शिव सेना ने मुसलमान और इसाईयों की बढती जनसंख्या को नियंत्रण में रखने के लिए परिवार नियोजन अनिवार्य बनाने की वकालत करते हुए साध्वी देवा ठाकुर के बयान का समर्थन किया है। शिव सेना के मुखपत्र (सामना) के संपादकीय में कहा गया है कि जनसंख्या बढ़ाकर देश को पाकिस्तान के रूप में बदलने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन गुणवत्ता पूर्ण और स्वस्थ्य जीवन परिवार को नहीं दे सकते। शिवसेना ने इसी संबंध में हाल ही में साध्वी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि साध्वी के शब्दों के चयन में त्रुटि हो सकती है।
सुश्री साध्वी ने अपने बयान में कहा था कि मुसलमान और इसाइयों की बढती जनसंख्या देश के लिए खतरनाक है और इन लोगों की जबरन नसबंदी कर दी जानी चाहिए। सामना में कहा गया है कि सुश्री साध्वी को जबरन नसबंदी की जगह परिवार नियोजन जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए था। मुखपत्र में कहा गया है कि साध्वी उस तरह से शिक्षित नहीं है जैसे कि ओवैशी बंधु इसलिए उनके संदेश में शब्दों का चयन गलत हो गया। आगे कहा गया है कि यदि एमआईएम के नेता असाउद्दीन यदि सच में अपनी कौम की भलाई करना चाहते है तो उन्हें परिवार नियोजन के लिए प्रेरित करें और महिलाओं पर बुर्का प्रथा लादें नहीं। सीमित परिवार रहने से बच्चों को अच्छी शिक्षा और सुविधा दी जा सकती है यदि बच्चे अधिक होंगे तो यह सब संभव नहीं है।

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