झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 अप्रैल) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 15 अप्रैल 2015

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 अप्रैल)

झाबुआ जिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल ने जिले के प्रभारी मंत्री से भेंटकर संगठन में पक्षपात नीति से उन्हें अवगत कराया

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झाबुआ---जिले के प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य का तीन दिवसीय भ्रमण के दौरान आज बुधवार को स्थानीय सर्किट हाउस पर जिले से आये हजारों कार्यकर्ता ने जिले में चल रही पक्षपात नीति एवं भाजपा की पीठ में छुरा घोंपने वाले निर्दलीय विधायक एवं उनके समर्थकों को जिला भाजपा कोर ग्रुप एवं जिला प्रबंध समिति में महत्व दिये जाने के खिलाफ प्रभारी मंत्री के सामने जमकर आक्रोष व्यक्त किया। वही कोर ग्रुप एवं प्रबंध समिति में अपेक्षित पदाधिकारियों को नही बुलाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। उक्त प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व प्रदेष भाजपा कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार, सीसीबी बैंक चेयरमेन गौरसिंह वसुनिया, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह मोटापाला, प्रदेष अजजा मोर्चा के महामंत्री कल्याणसिंह डामोर, पूर्व जिला महामंत्री ओमप्रकाष षर्मा, फकीरचंद्र राठौर, जिला पंचायत सदस्य मेेगजी अमलियार, कमलेष मचार, राजेष वसुनिया, नगर पंचायत अध्यक्ष थांदला श्रीमती सुनिता वसावा, झाबुआ नगरपालिका उपाध्यक्ष श्रीमती चेतना जितेन्द्र पटेल, युवा मोर्च प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य दिलीप कुषवाह, किसान मोर्चा के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य महेन्द्रसिंह बापू, ईष्वरलाल पाटीदार, संजय श्रीवास, लक्ष्मणसिंह नायक, सीसीबी बैंक उपाध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह बोडायता आदि के नेतृत्व में उक्त प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर जिला भाजपा में चल रही पक्षपात नीति से अवगत कराकर भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता से साथ समानता का व्यवहार करने का अपना पक्ष रखा। प्रभारी मंत्री से उक्त प्रतिनिधि मंडल ने इस अवसर पर यह भी मांग की जिले कोर ग्रुप एवं जिला प्रबंध समिति में हमारे लोगो को लेकर महत्व दिया जायें। वही प्रतिनिधिमंडल में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारी के साथ उपस्थित कार्यकर्ताओं ने प्रभारी मंत्री से पुरजोर मांगी की है कि सीसीबी बैंक में आगामी माह में होने वाले चुनाव गौरसिंह वसुनिया के नेतृत्व में लडा जायें इसकी पुरजोर मांग उठाई गई। वही उक्त प्रतिनिधि मंडल ने इस बात से भी अवगत कराया कि जिला भाजपा संगठन ने गुटीय राजनैतिक आधार पर जिला पंचायत चुनाव में अन्य गुट से जुडे कार्यकर्ताओं को दायित्व देने में उपेक्षा की गई। प्रभारी मंत्री से भेंट करने के पूर्व जिलेभर से उपस्थित हजारों कार्यकर्ताओं को गौरसिंह वसुनिया, दौलत भावसार, सुरेन्द्रसिंह मोटापाला, फकीरचंद्र राठौर, ओमप्रकाष षर्मान ने संबोधित किया।

कुण्डली में शनि, दिगाम में मनी और जीवन में दुष्मनी दुखदायक होते है, भागवत कथा में धुमधाम से मनाया श्री कृष्ण जन्मोत्सव
  • जीवन्त झांकियों से वातावरण बना ब्रजमय 

