कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने नरेन्द्र मोदी सरकार की चुनौती को स्वीकार करते हुए आज कहा कि वह भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को लेकर उनसे संसद सहित किसी भी मंच पर बहस करने को तैयार हैं। कांग्रेस की खेत मज़दूर रैली के एक दिन पहले इस मुद्दे पर मोदी सरकार के कथित दुष्प्रचार का जवाब देने के वास्ते पार्टी की एक वेबसाइट के लाेकार्पण के बाद संवाददाताओं से बातचीत में श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी बार बार कहते हैं कि वे इस मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार हैं। अगर वे चर्चा को तैयार हैं तो फिर अध्यादेश लाने की क्या ज़रूरत थी। उन्होंने कहा “ वे विपक्ष को बार बार चर्चा करने की चुनौती देते हैं तो हम कहते हैं कि वे आ जायें हम चर्चा के लिये तैयार हैं। वे जहाँ चाहें जब चाहें मैं और श्री जयराम रमेश उनसे चर्चा करने को तैयार हैं।”
श्री सिंह ने कहा कि देश का इतिहास देखें तो पाएँगे तो कांग्रेस ने ही किसानों की लड़ाई लड़ी है। महात्मा गाँधी ने चंपारण और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बारदोली मे किसानों की लड़ाई लड़ी। प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जोतने वालों को जमीन का मालिक बनाया। सीलिंग करके भूमिहीनों को भूमि दिलायी और श्रीमती सोनिया गांधी ने 1894 के कानून को बदल कर किसानों को उनका हक दिलाया।
उन्होंने पूछा कि भाजपा बताये कि उसने किसानों के हक में अब तक किया क्या है।

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