उत्तराखंड की विस्तृत खबर (09 अप्रैल) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 9 अप्रैल 2015

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (09 अप्रैल)

जन सुविधाओं से ना उम्मीद हो चुके पहाड़ से आज भी नहीं रुक पा रहा पलायन, पहाड़ की उम्मीद भी बस पहाड सी ही...
  • जल,जंगल और जमीन पर नहीं मिल सका कोई अधिकार, अलग राज्य बनने के बाद भी नहीं आया सोच में बदलाव

देहरादून,9 अप्रैल। राज्य प्राप्ति का संघर्ष शायद इसी बात को लेकर चिंतकों की सोच में आया होगा कि राज्य बनने के बाद व्यवस्थाओं में परिवर्तन होगा। शायद नीतियां हिमालयी राज्य के अनुरूप बनेंगी और इस संवेदनशील भू-भाग के लिए उसी के रैबासियों के द्वारा प्रायोगिक स्वरूप को लेकर होंगी। शायद राज्य हासिल करने का संघर्ष उस उन्माद की अभिव्यक्ति भी था जो हर रोज की समस्याओं के हल के सर्व स्वीकारित तरीके की खोज का अंतिम उपाय रहा होगा। जिसमें जल, जमीन और जंगल के अलावा जन और जानवर के लिए भी स्थान था. राज्य गठन के चैदह सालों का आंकलन अगर इन पांच प्राथमिक बिंदुओं पर ही करें तो शायद ही कोई एक बिंदु होगा जिस पर हम कह सकें कि वो सोच पूरी हुई है जिसके लिए संघर्ष करने की जरूरत आन पड़ी थी। बिंदुवार अगर बात करें तो जल की स्तिथि यह हैं कि आज भी अधिकतर गांव ऐसे हैं जिनमे पीने के पानी तक की उप्लब्द्धता नहीं है। सिंचाई और अन्य सुविधाओं की पंहुच तो शायद सिर्फ इसलिए भर कि यह कह रही हों कि हम भी हैं। जंगल तो मानों सिर्फ इसलिए हैं कि सड़क और रास्तों से गांव को न जोड़ने की कसम खाए बैठे हैं। ये अलग बात कि कोई दावा चाहे कितने भी करे कि हमारे लिए ग्रीन बोनस होना चाहिए। शायद उनके लिए इको सेंसटिव जोन पर हो रहे आंदोलन ही काफी हैं। जो शायद उन्हे जंगल की व्याख्या समझा सकें। आज जमीन की हालत उस गाय की तरह हो गई है जिसे बूढ़ी होने पर भी कसाईखाने में सिर्फ और सिर्फ इस वजह से नहीं भेजा जाता कि उसका धार्मिक महत्व है। वरना बाजाार में नाली मे पड़े गत्ते खाती गो माता किसे अच्छी लगती है। जन के लिए तो गांव भी आंसू बहा रहे हैं। धीरे धीरे वीरान होते गांवो की वस्तुस्तिथि का आंकलन करें तो स्वास्थ्य, रोजगार और शिक्षा के अभाव में लगातार हो रहा पलायन नीति नियंताओ के क्रियाशील व्यवहार का आइना है। जो इन चैदह सालों मे विकास के कसीदे पढ़ते रहे हैं। गांवों में महिलाओ की दशा का आलम ये है कि औसत हीमोग्लोबिन आठ के आसपास है। इसे 13-14 होना चाहिए था। पैंतीस साल की उम्र में महिलाओं का पचपन साल का दिखना शायद यह बताने के लिये काफी है कि महिला विकास के कदमों की क्या दशा इस सूबे में है। पहाड़ पर होने वाली भारी-भरकम बातें और उन पर समीक्षाओं के दौर के बीच एक आधार ये भी है कि यह विश्लेशण जरूर किया जाए कि गांव में रहने वाले लोगों की औसत उम्र क्या है। यह वह सब बताने के लिये काफी होगा कि पहाड के लिए हुए जनआंदोलन की परिणीति कितनी सफल रही है। शायद ये आंकलन हमें खुद के स्तर पर पहले करना होगा।

रामनगर में वन विकास निगम अध्यक्ष धामी को डंपर से कुचलने की कोशिश, खूनी संघर्ष में तब्दील होता अवैध खनन
  • दर्जा मंत्री ने बैलपड़ाव क्षेत्र में रात को की थी छापामारी, निगम अध्यक्ष ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से की फायरिंग
  • सीएम के लिए धामी ने छोड़ दी थी विधानसभा की सीट, न्यूज वेट ने पहले ही किया वर्चस्व की जंग की खुलासा


