जहर पिलाने वाले आरोपियों पर नहीं कार्यवाही, पुलिस अधीक्षक से कार्यवाही करने की मांग
पन्ना- जिले के अमानगंज थाना अंतर्गत ग्राम मडैयन पायक ग्राम पंचायत पगरा थाना अमानगंज निवासी अंकित सिंह पिता हरनाम सिंह भदौरिया ने पुलिस अधीक्षक पन्ना के नाम आवेदन देते हुए बताया कि दिनांक 6 अप्रैल 2015 को लगभग 12 बजे मुझे ग्राम के ही दो लोग अर्जुन सिंह पिता कोमल सिंह एवं अब्बू सिंह पिता अर्जुन सिंह पकड़कर ले गये एवं जबरन शराब पीने के लिए पैसा मांगने लगे। मेरे द्वारा मना करने पर उन लोगांे ने जबदस्ती पकड़ लिया तथा मुझे पानी मंे मिलाकर कीटनाशक जहरीली दवा पिला दी तथा मडऱ्ासन हालत में वहीं पर छोड़ दिया। बताया कि मेरे पिता जी एवं परिवारजनों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो उक्त लोग अमानगंज उपस्वास्थ्य केन्द्र लेकर आये और वहां पर मेरी हालत अधिक खराब होने के चलते डाॅक्टरों द्वारा पन्ना जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। अमानगंज थाने में सूचना देने के बावजूद कोई रूचि नहीं ली गई। जिला चिकित्सालय पन्ना मंे मेरा लगातार पांच दिन से इलाज चल रहा है। इस घटना की जानकारी मेरे चाचा द्वारा थाना अमानगंज को भी दी गई लेकिन आज दिनांक तक अमानगंज पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। बताया जाता है कि अमानगंज थाना पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ कर मामला को पूर्ण रूप से कमजोर किया जा रहा है। आवेदक ने जिले के पुलिस अधीक्षक महोदय से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
अमानगंज पुलिस का कार्यनामा फर्जी शराब बेचने का बनाया मामला
पन्ना- चुनावी रंजिश के चलते विरोधी पक्ष द्वारा अमानगंज पुलिस को सूचना देकर एक व्यक्ति द्वारा शराब एवं भरतल बंदूक पकड़ने का मामला बीते दिन प्रकाश में आया था। जिसमें अमानगंज पुलिस द्वारा 110 पेटी शराब एवं भरतल बंदूक मजरा भरतपुर ग्राम से एक घर से जप्त की थी। तथा जप्ती करते समय कोई भी आरोपी नहीं पकड़ा था लेकिन पुलिस ने शैलेन्द्र सिंह एवं भरत ंिसह ठाकुर पर प्रकरण दर्ज किया था। इस संबंध मंे आरोपी बनाये गये भरत सिंह परमार पिता महेश सिंह परमार ने पुलिस अधीक्षक पन्ना को आवेदन देते हुए बताया कि अमानगंज पुलिस द्वारा मुझे जिस प्रकार से झूठे प्रकरण में आरोपी बनाया है। यह मामला आश्चर्यजनक है। क्येांकि जिस मकान को मेरा मकान बताया गया है उस ग्राम में मेरे नाम कोई भी मकान नहीं है। और न ही मुझे शराब तथा भरतल बंदूक की जानकारी है। मेरा मकान ग्राम बांधीकला मंे है। जहां पर मेरे बड़े भाई अभय सिंह निवास करते है तथा मैं पन्ना गांधी चैक में निवासरत हूं और मेरा पुस्तैनी मकान है। पुलिस द्वारा जिस मकान को मेरा बताया जा रहा है उक्त मकान बांध निर्माण कराने वाले ठेकेदार केडी ंिसह द्वारा शासकीय जमीन पर बनाया गया था और वह आज भी बना हुआ है। मुझे बदनाम करने एवं मेरी छवि खराब करने के इरादे से अमानगंज पुलिस द्वारा यह कारनामा किया गया है। गौरतलब है कि यह भी बात सुनने मंे आई है कि अमानगंज पुलिस द्वारा भरत सिंह से किसी के माध्यम से मामला निपटाने के लिए एक लाख रूपये की मांग भी की थी। इससे जाहिर होता है कि पुलिस ने यह मनगणंत मामला रिवश्वत लेने के उद्देश्य से किया है। अब देखना है कि पुलिस अधीक्षक इस मामले में क्या कार्यवाही करते है।

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