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झाबुआ---एक बार दही को मथकर  माखन निकाल लिया जाए फिर चाहे उसे दूध या छाछ में डाल भी दो तो उपर तेैरता रहेगा । इसी तरह  आत्मा परमात्मा की एकता और देह संसार की नष्वरता का अच्छी तरह अनुभव हो जाए फिर चाहे संसार में रहे चाहे वन में  । समाज में जीयो पवित्र प्रतिष्ठा के साथ और आध्यात्म में जियों ब्रह्मनिष्ठा के साथ । संसार से अलग नही रहना है, संसार मे अलग रहना है । जिस गांठ को एक दिन खुलना है, उसे बहुत कस कर मत बांधों । ’’था’’ की स्मृति ’’है’’ का आश्रय ’’हूं’’ का अभियान दन तीनों को बोध में बाधा जानों । अगर कुए में मीठे पानी का स्त्रोत नही है तो उपर से कितनी भी शकर डालने पर वह मीठा नही हो सकता । स्वभाव का परिवर्तन ही आध्यात्म का उद्देष्य है । उक्त प्रेरणा दायी प्रवचन तीर्थेन्द्रधाम में आयोजित हो रही सप्त दिवसीय श्री मदभागवत कथा के  चैथे दिन पूज्य स्वामी  श्रीकृष्णषरणम देवजी महाराज उज्जैन  ने व्यक्त किये ।भागवत कथा सुनने के लिये दिन ब दिन श्रद्धालुओं की भीड बढती जारही है । आज खचाखच भरे पाण्डाल में धर्मसभा में श्री कृष्ण प्राकट्य एवं नंद महोत्सव पर पूरा कथा परिसर ब्रजधाम में तब्दिल हो गया था । सैकडो की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान के जन्मोत्सव की खुषिया मनाई । भागवत कथा कहते हुए पूज्य स्वामीजी ने कहा कि कपडे को सफेद नही करना पडता, सफेद तो वह है ही बस मैल हटाते जाओ । बुरा मार्ग छोड दो स्वतः अच्छे मार्ग पर आ जाओगें । व्यक्ति का संस्कार ही उसका संसार होता है । जैसे संस्कार होते है वैसे ही आकार में संसार आकारित होता है । संत तो कडछी की तरह होते है जो प्रेरणा देकर सम्पन्नों  का धन विपन्नों की सेवा में लगवा देते है । खुषी के लिये काम करोगें तो खुषी नही मिलेगी लेकिन खुष होकर काम करोगें तो खुषी और सफलता दोनों ही मिलेगी । पूज्य स्वामीजी ने आगे कहा कि अगर आप गुलाब  की तरह दुनिया को बागीचें में खिलना और महकना चाहते है तो कांटांे के साथ  सामंजस्य  बैठाना सीखना पडेगा । कुण्डली में शनि, दिगाम में मनी और जीवन में दुष्मनी दुखदायक होते है । उन्होने आगे कहा कि षिष्य दुर्लभ है, गुरू नही । सेवक दुर्लभ है, सेव्य नही, जिज्ञासु दुर्लभ है, ज्ञान नही । भक्त दुर्लभ है भगवान नही । ईष्वर जब देना शुरु करता है तो छप्पर फाड के देता है और जब लेना शुरू करता है तो थप्पड मारके लेता है । संषय करके बर्बाद होने की अपनेक्षा विष्वास रख करी लुट जाना अधिक श्रेयस्कर हे । स्थानीय तीर्थेन्द्रधाम पर पूज्य स्वामीजी की कथा केदौरान श्रीकृष्ण का प्राकट्य महोत्सव बडे आनंद एवं धुमधाम से मनाया गया । नंद घर आनन्द भयो की ध्वति से पाण्डाल गुंज उठा । गुरूवार को कथा में भगवान की बाल लीलाओं के वर्णन के साथ गोवर्धन पूजा महोत्सव तथा छप्पनभोग की झांकी का दर्षन होगा ।

प्रभारी मंत्री भी कथा श्रवण हेतु हुए शरीक
झाबुआ भ्रमण पर आये जिला प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य ने मंगलवार को भागवत कथा में षामील होकर कथा का श्रवण किया । पूज्य स्वामीजी ने व्यासपीठ से मंत्री श्री आर्य, जिला भाजपाध्यक्ष शैलेष दुबे, विधासक कलसिंह भाबर, शांतिलाल बिलवाल, कल्याणसिंह डामोर, आदि का सम्मान कर आषीर्वाद प्रदान किये । मंत्रीजी आरती में षामील हुए तथा व्यासपीठ को नमन किया ।

हर कार्य में भगवान को चैबीसों घण्टे साक्षी बनाना चाहिये - पूत्य देवजी महाराज
  • पत्रकारवार्ता में जीवन के गुढ रहस्यों को बताया 