देहरादून,9 अप्रैल। सूबे में तेजी से पनप रहा अवैध खनन का धंधा खूनी संघर्ष में तब्दील होता दिख रहा है। रामनगर में इस धंधे में वर्चस्व को लेकर चल रही जंग का खुलासा न्यूज वेट ने सात अप्रैल के अंक में किया था। न्यूज वेट की आशंका सच साबित बुधवार को सच साबित हुई। रात में हो रहे अवैध खनन पर छापामारी करने गए वन विकास निगम के अध्यक्ष हरीश धामी को एक डंपर चालक ने कुचलने की कोशिश की। दर्जाधारी मंत्री को अपने लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग तक करनी पड़ी। पुलिस टीम भी साथ थी। मामले में धामी की ओर से पुलिस को लिखित सूचना दी गई है। बताया जा रहा है कि रामनगर में दाबका नदी में रात में हो रहे अवैध खनन की सूचना वहां मौजूद वन विकास निगम के अध्यक्ष हरीश धामी को मिली। धामी ने प्रशासन और पुलिस की टीम के साथ वहां छापामारी की। धामी ने बताया कि रात में करीब 69 वाहनों में अवैध खनन करके रेता और बजरी भरी जा रही थी। प्रशासन और पुलिस टीम की टीम को देखकर अवैध खनन करने वालों में हड़कंप मच गया। वन विकास निगम अध्यक्ष धामी छोई गेट पर अवैध खनन में लगे तीन वाहनों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। एसडीएम एसएस जंगपांगी और सीओ मिथिलेश कुमार के साथ निगम अध्यक्ष की टीम कोसी नदी के बंजारी प्रथम में पहुंची। खनन में जुटे वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। पकड़े जाने के डर से वे भागने लगे। इसी बीच एक डंपर चालक ने भागते समय निगम अध्यक्ष के वाहन को जानबूझकर टक्कर मारने का प्रयास किया। लेकिन धामी के चालक ने अपने वाहन को डंपर से किसी तरह बचा लिया। इसके बाद धामी वाहन से उतरे और भाग रहे डंपर को रोकने के लिए अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर झोंक दिया। इसी बीच डंपर छोड़ भाग रहे चालक को पकड़कर पिटाई कर दी।  बाद में निगम अध्यक्ष ने गेट से नदी में टोकन लेकर गए खनन के वाहनों की सूची मांगी। कहा जांच कराने के बाद वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम के मुताबिक डंपर चालक ने वन निगम अध्यक्ष के वाहन में टक्कर मारने की कोशिश की थी। यह डंपर पुरेवाल स्टोन क्रशर का बताया जा रहा है। इसे कब्जे में ले लिया गया है। मामले में धामी की ओर से तहरीर दी गई। गौरतलब है कि इस समय अवैध खनन का धंधा राज्य में बेहद तेजी से पनप रहा है। इससे गुटीय संघर्ष को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस धंधे में मोटी काली कमाई की वजह से राज्य के बाहरी तत्वों भी शामिल है। हरिद्वार, बाजपुर, हल्द्वानी और रामनगर क्षेत्र इसी अवैध खनन की वजह से बेहद संवेदनशील हो गए हैं। इन शहरों में आपसी खूनी संघर्ष की आशंका बढ़ रही है। न्यूज वेट ने सात अप्रैल के अंक में रामनगर में खनन को लेकर चल रही वर्चस्व की जंग का खुलासा किया था। आठ अप्रैल की रात दर्जाधारी मंत्री हरीश धामी खुद ही छापा मारने पहुंच गए और उन पर हमले की कोशिश हुई उन्हें फायरिंग करनी पड़ी। इस मामले में एक यह बात भी चर्चा का विषय बनी हुई कि धामी को टक्कर मारने की कोशिश की गई तो पुलिस की टीम हरकत में क्यों नहीं आई और धामी को खुद ही फायरिंग करनी पड़ी।

रात को दाबका नदी में अवैध खनन की सूचना मिली थी। वह अफसरों के साथ मौके पर गए तो 69 वाहनों में खनन सामिग्री भरी जा रही थी। एक डंपर चालक ने उनके वाहन को कुचलने की कोशिश की। अपने चालक की चतुराई से वे बच गए। उन्हें मजबूर में अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग करनी पड़ी।दृहरीश धामी, अध्यक्ष, उत्तराखंड वन विकास निगम

भगवानपुर उप चुनावः भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला, हरीश ने प्रतिष्ठा से खुद की जोड़ी जीत
  • अंतिम दो दिनों में खुद ही थामी प्रचार की कमान, कांग्रेस अध्यक्ष किशोर ने पहले से ही जमा रखा डेरा
  • निशंक ने समर्थकों के साथ झोंक दी है पूरी ताकत

