अवैध टावरों के खिलाफ नगर पालिका करेगी कार्यवाही
छतरपुर। शहर में लगे अवैध टावरों के विरूद्ध नगर पालिका जल्दी ही कार्यवाही करेगी। मुख्य नगर पालिका अधिकारी आरके चतुर्वेदी ने बताया कि शहर में जितने भी अवैध आवर लगे हैं, उन्हें नोटिस दिए जाएंगे और यदि संतोष जनक जबाव नहीं मिला तो टावरों को हटाने की कार्यवाही की जाएगी। श्री चतुर्वेदी ने बताया कि यह पूरी कार्यवाही उच्च न्यायालय एवं ग्रीन ट्रिवनल की गाईड लाईन के मुताबिक की जाएगी क्योंकि शहर में लगे अवैध टावरों से रेडिऐषन फैल रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि अवैध टावरों के अलावा नगर की सीमा से सटे क्रेषर और उन फैक्ट्रियों विरूद्ध भी नगर पालिका जल्दी ही योजना बनाकर कार्यवाही करेगी जो प्रदूषण फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में अंदर घनी बस्तियों के बीच में तमाम ऐसी फैक्ट्रियां और लघु उद्योग संचालित हैं जिनसे बड़ी मात्रा में प्रदूषण फैल रहा है और शहर का वातावरण प्रदूषित हो रहा है। उन्होंने अवैध टावर संचालकों से लेकर फैक्ट्री संचालकों व क्रेषर मालिकों को चेतावनी दी है कि वे जल्दी ही अपनी-अपनी फैक्ट्रियों की जांच कराएं तथा प्रदूषण को रोकने के लिए उपकरण लगाएं अन्यथा उनके विरूद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी।
मेडीकल संघर्ष मोर्चा करेगा प्रभारी मंत्री से भेंट, जिला योजना समिति में आज पास हो सकता है मेडीकल का प्रस्ताव
छतरपुर। मेडीकल कॉलेज की स्थापना के लिए गठित किया गया मेडीकल संघर्ष मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंण्डल छतरपुर जिले के प्रवास पर आ रहे, प्रभारी मंत्री एवं प्रदेष के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से भेंट करेगा। संघर्ष मोर्चा और प्रभारी मंत्री के बीच बातचीत के बाद आयोजित होने वाली जिला योजना समिति की बैठक में छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खोलने के लिए प्रस्ताव पास होने की संभावनाएं भी बलवती हुई हैं। यदि ऐसा हुआ तो छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खोले जाने की दिषा में यह एक पहला और सकारात्मक कदम होगा। प्रभारी मंत्री की ओर से मिले सकारात्मक संकेतों के बाद संघर्ष मोर्चा ने गुरूवार की दोपहर 3 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक की और प्रतिनिधि मण्डल की मुलाकात के लिए सहमती जताई। गौरतलब हो कि छतरपुर जिले में आम जनता और तमाम स्वयं सेवी संगठनों, सामाजिक संगठनों, व्यापारियों व पत्रकारों के सहयोग से मेडीकल कॉलेज खोले जाने हेतु पिछले तीन महीने से आंदोलन चलाया जा रहा हैं। इस आंदोलन में अब तक विभिन्न संगठनों द्वारा लगभग 80 ज्ञापन दिये जा चुके हैं, बाजार बंद किया जा चुका है, टैक्सियों के पहिए थम चुके हैं, दूध डेरियां बंद रखकर एक दिन के लिए दूध की सप्लाई बंद की जा चुकी है, स्कूल और कॉलेज भी एक दिन बंद रहे इसके अलावा अब तक 30 हजार से भी अधिक लोग छतरपुर में मेडीकल कॉलेज की स्थापना की मांग को लेकर लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं तथा 25 हजार से अधिक लोग मुख्यमंत्री हेल्प लाईन 108 में अपनी मांग दर्ज करा चुके हैं। आंदोलन की मांग को लेकर चार दिन का धरना दिया जा चुका है तथा सदबुद्धि यज्ञ भी संपन्न किए जा चुके हैं। ज्ञात हो कि छतरपुर जिले की आवादी 19 लाख है, यहां प्रतिदिन केवल जिला चिकित्सालय में 12 सौ मरीज अपना इलाज कराने के लिए आते हैं लेकिन छतरपुर से 200 कि.मी. से कम दूरी पर कोई भी मेडीकल कॉलेज नहीं है, जिस कारण प्रति वर्ष हजारों मरीज मेडीकल कॉलेज तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। छतरपुर में टीकमगढ़ और पन्ना के अलावा महोबा, बांदा, हमीरपुर, राठ, चरखारी क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में मरीज अपना इलाज कराने छतरपुर आते हैं, यदि छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खोला जाता है तो लगभग 50 लाख की आवादी को उसका लाभ मिलेगा। इन्हीं सब बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए मेडीकल संघर्ष मोर्चा लगातार पिछले 3 माह से अभियान चला रहा है और छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खोलने की मांग कर रहा