झाबुआ---स्थानीय तीर्थेन्द्रधाम श्रीमदभागवत कथा स्थल पर श्रीमद भागवत कथा मर्मज्ञ उा. स्वामी श्री कृष्णषरण देवजी महाराज  ने पत्रकार वार्ता में बताया कि मानव को अपने जीवन को प्रकृर्ति की सेवा में विनियोग करना चाहिये । षास्त्रों के अनुसार सौ हाथों से कमाओं और हजारों हाथों से लुटाओं के तहत अपनी आमदनी की दषांष का दान समाज सेवा में देना चाहिये ।  मंदिर से पूजा षुरू करके  इसे विष्वव्यापी बनाना चाहिये । भगवान को सिर्फ मंदिर तक सीमित नही रखे किन्तु सेवा कार्यो के माध्यम से उसे जनज न तक प्रतिस्थापित किया जावे । हमारे हर कार्य में भगवान को चैबीसों घण्टे साक्षी बनाना चाहिये । स्वामी जी ने आगे कहा कि पूण्यों का प्रकाषन करना पूण्यों का नाष करता हे इसी तरह पापों का प्रकाषन करना भी पापों का नाष करता हे । मन को नीचे से उपर तक ले जाने तथा भगवान भक्ति में ले जाने के  लिये गुरुजनों के मंत्र-मंत्रणा का साधन उपयोग में लेना होगा ।  उन्होने कहा कि परमात्मा की पैदा की गई चिजों को उन्हे अर्पण करने की बजाय तुलसी, बिल्वपत्र आदि  के वृक्षों  को लगाना होगा । आज सभी संकल्प लेवे कि वृक्ष लगा कर पर्यावरण के उद्देष्य को पूरा करेगें ।  मनु द्वारा बताये गये 10 लक्षण ही धर्म हे ।  आज  अवसादग्रस्तता बढ रही है  राम कृष्ण बुद्ध गौतम  को हम लोग आज तक नही समझ पाये है ।  ग्रंथों में घर मे रखने की बजाय उनका अध्ययन होना चाहिये । रामचरित्र मानस में हर समस्या का निदान निहीत है । किसी की बद्दुआ नही लेना चाहिये ये बडा असर करती है । इन्द्रियों पर नियंत्रण होना चाहिये । षिक्षा के बारे में उनका कहना था कि आज की षिक्षा में संवेदना नही है । मानव को का्रेध का अभिनय चाहे करना पडे किन्तु का्रेध से हमेषा परहेज करना चाहिये ।  श्री राधिका जी पांच प्रकृर्तियों में एक है  । इस अवसर नगर के मीडिया का स्वामीजी ने प्रतिक चिन्ह देकर सम्मान भी किया । स्वामीजी के जीवन पर संजय कांठी ने विस्तार से जानकारी दी ।

बाबा साहेब अम्बेडकर प्रखर राष्ट्रवादी थे--एसपी कृष्णावेणी देसावतु
  • किया एक दिवसीय अम्बेडकर व्याख्यान माला का आयोजन

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झाबुआ---बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर की 124 वीं जन्म जयंती के अवसर पर स्थानीय पैलेस गार्डन में  मंगलवार की रात को आधुनिक भारत के निर्माण में बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के योगदान विषय पर पत्रकार बंधुओं की ओर एक व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेष सरकार के केबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य थी । विषेष अतिथि के रूप  में  विधायक शांतिलाल बिलवाल, कलेक्टर बी. चन्द्रषेखर, पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देसावतू, एडवोकेट दिनेष सक्सेना, नागपुर से पधारे चेतन वासनिक एवं डी डी वासनिक  उपस्थित थे वही कार्यक्रम में  सीईओ धनराजू एस,डा. विक्रांत भूरिया, डीएसपी सुंदरसिंह कनेष, एसडीएम अंबाराम पाटीदार श्री किषोरजी सहित बडी संख्या में प्रबुद्ध वर्ग एवं एवं प्रेस एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथी उपस्थित । बाबा साहेब आम्बेडकर के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण के साथ व्याख्यानमाला का  कार्यक्रम अतिथियों के स्वागत के साथ शुरू हुआ । व्याख्यान माला में  मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य ने  संबोधित करते हुए कहा कि राजनैतिक व्यक्ति होने से हम लोगों को सार्वजनिक, सामाजिक, राजनैतिक स्तर पर काम करते हुए विचारों को पहूंचाने का काम करना होता है । बाबा साहेब आम्बेडकर जेैसा व्यक्तित्व बिरला ही होता है जिसने अभावों में रहते हुए भी तत्समय की व्यवस्थाओं से जुझते हुए अपना अलग मुकाम हांसील किया । उन्होने किन विषम परिस्थितियों में संविधान निर्माण जेसा कार्य किया इस बात का ईतिहास साक्षी है । झाबुआ में बाबा साहेब की विषाल प्रतिमा का स्थापित होना इस आदिवासी अंचल के लिये गौरव की बात है ।बाबा साहेब को यातनाओं को झेलने के बाद भी देष के संविधान लिखने का अवसर प्राप्त हुआ । प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान लिख कर  सम्पूर्ण समाज  पटल तक अपनी छाप छोडी है देष  को आधुनिक भारत के रूप  में औद्योगिक,विज्ञान क्षेत्र में आगे आने का श्रेय भी उन्हे ही जाता है । श्री आर्य ने कहा कि संविधान में  कार्यपालिका संविधान के दायरे में  काम करती है विधायिका एवं न्यायपालिका के लिये भी संविधान में प्रावधान करके विष्व के सर्वश्रेष्ठ प्रजातंत्र के रूप  में देष को प्रतिस्थापित किया है । श्री आर्य ने कहा कि बाबा साहब ने हर वर्ग के लिये संविधान मे ं प्रावधान किये है। उन्होने सांसद द्वारा नगर में वाचनालय के लिये सांसद निधि से दी गई 10 लाख की रकम के समुचित उपयोग करने तथा अधिक से अधिक साहित्य के अध्ययन की बात कहीं ।मुख्यमंत्री द्वारा महू में विष्वविद्यालय खोले जाने की घोषणा का भी उन्होने स्वागत किया । विधायक शांतिलाल बिलवाल ने भी अपने उदबोधन में पत्रकारों को लोकतंत्र का चैथा स्तंभ बताते हुए आधुनिक भारत में दलित, गरीब एवं पिछडे तबकों के विकास के लिये संविधान में बाबा साहब द्वारा किये गये प्रावधानों पर जानकारी दी । एडवोकेट दिनेष सक्सेना ने अपने व्याख्यान में उदाहरणों के माध्यम से  बाबा साहब द्वारा संविधान निर्माण किये जाने के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि संविधान निर्माण मे 5 सदस्यों की समिति की 128 बैठके हुई और काफी विचार मंथन के बाद संविधान को अन्तिम रूप दिया जासका ।उन्होने 5 मौलिक अधिकारों का जिक्र करते हुए कहा कि संविधानके तहत व्यवस्थापिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका ब्रह्मा, विष्णु एवं महेष की तरह है जो अपने अपने कार्य करते है ।1949 में संविधान तेयार हुआ और इसे लागू किया गया । बाबा साहब ने बडे वैचारिक मंथन के बाद ही देष के संविधान का निर्माण किया उनका निष्चित ही आधुनिक भारत के निर्माण में महान योगदान है । कलेक्टर बी चन्द्रषेखर ने अपने वैचारिक उदबोधन में  इस आयोजन को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यदि आम्बुडकर नही होते तो आधुनिक भारत का क्या यह स्वरूप होता ? देष की आजादी के लिये जो लोग षहीद उन्हे उन्हे क्या ऐसे आजाद भारत की कल्पना थी ? तत्समय की स्थितियो परिस्थितियों का जिक्र  करते हुए उनबने कहा कि उस समय दलित वर्ग की यह स्थिति थी कि उन्हे पीछे झाडू लटका कर चलना पडता था ताकि उनके कदमों के निषान छु जाने से कोई अपवित्र न हो जाये । उन्होने मनुवाद का उल्लेख करते हुए इसे समाज में वर्ग भेद का परिचायक बताते हुए तुसलीदास की चैपाई ढोल गंवार,षुद्र पशु नारी का उल्लेख करते हुए ऐसे पिछडे एवं दलित वर्ग की पीडा एवं उनके साथ हो रहे छुआछूत के बारे में बताते हुए  नारी एवं दलितों के प्रति उच्चवर्ण वर्ग के शोषण का बडे ही रोचक तरिके से वर्णन किया । कलेक्टर चन्द्रषेखर के अनुसार आम्बेडकर को इतिहास के पन्नों से हटाकर देखें तो संविधान दुसरा कोई ओर लिखता तो क्या वर्तमान संविधान जेसा होता ? कदापि नही ।