देहरादून,9 अप्रैल। एक सीट की जीत-हार से यूं तो सरकार की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। लेकिन लग रहा है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भगवानपुर सीट पर जीत को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय तो पहले ही वहां जमें हैं। प्रचार के अंतिम दो दिन सीएम ने खुद भी डेरा जमा लिया। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार के सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक भी पूरी दमखम के साथ भगवानपुर में ही जमे हैं। ऐसे में चुनाव बेहद दिलचस्प मोड़ पर आ गया है। यूं तो इस सीट से कांग्रेस का टिकट स्व. सुरेंद्र राकेश के परिवार में जाना पहले से ही तय था। लेकिन बताया जा रहा है कि सीएम हरीश की मंशा सुरेंद्र राकेश की पत्नी को ही प्रत्याशी बनाने की थी। कई तरह के सियासी खेल हुए और अंत टिकट सुरेंद्र की पत्नी ममता राकेश को ही मिला। इस तरह से सीएम ने पहली जंग जीत ली थी। ममता के प्रत्याशी बनने के बाद कांग्रेस ने पूरी तरह से प्रचार की कमान संभाल ली। कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने अपनी टीम के साथ वहीं डेरा जमा लिया। मुख्यमंत्री और कई मंत्रियों ने भी वहां चुनावी सभाएं कीं। प्रचार के अंतिम दो दिनों में सीएम ने भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र में ताबड़तोड़ जनसभाओं में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए वोट मांगे। यहां तक की बुधवार की रात को सीएम रुड़की में ही रुके और गुरुवार को प्रचार का वक्त समाप्त होने तक वहीं जमे रहे।
बताया जा रहा है कि सीएम इस सीट को किसी भी हाल में जीत कर उपचुनावों में कांग्रेस की जीत का सिलसिला कायम रखना चाहते हैं। पिछली बार तीनों सीटें जीतने से हाईकमान की नजरों में उनका कद और भी बढ़ा है। ऐसे में अगर कांग्रेस इस बार भी जीत हासिल करती है तो हाईकमान के पास यह कहने का मौका होगा कि उत्तराखंड में मोदी इफेक्ट काम नहीं कर सकता। ऐसे में हरीश की अहमियत हाईकमान की नजरों में और बढ़ जाएगी। शायद यही वजह है कि सीएम ने इस सीट पर जीत को सीधे अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। इधर, डा. निशंक भी हाईकमान की नजरों में चढ़ना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने भी इस सीट पर जीत को कमर कस ली है। निशंक भी सियायत के मंझे खिलाड़ी है। उन्होंने कमान संभाली तो भाजपा प्रत्याशी की स्थिति में काफी सुधार बताया जाने लगा। पहले तो भाजपा प्रत्याशी को मुकाबले में ही माना जा रहा था। लेकिन अब जिस तरह से कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदली है, उससे लग रहा है कि निशंक की कवायद का असर सा हो रहा है। इसे इस तथ्य के प्रकाश में देखें कि कांग्रेसी नेताओं के संबोधन में निशंक पर ही सबसे ज्यादा हमले हो रहे हैं। बहरहाल, किसकी रणनीति कामयाब रही और किसकी प्रतिष्ठा बरकरार रह सकी, यह तो उप चुनाव का नतीजा ही तय करेगा। लेकिन फिलवक्त तो भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला बेहद दिलचस्प दौर से गुजर रहा।

एलबीएस प्रकरण में रूबी के मकसद का अब तक नहीं कोई सुराग, तो अंधेरे में ही तीर चला रही एसआईटी
  • छानबीन में नहीं मिल पा रहा कोई पुख्ता सबूत, अब तो सौरभ जैन ही खोल सकते हैं इसका राज