है। अब छतरपुर में मेडीकल कॉलेज की स्थापना हो इसके लिन वातावरण बनना शुरू हो गया है। मध्यप्रदेष की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती ने मेडीकल संघर्ष मोर्चा की बातों से सहमत होकर प्रदेष के स्वास्थ्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से जो चर्चा की है, उस चर्चा के मुताबिक आज मेडीकल कॉलेज संघर्ष मोर्चा का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रभारी मंत्री से मुलाकात करेगा, यह प्रतिनिधी मण्डल संघर्ष मोर्चा के संयोजक पूर्व विधायक जगदम्बा प्रसाद निगम के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री से मिलेगा तथा उन्हें ज्ञापन के साथ ही वे हस्ताक्षर युक्त पत्र भी सौंपे जाएंगे जिन पर जिले की 30 हजार जनता ने अपने हस्ताक्षर किए हैं। प्रभारी मंत्री की ओर से संकेत मिले हैं कि जिला योजना समिति की बैठक में छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा, उसके बाद जल्दी ही कैबिनेट की बैठक में भी इस प्रस्ताव को हरी झण्डी दे दी जाएगी। यदि ऐसा हुआ तो छतरपुर में मेडीकल कॉलेज खुलने का रास्ता प्रषस्त हो जाएगा।
सीजेएम संजय कश्तवार को दी विदाई, रतमाता को राष्ट्रपुत्रो की जरुरत-सीजेएम
छतरपुर- जिला न्यायालय में मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के पद से एडीजे रीवा के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर स्थानांतरित हुये न्यायाधीश संजय कश्तवार का एक भव्य विदाई समारोह आयोजित किया गया जिसमें समस्त न्यायाधीशों के अतिरिक्त जिला अधिवक्ता संघ ने गरिमामय भागीदारी दर्ज की। इस दौरान मुख्य अतिथि की गरिमा से श्री कश्तवार ने अपने भाव भरे उद्वोधन में अपने छतरपुर कार्यकाल को रेखांकित करते हुये कहा कि आज भारतमाता को राष्ट्र पुत्रों की जरुरता है ताकि देश का विकास हो सके। एडवोकेट लखन राजपूत ने बताया कि जिला न्यायालय में पदस्थ सीजेएम संजय कश्तवार का रीवा एडीजे के लिये स्थानांतरण हो गया है। बुधवार को जिला अदालत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश आदर्श कुमार जैन के नेतृत्व में न्यायाधीशगणों ने सीजेएम श्री कश्तवार को विदाई दी। जिला अधिवक्ता संघ ने भी बार रुम में एक कार्यक्रम आयोजित करके सीजेएम श्री कश्तवार को विदाई दी। और छतरपुर में स्थानांतरित हुये विशेष न्यायाधीश भारत भूषण श्रीवास्तव, न्यायाधीश आरजी सिंह, संगीता यादव, प्रवीण पटेल, राजेश यादव का स्वागत किया गया। सीजेएम श्री कश्तवार ने विदाई पार्टी में कहा कि वर्तमान समय में विकास के नाम पर जनता का धन और प्राकृतिक संशाधन हड़पने के लिये विभिन्न कद्दावर लोग अघोषित आपराधिक षड़यंत्र कर रहे है। एक तरफ बेटी बढ़ाओं, भारत स्वच्छता अभियान है वही दूसरी तरफ मदिरा को बेचने के लिये मदिरा दुकानो की रात समय बढ़ाया गया है। बढ़ती गाडि़यों के कारण बेटियों के पति, भाई सब आये दिन मारे जा रहे है। स्वच्छता अभियान में करोड़ो रुपये दिये गये लेकिन सबसे बड़े प्लास्टिक के उपयोग के लिये रोक नही लगाई गई। देश के विकास के नाम पर ईश्वर की नैसर्गिक व्यवस्था नदी, पहाड़, रेत, पत्थर, कुएं, तालाब का भारी विनाश किया जा रहा है। करीब तीन सालों से वेमौसम सूखा व बरसात के कारण जनता और किसान भारी परेशान है। श्री कश्तवार ने उद्वोधन के दौरान कहा कि देश को समस्या नही समाधन खोजना है। इसके लिये आबादी नियंत्रण, चुनाव विहीन लोकतंत्र, वैभव और विलासिता का परित्याग, विकास एवं व्यापार के नाम पर स्वयं को बाजार बनने से रोकना होगा। आजादी के आंदोलन और अन्य महत्वपूर्ण कार्यो में वकीलों की अहम भूमिका रही है। भारतमाता को राष्ट्र पुत्रों की जरुरत है। उन्होने कहा कि हम और भारतमाता एक दूसरे की रक्षा करें। प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिये विश्व बंधुत्व की भावना से सामूहिक प्रार्थनाएं करें।
सीजेएम श्री कश्तवार द्वारा अपने कार्यकाल में किये गये महत्वपूर्ण फैसले-