हम सभी तथा अजजा अजा पिछडे वर्गो का सौभाग्य है कि हमे आम्बेडकर जैेसा संविधान निर्माता मिला । उन्होने भगवान के अस्तित्व को नकारते हुए कहा कि भगवान की कल्पना केवल चमत्कार से है । डा. आम्बेडकर ने संविधान लिखने का जो चमतकार किया उससे बडा कोइ्र चमत्कार हो ही नही सकता ।उन्होने हरेक की जिंदगी की बेहतरी के लिये आधुनिक भारत की कल्पनाओं को साकार किया है । कलेकटर ने आगे कहा कि मानवीय मूल्यों के लिये जीवन भर उन्होने संघर्ष किया । केवल संविधान लिखने तक उनका कर्तव्य सीमित नही था । पडौसी देष पाकिस्तान के संविधान का जिक्र करते हुए कहा कि वहां एक बार टूटन जेसे हालात के कारण देष दो भागों में बटा है । भारत के संविधान की मुकाबला कोई भी देष नही कर सकता । सामाजिक, आर्थिक राजनैतिक सभी मामलें संविधान की मर्यादा में निपटते है । यदि हम संविधान को हटा कर देखे तो आधुनिक भारत के विकास की कल्पना नही कर सकते है । श्री चंद्रषेखर ने आगे कहा कि बाबा साहेब ने हिन्दु कोड बिल हिन्दु विरोधी बताया जाता था  जबकि हिन्दु कोड बिल में महिलाओं के अधिकारों को लेकर काफी प्रावधान किये है । उन्होने मनुस्मृति जलाये जाने की घटना का जिक्र करते हुए  हमारे संविधान में सभी को बोलने एवं अपने विचार व्यक्त करने की आजादी मिली है । उन्होने इतिहास का अध्ययन करने और याद रखते हुए आगे बढने का आव्हान किया । कलेक्टर ने समता के मूल्य आधार, जाति व्यवस्था श्रम विभाजन आदि पर भी बेवाक होकर अपने विचार व्यक्त किये । उन्होने कहा कि उन्हाने अध्ययन किया और सिर्फ आम्बेडकर ही उन्हे समझ में आये । उन्होने सभी से आम्बेडकर को अध्ययन करने का भी आव्हान किया । प्ुाुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देसावतू ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा इतिहास भूतकाल का वर्णन होता है वह वर्तमान एवं भविष्य की प्रेरणा भी देता हे । आजादी के बाद देष के संविधान की आवष्यकता  महसूस होने की बात कहते हुए उन्होने कहा कि बाबा साहब का बनाया संविधान काफी प्रभावषाली है । उन्होने कार्यपालिका व्यवस्था विधायिका एवं न्यायपालिका व्यवस्था का प्रावधान किया जो आज भी लागू है । भीमराव आम्बेडकर वर्ग विषेष के नही होकर वे प्रखर राष्ट्रवादी  थे  उनके विचार किसी समुदाय विषेष के नही होकर सभी के विकास के लिये हे ।वे प्रेक्टिकल थे समाज की सच्चाई को जानते थे आर्थिक व सामाजिक विषमता के बाद भी उनके ही प्रयासों के कारण प्रजातंत्र आगे भी जिन्दा रहेगा ।हम सभी को संकल्प लेना होगा  िकइस विषमता को समाप्त कर प्रगतिषील बनाने में अपनी भूमिका निभायेगें । इस अवसर परश्नागपुर से पधारे चेतन  वासनिक ने बाबा साहेब के विपरित परिस्थितियों के जन्म होने तथा अभावों के साथ आगे बढने की ऐतिहासिक जानकारी देते हुए  विपरित परिस्थितियों  संविधान निर्माण में उनकी भूमिकाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी । वही डीडी वासनिक ने अपने प्रेरक उदबोधन में हिन्दू महासभा द्वारा बाबा साहब के विरोध, चातुर्वर्ण , मनु की व्यवस्था तथा अंग्रेजी व्यवस्था के विरोध के बारे में ऐतिहािसक जानकारी दी ।डा आम्बेडकर उस वंचित तबके  के अछूत होने से उन्हे हर कदम पर परेषानिया झेलना पडी ।गुलामों से भी बदतर इस वर्ग की स्थिति का वर्णन करते हुए संविधान निर्माण में उनकी भूमिका एवं देष से छूआ छूत के निर्मूलन एवं बौद्ध धर्म ग्रहण करने के बारे में विस्तार से बताया । कार्यक्रम मे हरिष यादव ,अहद खान, हेमेन्द्र पंवार , महेष राठोर, अमित शर्मा ईकबाल हुसेन, आफताब कुरेषी, बी के सिह, आदि के साथ बडी संख्या मे समाजजन उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन आलोक कुमार द्विवेदी ने किया आभार प्रदर्षन राजेन्द्र सोनी द्वारा किया गया।