देहरादून,9 अप्रैल। लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में घुसपैठ मामले की एफआईआर दर्ज हुए आज दस रोज बीत चुके हैं। लेकिन पुलिस आज भी वहीं है, यहां पहले रोज थी। तमाम खोजबीन और कई लोगों से पूछताछ के बाद भी एसआईटी यह नहीं समझ पा रही है कि अकादमी में घुसने के पीछे रूबी का असली मकसद क्या था। माना जा रहा है कि अब आईएएस अफसर से पूछताछ के बाद ही इस रहस्य से परदा उठ सकता है। इस मामले में 29 मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। कई बार विवेचना अधिकारी बदले और मामले की जांच महिला पुलिस अधिकारी शाहजहां अंसारी के नेतृत्व में गठित एसआईटी कर रही है। एसआईटी रूबी नाम की इस महिला के गिरफ्तारी से पहले और बाद में कई दौर की पूछताछ कर चुकी है। रूबी को रिमांड पर लेने के बाद मेरठ, मुजफ्फरनगर और नैनीताल में तमाम लोगों से पूछताछ करने के साथ ही कुछ सामान की बरामदगी कर चुकी है। इस पूरी कवायद में जांच एक कदम भी आगे बढ़ती नहीं दिख रही है। क्योंकि अब तक जो सामने आ रहा है कि रूबी उन सभी बातों को पहले ही बता चुकी है। ऐसा एक भी तथ्य अब तक सामने नहीं आ सका है, जिससे यह मालूम किया जा सके कि अकादमी में घुसने के पीछे आखिर उसका मकसद था क्या। रूबी की इस बात पर पूरी तरह से यकीन नहीं किया जा सकता है, आईएएस न बन पाने की वजह से उसने यह फर्जीवाड़ा किया। सूत्रों का कहना है कि अब इस रहस्य से परदा उठाने के लिए पुलिस को अकादमी के उप निदेशक और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सौरभ जैन से ही पूछताछ करनी होगी। इस मामले में एसआईटी की जांच प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं। रूबी पहले रोज से ही सारी बातें कबूल कर चुकी है और इसका असली सूत्रधार सौरभ जैन को ही बता रही है। फिर आखिर ऐसी क्या वजह है कि पुलिस ने दस रोज बाद भी सौरभ से पूछताछ की जहमत नहीं उठाई। रूबी का कहना है कि वह सौरभ जैन के खिलाफ एफआईआर कराना चाहती है। पुलिस इस मामले में भी मौन साधे बैठी है। अब यह कहा जा रहा है कि केरल कैडर के आईएएस सौरभ उत्तराखंड में लंबे समय तक तैनात रह चुके हैं और कई पुलिस अफसरों से उनके रिश्ते खासे बेहतर है। शायद यही वजह है कि एसआईटी के हाथ सौरभ तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

सीबीआई को जाएंगी जांच !
इस मामले में एक चर्चा यह भी तेज हो रही है कि देरसवेर इसकी जांच सीबीआई के पास ही जानी है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस किसी बड़े अफसर हाथ डालने की बजाय इस मामले को टाल रही है। दस दिनों की जांच के बाद भी एसआईटी के हाथ खाली होने से भी यही लग रहा है कि अब मामले की जांच उसके बस की बात नहीं है। रूबी के परिजन भी अब सीबीआई से जांच की मांग उठा रहे हैं। इस मांग को लेकर रूबी के परिजन भाकियू नेता नरेश टिकैत से भी मिल चुके हैं। यूपी के वरिष्ठ आईपीएस अमिताभ ठाकुर भी मामला सीबीआई को सौपने की बात कर रहे हैं। ऐसे में माना यही जा रहा है कि इस मामले की जांच जल्द ही सीबीआई को सौंपी जा सकती है।

गंगा तट से कांग्रेस करेगी अपना कायाकल्प, मई माह में एआईसीसी के अधिवेशन की तैयारी
  • हरीश और किशोर के आग्रह को सोनिया ने किया स्वीकार, गंगा की गोद में ही हो सकती है युवराज की ताजपोशी
  • जल्द ही घोषित की जाएगी इस कांग्रेस अधिवेश की तिथि

sonia gandhi
देहरादून,9 अप्रैल। मोदी लहर में जीर्ण-शीर्ण हो चुकी कांग्रेस ने अपने कायाकल्प के लिए गंगा तट का चयन किया है। अगर सब कुछ इसी तरह से चलता रहा तो अगले माह मई में अखिल भारतीय कांग्रेस का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन हरिद्वार में गंगा के तट पर होगा। माना जा रहा है कि मां गंगा की गोद में बैठकर ही कांग्रेसी युवराज को राजपाट सौंपा जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संयुक्त रूप से कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा था। इस पत्र में सोनिया से आग्रह किया गया था कि आखिल भारतीय कांग्रेस का मई में प्रस्तावित राष्ट्रीय अधिवेशन हरिद्वार में गंगा के तट पर किया जाए। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने अपने सिपहसालारों से सलाह-मशविरा करके इस पर सहमति जता दी है। जल्द ही इसकी तिथियां भी घोषित कर दी जाएंगी।  सूत्रों ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अधिवेशन में पार्टी अपनी भावी रणनीति तैयार करेगी। यह अधिवेशन इसलिये भी खास होगा क्योंकि इसमें कांग्रेस राहुल और शायद प्रियंका की भविष्य की भूमिका भी तय करेगी। माना जा रहा है कि गंगानगरी में ही मां गंगा की गोद में कांग्रेसी युवराज का राज्याभिषेक भी हो सकता है। यानि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। माना जा रहा है कि भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में धार्मिक महत्व के लिये विख्यात तीर्थनगरी हरिद्वार का चयन कांग्रेस ने काफी सोच समझ कर किया है। यहां से जो संदेश पूरे देश में जाएगा उसका कुछ अलग ही महत्व होगा ऐसा पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है।