सीजेएम श्री कश्तवार ने अपने कार्यकाल में कई अहम फैसले किये है शहर का चर्चित छात्रवृत्ति घोटाला, बैंक आॅफ इंडिया का केसीसी घोटाला, रजिस्ट्रार आॅफिस में फर्जी रजिस्ट्री घोटाला, जमीनों में हेर फेर मामले में अपर कलेक्टर, तहसीलदार, पटवारी, रजिस्ट्रार सहित कई अधिकारियों एवं आपराधियों के खिलाफ शख्त कार्यवाही की है। जिससे जनता की न्याय के प्रति आशा बढ़ी। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आदर्श कुमार जैन, न्यायाधीश अरुण कुमार शर्मा, भारत भूषण श्रीवास्तव, धीरेन्द्र सिंह, शशिकांता वैश्य, साधना यादव, प्रवीण पटेल, केपी सिंह, पीके सिंह, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष देवेन्द्र मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष मनोज व्यास, दिनेश तिवारी, जेडी चंसौरिया, माधव प्रसाद श्रीवास्तव, प्यारा सिंह, शिवपाल सिंह सहित अधिवक्तागण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सचिव पंकज पाठक द्वारा किया गया।
स्थानांतरित जजो का स्वागत, सीजेएम को विदाई
छतरपुर- जिला न्यायालय के कर्मचारीगणों ने एक कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें एडीजे रीवा के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर स्थानांतरित हुये न्यायाधीश संजय कश्तवार की विदाई और छतरपुर में स्थानांतरित हुये जजो का स्वागत किया गया। जिला न्यायालय तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पंचम लाल प्रजापति ने बताया कि जिला न्यायालय में पदस्थ सीजेएम संजय कश्तवार का रीवा एडीजे के लिये स्थानांतरण हो गया है। गुरुवार को जिला अदालत में तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगणों ने सीजेएम श्री कश्तवार को विदाई दी। साथ ही छतरपुर में स्थानांतरित हुये विशेष न्यायाधीश भारत भूषण श्रीवास्तव, न्यायाधीश संगीता यादव, प्रवीण पटेल का स्वागत किया गया। सीजेएम श्री कश्तवार ने अपने कार्यकाल पर प्रकाश डालते हुये स्टाफ की तारीफ की। उन्होने कहा कि उन्हें न्याय करने में अपने वरिष्ठ न्यायाधीशगणों का सहयोग मिला है। इस अवसर पर फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश अरुण कुमार शर्मा, एडीजे धीरेन्द्र सिंह, शशिकांता वैश्य, न्यायाधीश केपी सिंह, पीके शंखवार, लवकेश सिंह, वंदना त्रिपाठी, न्यायालय अधीक्षक आरएस शाह, अंकुश भास्कर नवलकिशोर तिवारी, सुरेन्द्र सिंह परमार, विष्णु खरे, दीपक रैकवार, विष्णु नामदेव, राजकुमार मिश्रा, नीलम मांझी, मोहसीना बानो, सौरभ खरया, मोहित खरे, बीरेन्द्र खरे, दशरथ राजपूत, रमेश द्विवेदी, मुमताज उल्ला, मुकेश रैकवार सहित बड़ी संख्या में कर्मचारीगण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अनुपम जैन द्वारा किया गया।
स्थानांतरित जजो का स्वागत, सीजेएम को विदाई
छतरपुर- जिला न्यायालय के कर्मचारीगणों ने एक कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें एडीजे रीवा के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर स्थानांतरित हुये न्यायाधीश संजय कश्तवार की विदाई और छतरपुर में स्थानांतरित हुये जजो का स्वागत किया गया। जिला न्यायालय तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पंचम लाल प्रजापति ने बताया कि जिला न्यायालय में पदस्थ सीजेएम संजय कश्तवार का रीवा एडीजे के लिये स्थानांतरण हो गया है। गुरुवार को जिला अदालत में तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगणों ने सीजेएम श्री कश्तवार को विदाई दी। साथ ही छतरपुर में स्थानांतरित हुये विशेष न्यायाधीश भारत भूषण श्रीवास्तव, न्यायाधीश संगीता यादव, प्रवीण पटेल का स्वागत किया गया। सीजेएम श्री कश्तवार ने अपने कार्यकाल पर प्रकाश डालते हुये स्टाफ की तारीफ की। उन्होने कहा कि उन्हें न्याय करने में अपने वरिष्ठ न्यायाधीशगणों का सहयोग मिला है। इस अवसर पर फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश अरुण कुमार शर्मा, एडीजे धीरेन्द्र सिंह, शशिकांता वैश्य, न्यायाधीश केपी सिंह, पीके शंखवार, लवकेश सिंह, वंदना त्रिपाठी, न्यायालय अधीक्षक आरएस शाह, अंकुश भास्कर नवलकिशोर तिवारी, सुरेन्द्र सिंह परमार, विष्णु खरे, दीपक रैकवार, विष्णु नामदेव, राजकुमार मिश्रा, नीलम मांझी, मोहसीना बानो, सौरभ खरया, मोहित खरे, बीरेन्द्र खरे, दशरथ राजपूत, रमेश द्विवेदी, मुमताज उल्ला, मुकेश रैकवार सहित बड़ी संख्या में कर्मचारीगण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अनुपम जैन द्वारा किया गया।


कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें