बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज आशंका जताई कि राजनीतिक हार के डर से उनके विरोधी परिवार समेत उनकी हत्या करा सकते हैं। श्री मांझी ने यहां स्थानीय जिला स्कूल मैदान पर हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) की ओर से आयोजित गरीब स्वाभिमान रैली को संबोधित करते हुए कहा .. पिछले कुछ दिनों से मेरी और मेरे पूरे परिवार की रेकी की जा रही है जैसे अपराधी लोगों को मारने के लिए पहले उनकी रेकी करते है। उन्होंने राज्य सरकार से पूरे मामले पर गंभीरता से जांच कर इसमें शामिल लोगों को सामने लाने का आग्रह किया। हालांकि उन्होंने आशंका जताई कि राज्य सरकार ऐसा नहीं करेगी क्योंकि राज्य सरकार ही उनकाे संरक्षण दे रही है ।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद राज्य में विकास कार्य पूरी तरह ठप हैं। उन्होंने श्री कुमार से पूछा कि म्यूजियम, गंगा नदी में फेरी चलाने, विदेशो में हजारों करोड़ रुपया जमा करने और विधानसभा बनाने के लिए पैसा है, लेकिन संविदा पर बहाल लोगों को मानदेय वृद्धि के लिए पैसा नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने कार्यकाल के दौरान आखिरी 12 दिनों में लिये गये 34 महत्वपूर्ण फैसलों पर तत्काल लागू करने का आग्रह करते हुए कहा कि उनके द्वारा लिये गये सभी निर्णय राज्य की गरीब और पिछड़े लोगों के विकास से जुड़े हैं।
सुपौल के लोहिया नगर चौक पर डॉ. राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद प्रतिमा धोने के प्रकरण पर श्री मांझी ने कहा .. मूर्ति धोनेवाले लोग ब्राह्मणवादी मानसिकता की नकल करनेवाले समाजवादी हैं ।उन्होंने कहा कि वो और उनके समर्थक विधायक और सभी पूर्व मंत्री चूंकि मूलरूप से जदयू के हैं इसलिए राजद-जदयू के विलय हो जाने की हालत में वो जदयू के झंडे और निशान पर सूबे में राजनीति और सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
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