साधु-संतों से भी बढ़ेगी निकटता

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि तीन दिवसीय अधिवेशन के कांग्रेस की योजना हरिद्वार में ही एक बड़ी रैली करने की भी है। इस रैली के मंच पर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के साथ ही मंच पर बड़े साधु-संत भी दिखाई देंगे। माना जा रहा है कि साधु-संतों के साथ मंच साझा करके कांग्रेस यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि यह समाज भी कांग्रेस के साथ ही है। अब तक केवल भाजपा के ही मंचों पर साधु-संतों को बड़ी संख्या में जगह मिलती रही है।

राजबब्बर की पहली सिफारिश ही बिल्डर को गनर की सएसपी ने रिपोर्ट में बिल्डर को बताया बाहरी
  • जीटीएम ग्रुप के मालिक अग्रवाल को गनर देने से साफ इंकार, पहले भी बस अड्डे की जमीन के मामले में की थी सिफारिश

देहरादून,9 अप्रैल। उत्तराखंड के कोटे से राज्यसभा में अभी हाल में ही जाने वाले फिल्म अभिनेता और सांसद राजबब्बर ने पहली ही सिफारिश एक बिल्डर को गनर देने की है। सांसद ने इस बारे में मुख्यमंत्री हरीश रावत को एक पत्र दिया था। पत्र एसएसपी पुष्पक ज्योति के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच करवाई और पाया कि बिल्डर उत्तराखंड का निवासी है। ऐसे में उसे गनर नहीं दिया जा सकता। सांसद बनने से पहले राजबब्बर ने जीटीएम ग्रुप की जमीन की एक डील के मामले में मदद की थी। इस ग्रुप ने देहरादून के पुराने बस अड्डे की जमीन को लीज पर लिया था। मामला संज्ञान में आने पर सीएम ने इसकी पत्रावली तलब की तो ग्रुप में हड़कंप मच गया। इसी बीच आनन-फानन में बेहद गोपनीय ढंग से राजबब्बर दून आए और सीएम से ग्रुप की सिफारिश की। इसके बाद ही जमीन डील की पत्रावली दाखिल दफ्तर हो पाई थी। राज्यसभा का टिकट मिलने के समय बाहरी होने का आरोप झेल चुके राजबब्बर ने सांसद बनने के बाद पहला सिफारिशी पत्र इसी जीटीएम ग्रुप के मालिक तुषार अग्रवाल को सरकारी गनर देने के लिए लिखा। सीएम दफ्तर से यह पत्र एसएसपी के पास आया। एसएसपी ने जांच करवाई तो पता चला कि ये तुषार अग्रवाल उत्तराखंड के रहने वाले ही नहीं है। लिहाजा रिपोर्ट में स्पष्ट कर दिया गया कि किसी दूसरे राज्य के निवासी को उत्तराखंड पुलिस गनर उपलब्ध नहीं करा सकती। सांसद की पहली सिफारिश तो तकनीकी बिंदु पर रद सी होती दिख रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि राजबब्बर उत्तराखंड के निवासियों की कितनी सिफारिशें करतें हैं।

बस दुर्घटना में 8 लोगों की मौत, एक दर्जन से अधिक घायल

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। विकासनगर से त्यूणी जा रही बस फेडिज पुल के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। कुछ घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ को उपचार के लिए हिमाचल प्रदेश के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिलाधिकारी देहरादून को इस दुर्घटना की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश देने के साथ ही मृतकों के परिजनों तथा घायलों को तत्काल अनुमन्य राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार बस संख्या यूके-07पीए-0894 गुरुवार को विकासनगर से त्यूणी के लिए निकली थी, इस दौरान फेडिज पुल के पास बस अचानक अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। इस दुर्घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हो गए। मृतकों में मूरत सिंह पुत्र सीया राम निवासी चैपाल, रीना पत्नी मूरत राम, सरदजीत विश्वास त्यूणी बाजार, बस चालक विकासनगर निवासी किशन सिंह रावत, जखतान-चकराता निवासी परमानंद जोशी और भीमावाला विकासनगर निवासी सरदार मंजीत सिंह शामिल हैं, मृतकों में शामिल एक साधु और एक नेपाली व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो पाई है। कुछ घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूणी में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ को उपचार के लिए हिमाचल प्रदेश के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक बंगाली डाक्टर सरदजीत विश्वास की त्यूणी बाजार में क्लीनिक है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस दुर्घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए है, कि घायलों का उपचार प्राथमिकता पर किया जाए। यदि किसी को हायर सेंटर रेफर किया जाना हो तो उसकी सभी व्यवस्थाएं तत्काल की जाएं।