डाॅ. अम्बेडकर की संवैधानिक व्यवस्था की वजह से ही मै मंत्री हूॅ--प्रभारी मंत्री आर्य 

झाबुआ---डाॅ.भीमराव अम्बेडकर की 124 वी जयंती के अवसर पर स्थानीय अम्बेडकर पार्क झाबुआ में जिले के प्रभारी मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य ने पार्क मै स्थापित अष्टधातु की आदमकद मूर्ति का आज 14 अप्रैल को अनावरण किया। एवं आयोजित समारोह में अम्बेडकर जी के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो व्यवस्था डाॅ. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में की है, उसकी वजह से ही मैं मंत्री हूॅ। डाॅ. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में देश के विकास के लिए व्यवस्थाएॅ दी तभी देश आगे बढ़ा है। समाज एवं देश का विकास हुआ है। समाज के सभी वर्गो से मेरा आहवान है कि शोषित पीडित वर्ग पर अत्याचार ना हो, उनका सामाजिक आर्थिक शोषण ना हो ऐसे प्रयास करे एवं उनके उत्थान के लिए आगे बढकर कार्य करे। समाज के हर वर्ग के व्यक्ति की संरचना एक जैसी है सभी का खून लाल है, सभी एक जैसे ही अनाज से अपना पोषण करते है। समाज में छुआछुत की भावना नहीं होना चाहिए समाज में वर्ग व्यवस्था मानव निर्मित है। प्रकृतिने सिर्फ पुरूष और महिला दो ही वर्ग बनाये है, जो कि समाज की प्रगति के लिए अनिवार्य है। सामाजिक क्षेत्र के उत्थान के लिए सभी मिलकर प्रयास करे ताकि प्रदेश व देश की प्रगति हो और संसार में हमारे देश का नाम हो। राजनीतिक पार्टी कोई भी हो उद्देश्य बस सामाजिक आर्थिक उत्थान ही होना चाहिए। सांसद लोकसभा क्षेत्र रतलाम श्री दिलीप सिंह भूरिया ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने संविधान सभा के निर्माण के समय कहा था कि भारत में सबसे अच्छा लेखक डाॅ. भीमराव अम्बेडकर है, हमारे देश में जन्मे इस महापुरूष के द्वारा लिखे गये संविधान के कानूनो पर चलकर देश प्रगति कर रहा है। बाबा साहेब के विचारो को फैलाकर जन-जन तक पहुॅचाएॅ और सामाजिक समरसता स्थापित करे। झाबुआ जिले में समरसता लाना है, तो आदिवासी जिले में शराब पर पाबंदी लगाना चाहिए क्योकि बाबा साहब का यह सपना नही था। बाबा साहब द्वारा शेडयूल्ड क्षेत्रो के लिए बनाई गयी नीतिया आदिवासी क्षेत्रो में शत-प्रतिशत लागू होना चाहिए। जिले में वाचनालय बनना चाहिए आदिवासी धर्मशाला एवं वाचनालय बनाने के लिए सांसद श्री भूरिया ने 50 लाख रूपये देने की घोषणा मंच से की। लोगो से आहवान किया कि मूर्ति स्थापित हुई है। हर साल अम्बेडकर जी की जयंती एवं पुण्य तिथि पर ऐसे आयोजन होते रहे ऐसा सभी संकल्प ले और हर वर्ष इस तरह समाज के विकास के लिए बाबा साहेब के विचारो को जिले में प्रसारित करे एवं अनुसरण करे। समारोह में पूर्व सांसद श्री कांतिलाल भूरिया, विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, नगरपालिका परिषद अध्यक्ष श्री धनसिह बारिया, डी.डी.वाष्निक समाज सेवी के.सी.चैधरी पूर्व मंत्री म.प्र. शासन एम.एल फूलपगारे ने भी डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और उनकी दिखाई राह पर चलने का आहवान किया। स्वागत भाषण जयभीम जाग्रति समिति के अध्यक्ष श्री आर डी जर्रा ने किया। समारोह में कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु, डीएफओ श्री ओ.पी.उचाडिया, सीईओ जिला पंचायत श्री धनराजू एस. एडीसनल एसपी संुदरसिंह कनेश सहित जनप्रतिनिधि, शासकीय सेवक एवं नागरिकगण उपास्थित थे।

