद्देश्य से अवगत कराया गया एवं बायो गैस के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. एस. आर. धुवारे ने कृषकों को धान में मेड़ागास्कर पध्दति से होने वाले फायदे से अवगत कराया एवं प्रेरित किया। कोस्ते में आयोजित इस किसान संगोष्ठी में कृषि महाविद्यालय वारासिवनी से डॉ. उत्तम बिसेन, सहायक प्राध्यापक ने कृषकों को रबी फसल में आने वाले कीट व्याधियों की पहचान एवं साथ ही रोकथाम के उपाय भी बताये। कृषि महाविद्यालय वारासिवनी से डॉ. शरद बिसेन, सहायक प्राध्यापक ने कृषकों से चर्चा के दौरान सब्जियों की उत्तम जातियॉ एवं अधिक उत्पादन के गुर बताये। संगोष्ठी में श्री रमेश अमूले (वरिष्ठ अनुसंधान सहायक) कृषि विज्ञान केन्द्र बड़गॉव, बालाघाट ने कृषकों को निकरा परियोजना से संबधित जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि निकरा परियोजना का उद्देश्य मौसम परिवर्तन से होने वाले फसलों पर प्रभाव को कम करना एवं मौसम पूर्वानुमान कर कृषकों को उपयुक्त फसल का चुनाव एवं जल का संरक्षण कर उत्पादन को बढ़ावा देना है। प्रशिक्षण के दौरान ग्राम कोस्ते के सरपंच मंगल खरे एवं उपसरपंच प्रेमलाल गुर्जर उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के दौरान श्री रमेश अमूले द्वारा कृषकों का आभार व्यक्त किया गया।
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