भाजपा नेता यात्रा पूर्व निकलेंगे चारधाम यात्रा पर -चारधाम यात्रा की तैयारियों की रिपोर्ट सौंपेगे केंद्रीय गृह मंत्री को

  • -भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान एक माह के लिए और बढ़ा

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान को एक माह और बढ़ा दिया गया है। पार्टी द्वारा सक्रिय सदस्यों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और महासंपर्क अभियान चलाए जाएंगे। चारधाम यात्रा शुरु होने से पूर्व भाजपा नेता चारों धामों का भ्रमण करेंगे, इसकी रिपोर्ट केंद्रीय गृहमंत्री को सौंपी जाएगी।  बलवीर रोड स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहा कि चारों धामों की यात्रा के लिए भाजपा की चार टीमें गठित की जाएंगी। केदारनाथ भ्रमण वाली टीम में वे स्वयं भी शामिल रहेंगे। भाजपा नेता चारधाम यात्रा पर 17 से 19 अप्रैल तक रहेंगे। 20 अप्रैल को चारधाम यात्रा की तैयारियों संबंधी रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपी जाएगी, जबकि 21 अप्रैल को भाजपा नेता यह रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपेंगे। राष्ट्रपति से मिलकर राज्यहित में कार्ययोजना तैयार करने की मांग की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर उन्हें केदारनाथ आने का न्योता दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बैंगलौर में संपन्न हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संगठनात्मक, आंदोलनात्मक और रचनात्मक अभियान की रणनीति तैयार की गई। भाजपा ने आगामी छह महीनों के लिए अपने कार्यक्रम घोषित कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा के सदस्यता अभियान को एक माह के लिए और बढ़ा दिया गया है। सदस्यता अभियान अब 30 अप्रैल तक चलेगा। भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है, अभी तक चीन में कम्युनिस्ट पार्टी 8 करोड़ 58 लाख की सदस्यता के साथ विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी थी लेकिन अब भाजपा 9 करोड़ से अधिक की सदस्यता के साथ विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है। उन्होंने बताया कि जो सक्रिय सदस्य बनेंगे उनको पार्टी की रीति-नीति से अवगत कराया जएगा। मई, जून और जुलाई माह में पार्टी द्वारा महा संपर्क अभियान चलाया जाएगा और लोगों तक केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं पहुंचाई जाएंगी। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पत्रकार वार्ता में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बलराज पासी, ज्ञान सिंह नेगी, विधायक गणेश जोशी, उमेश अग्रवाल, अभिमन्यु कुमार, उर्वादत्त भट्ट मौजूद रहे।

अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों को भी नहीं मान रहेः चैंपियन 

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। उत्तराखंड खनिज विकास परिषद के अध्यक्ष और खानपुर क्षेत्र के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने कहा कि प्रदेश की अफसरशाही मुख्यमंत्री के आदेशों का भी पालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्र के लिए जो घोषणाएं की गई हैं अफसरशाही उन घोषणाओं को धरातल पर उतारने में रुचि नहीं ले रही है, जिस कारण सीएम की घोषणाएं पूरी नहीं हो पा रही हैं  विधानसभा में अपने कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि उनके खानपुर विधानसभा क्षेत्र के लिये 13 विभागों से संबंधित लगभग तीन दर्जन घोषणाएं मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा की गई हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी सीएम की घोषणाएं पूरी करने में सहयोग नहीं कर रहे हैं। सीएम की घोषणाओं को क्रियान्वित करने में अधिकारियों द्वारा कोताही बरती जा रही है। बार-बार रिमाइंडर दिए जाने के बाद भी विभागीय अधिकारी सीएम की घोषणाओं को धरातल पर उतारने में रुचि नहीं ले रहे हैं, जिस कारण सीएम की घोषणाएं पूरी नहीं हो पा रही हैं। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत तो जनहित व विकास के प्रति संवेदनशील हैं, वे जनहित का कोई मामला संज्ञान में आने पर उसके समाधान के लिये घोषणा करने में विलंब नहीं करते, लेकिन उसके बाद विभागीय अधिकारी सीएम की घोषणा को क्रियान्वित करने में सहयोग नहीं करते। उन्होंने कहा कि लंढौर में पाॅलीटेक्निक  भवन निर्माण और राजकीय कन्या विद्यालय के भवन निर्माण के लिए भूमि की भी व्यवस्था हो चुकी है लेकिन विभागों द्वारा निर्माण कार्य शुरु नहीं किया गया है। उनके विधानसभा क्षेत्र में तीन विद्यालय अपग्रेड करने की सीएम ने घोषणा की थी लेकिन केवल दो विद्यालय ही अपग्रेड हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कत्र्तव्यों का ठीक प्रकार से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने दायित्वों के प्रति कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्ती बरती जानी चाहिए, साथ ही अधिकारियों को आत्ममंथन भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 20 राजकीय नलकूपों के निर्माण की मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गई थी लेकिन प्राक्कलन राशि व जमानत राशि जमा करने के बाद भी विद्युत संयोजन नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा मिलापनगर, मोहनपुरा, ढंडेरा के जल प्लावन प्रभावित क्षेत्र की जल निकासी के लिए सीवर व्यवस्था की घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। यह मामला उनके द्वारा सदन में नियम-65 के तहत उठाए जाने के बाद अधिकारी कुछ हरकत में आए हैं।  