ग्रीष्मकाल में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करे-- प्रभारी मंत्री श्री आर्य
  • जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक संपन्न

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झाबुआ---कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज 15 अप्रैल को जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक जिले के प्रभारी मंत्री एवं श्रम मंत्री म.प्र.शासन श्री अंतरसिंह आर्य ने ली। बैठक में कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने मंत्री श्री आर्य का स्वागत करते हुए बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गई। बैठक में ग्रीष्मकाल में पेयजल उपलब्घता स्वास्थ्य सेवाएं उर्वरक की उपलब्घता एवं  गेहूॅ उपार्जन की समीक्षा की गइ्र एवं आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल, थांदला श्री कलसिंह भाभर, एस.पी. श्रीमती कृष्णावेणी देसावतु डीएफओ श्री उचाडिया एडीसनल एसपी श्री सुन्दरसिंह कनेश सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पेयजल की समस्या वाले गाॅवो में आवश्यकतानुसार टेंकर से पेयजल परिवहन करवाने के लिए प्रभारी मंत्री श्री आर्य ने ई.ई.पीएचई को निर्देशित किया। मेघनगर में प्रति दिन 3 लाख लीटर पानी देने की व्यवस्था करवाने के लिए निर्देशित किया। खवासा गाॅव में जल संसाधन विभाग और पीएचई विभाग के समन्वय से पेयजल की उपलब्घता सुनिश्चित करे। झाबुआ शहर में पेयतल उपलब्ध करवाने वाले स्टापडेम की गाद निकलवाने एवं स्टापडेम में धमोई तालाब से पानी लाते समय रास्ते में सिंचाई करने वाली किसानो की मोटरे जप्त करने के लिए एसडीएम को कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव की समीक्षा के दौरान जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि जिले में 626 गाॅव एण्डेमिक है जिसमें 320 गाॅव हाईरिस्क क्षेत्र है इन गाॅवों में दवाई का छिडकाव करवाने के निर्देश प्रभारी मंत्री ने दिये। बेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत से समन्वय करके गाॅवों में बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक व्यवस्थाएॅ की जाये। मलेरिया अधिकारी स्वयं जाकर सचिवो के साथ जनपद स्तर की बैठकों में जाकर समन्वय स्थापित करे। गेहूॅ उपार्जन के लिए जिन किसानो ने पंजीयन करवाया था एवं जिन किसानो का गेहूॅ 1450 रू. प्रति क्ंिवटल की दर से कम में खरीदा गया है। उसकी जानकारी देने एवं मण्डीयों में ऐसे गेहूॅ की सेम्पल सिडिंग की प्रक्रिया की जाॅच करने के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया। खरीदी केन्द्रो पर उर्वरक रखवाने तथा उर्वरक उठाव के लिए खरीदी केन्द्र पर उर्वरक की उपलब्धता संबंधी बोर्ड लगवाने तथा माईंिकग करवाने के निर्देश कृषि अधिकारी को दिये। बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देश दिये कि छात्रवृति भुगतान सतर्कता से करे, अपात्र व्यक्ति को भुगतान ना हो तथा पात्र व्यक्ति छूटे नहीं यह सुनिश्चित करे। बैठक में एमपीईबी के डी.ईने बताया कि जिले के 100 से अधिक आबादी वाले 1288 फलियों को विद्युतीकृत किया जाएगा। इसके लिए 1288 फलियों में सर्वे कार्य किया जा रहा है। प्रभारी मंत्री ने सर्वे कार्य लाईनमेन की उपस्थिति में करवाने के निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने बैठक में निर्देशित किया कि मौसम के अचानक बदलाव से बीमारियों का प्रकोप हो सकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तैयारी रखे आगामी माह में जनदर्शन कार्यक्रम हो सकता है। सभी जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि विभाग की योजनाओं का ग्रामीण स्तर पर ठीक ढंग से क्रियान्वयन हो रहा है। मुख्यमंत्री जी एवं प्रभारी मंत्री जी का जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान शिकायत प्राप्त होने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। जनदर्शन कार्यक्रम में सभी जिला अधिकारी भी उपस्थित रहेगे। जनदर्शन कार्यक्रम को गंभीरता से ले। पी.एच.ई विभाग के ई.ई. को निर्देशित किया कि फिल्ड का भ्रमण करे एवं जल समस्या का समाधान करे। सिंगलफेज का भण्डारण रखे। ताकि हेण्डपम्प का जल स्तर गिरने पर आवश्यकतानुसार उपयोग कर ग्रामीणो को पेयजल उपलब्घ करवाया जा सके।