प्रचार के अंतिम दिन सीएम व अन्य नेताओं ने झोंकी ताकत , भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव का प्रचार थमा

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। भगवानपुर उपचुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश के समर्थन में चुडि़याला एवं हल्लू माजरा में विशाल जनसभाओं केा संबोधित किया।  पार्टी के राज्यसभा सांसद राज बब्बर ने शाहपुर, भगवानपुर बाजार, रोहालकी, चुडियाला, मानकपुर, भलस्वागाज, खानपुर, खेलपुर, मोहितपुर, श्रीचन्दी आदि स्थानों में रोड शो के माध्यम से कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश के लिए वोट की अपील की। राज बब्बर के रोड शो में हजारों की संख्या में नौजवानों ने अपनी गाडि़यों के साथ भागीदारी की। रोड शो के दौरान स्थानीय लोग अपने घरों की छतों तथा सड़क के किनारे खड़े होकर कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद, हरीश रावत जिंदाबाद, किशोर उपाध्याय जिंदाबाद, ममता राकेश जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। रोड शो में पार्टी प्रत्याशी ममता राकेश, आनन्द रावत, सुबोध राकेश सहित पार्टी के वरिष्ठ नेतागण भी शामिल रहे। वहीं पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी रेणुका रावत ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर ममता राकेश के लिए वोट की अपील की। उन्होंने राज्य सरकार तथा स्व0 सुरेन्द्र राकेश द्वारा क्षेत्र में कराये गये विकास कार्यों के आधार पर राकेश के लिए वोट की अपील की। रेणुका रावत के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं तथा प्रदेश पदाधिकारी भी शामिल रहे। राजयसभा सांसद महेन्द्र महरा सिंह माहरा एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अलग-अलग टोलियों में विधानसभा क्षेत्र के अनेक स्थानों में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव के प्रभारी जोत सिंह बिष्ट ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जिस प्रकार मतदाताओं का उत्साह देखने को मिल रहा है उससे निश्चित रूप से भाजपा के प्रत्याशी को अपनी जमानत बचानी भी मुश्किल पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कल और आज के प्रचार के बाद भगवानपुर की जनता ममता राकेश को भारी मतों से विजयी बनाने का मन बना चुकी है। ममता राकेश के पक्ष में प्रचार करने वालों में चै0 सूरज सिह, राजवीर ंिसह रोड, प्रधान यशवीर सिंह, राजसिंह साध, डा. अंतरिक्ष सैनी, इमरान प्रधान, डाॅ0 इरशाद, शमा शवरीन, रीना गुप्ता आदि मौजूद रहे।