समेकित छात्रवृति की समीक्षा बैठक आज 16 अप्रैल को

झाबुआ---समेकित छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत रजिस्ट्रेशन व बिल जनरेट करने का कार्य पूर्ण नहीं किये जाने के कारण लाभांवित छात्र/छात्राओं को छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हो पाया है। इस संबंध में 16 अप्रैल 2015 को प्रातः 10.00 बजे कलेक्टर सभाकक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है। बैठक में प्राचार्य/संकुल प्राचार्य जो आहरण संवितरण अधिकारी है तथा मैंपिंग के विरूद्ध 90 प्रतिशत से कम स्वीकृति का कार्य किया है बुलाया गया है। बैठक में वर्ष 2013-14 में जारी छात्रवृत्ति एवं शेष रहे विद्यार्थियों की कोडवार जानकारी अस्वच्छता धंधा छात्रवृत्ति की जानकारी के साथ संबंधित प्राचार्य संकुल प्राचार्य को स्वयं उपस्थित होने के लिए आदेशित किया गया है।

विद्युत उपभोक्ता समस्या निवारण शिविर 18 अप्रैल को

झाबुआ---कार्यपालन यंत्री कार्यालय परिसर झाबुआ में 18 अप्रैल को प्रातः 11 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक विद्युत उपभोक्ता समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जावेगा। शिविर में उपभोक्ताओं के विद्युत बिलो से संबंधित समस्याओं/शिकायतों का निराकरण किया जायेगा। शिविर में प्राप्त समस्त आवेदन पत्रो का निराकरण उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम इन्दौर द्वारा किया जावेगा।

फर्जी डिग्री से चिकित्सा करने का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादी डाॅ0 कमलेश पिता सी0एल0परस्ते, उम्र 43 वर्ष निवासी थांदला ने बताया कि आरोपी कैलाश पिता नारायण प्रजापति निवासी गुमानपुरा जिला धार हाल मुकाम खवासा ने बिना किसी वैध डिग्री के फर्जी तरीके से निजी क्लिनिक पर नायब तहसीलदार व टीम द्वारा मरीजों का ईलाज करते पकड़ा गया। प्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रमांक 99/14, धारा 24 आयुर्विज्ञान अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

जहरीली दवाई पिने से मोत
       
झाबुआ---फरियादी हिरा पिता गल्लाजी गामड़, उम्र 55 वर्ष निवासी धतुरिया ने बताया कि मृतक नरसिंह पिता गल्लाजी गामड, उम्र 50 वर्ष निवासी धतुरिया की कपास में डालने की जहरीली दवाई पिने से मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया में मर्ग क्र0 14/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

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