चुनाव प्रचार में पार्टियों ने झोंकी ताकत 

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। चुनाव प्रचार के अन्तिम दौर में पहंुचने के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपने अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झौंक दी है। चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर पहंुच चुका है। प्रचार का आज अन्तिम दिन है। कांग्रेस ने जहां अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए सीएम सहित पूरा कुनबा चुनावी मैदान में उतार दिया है तो वही कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद भी चुनावी अखाडे में उतर गये है तो भाजपा ने भी पूर्व सीएम एंव हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक के साथ साथ प्रदेशाध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष तथा पार्टी सांसदो को मैदान में उतारकर पार्टी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए चुनावी अखाडे में झौंक दिया है। भगवानपुर विधानसभा उप-चुनाव का प्रचार धीरे-धीरे अन्तिम दौर में पहंुच चुका है। कल(आज) चुनाव प्रचार का अन्तिम दिन है। बुधवार को दोनो ही दलों ने अपने अपने प्रत्याशियों की जीत पक्का करने के लिए क्षेत्र में जनसभाए की। इस दौरान दोनो ही दल के बडे नेताओं ने अपने अपने तर्क जनता के समक्ष रखकर जनता को अपने आपको उनका हितेषी बताते हुए वोट मांगे। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज दिन भर चार सभाए की। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हल्ला बोलने के साथ ही दिवंगत काबिना मंत्री सुरेन्द्र राकेश द्वारा क्षेत्र में कराये गये विकास कार्यो का गुणगान करते हुए कहा कि दिवंगत सुरेन्द्र राकेश ने क्षेत्र में विकास के ऐसे कार्य कराये है जिनको कभी भुलाया नही जा सकता है। राज्य सरकार ने उनके द्वारा प्रस्तावित कार्यो को गति देने के लिए धन आवंटित कर दिया है। उन्हांेने कहा कि क्षेत्र में दिवंगत काबिना मंत्री द्वारा मेडिकल काॅलेज, आवासीय विद्यालय, आईआईटी, पाॅलिटैक्निक जैसी कई योजनाए मंजूर कराई। घाड क्षेत्र को जोडने वाला सोलानी नदी का पुल भी उनके द्वारा ही मंजूर कराया गया है जिसपर कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने जनता के समक्ष स्वर्गीय राकेश के विकास कार्यो को याद दिलाते पार्टी प्रत्याशी ममता राकेश को वोट देकर जिताने की अपील की। वही राज्य सभा सांसद राजबब्बर ने भी ताबडतोड जनसभाए कर पार्टी प्रत्याशी के लिए समर्थन मांगा। चुनाव के अन्तिम दौर में भाजपा भी पीछे नही रही। भाजपा के दिग्गज नेता चुनावी अखाडे में उतरे जिनमें नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, प्रदेशाध्यक्ष तीरथ सिह रावत, पूर्व काबिना मंत्री खजान दास व जीजान से जुटे पूर्व मुख्यमंत्री एंव हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने आधा दर्जन से अधिक जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की विफलता गिनाने के साथ ही राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि केन्द्र से मिलने वाले विकास कार्य के धन को राज्य सरकार समय से खर्च नही कर पा रही है जिसके चलते कई योजनाओं का पैसा लैप्स हो चुका है। राज्य सरकार विकास विरोधी है। माफियाओं को संरक्षण दे रही है। अवैध खनन का खुला खेल राज्य में खेला जा रहा है। शराब माफिया जनता को लूटने में लगे है। उन्होंने केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मोदी सरकार जनहित के कार्य कर रही है और ये ही कारण है कि जनता का विश्वास भाजपा में बढता जा रहा है। जिसका नतीजा यह है कि वर्ष 2014 में हुए कई राज्यों के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से सत्ता छीनी है। उन्हेांने कहा कि क्षेत्र की जनता राज्य सरकार की एक परिवार पर हो रही मेहरबानी के चलते परेशान है। बेगुनाहों को जेल भेजा गया है। क्षेत्र की जनता का खुलेआम उत्पीड़न हुआ है। ये ही कारण है कि क्षेत्र की जनता का समर्थन भाजपा प्रत्याशी को मिल रहा है। भेदभाव भुलाकार क्षेत्र की जनता भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी करेगी। उन्होेंने जनसभाओं में उमडे जनसैलाब को मतदान के दिन भाजपा प्रत्याशी के हक में वोट डालने की अपील की।

प्रचार के अंतिम दिन सीएम व अन्य नेताओं ने झोंकी ताकत, भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव का प्रचार थमा

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। भगवानपुर उपचुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश के समर्थन में चुडि़याला एवं हल्लू माजरा में विशाल जनसभाओं केा संबोधित किया।  पार्टी के राज्यसभा सांसद राज बब्बर ने शाहपुर, भगवानपुर बाजार, रोहालकी, चुडियाला, मानकपुर, भलस्वागाज, खानपुर, खेलपुर, मोहितपुर, श्रीचन्दी आदि स्थानों में रोड शो के माध्यम से कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश के लिए वोट की अपील की। राज बब्बर के रोड शो में हजारों की संख्या में नौजवानों ने अपनी गाडि़यों के साथ भागीदारी की। रोड शो के दौरान स्थानीय लोग अपने घरों की छतों तथा सड़क के किनारे खड़े होकर कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद, हरीश रावत जिंदाबाद, किशोर उपाध्याय जिंदाबाद, ममता राकेश जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। रोड शो में पार्टी प्रत्याशी ममता राकेश, आनन्द रावत, सुबोध राकेश सहित पार्टी के वरिष्ठ नेतागण भी शामिल रहे। वहीं पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी रेणुका रावत ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर ममता राकेश के लिए वोट की अपील की। उन्होंने राज्य सरकार तथा स्व0 सुरेन्द्र राकेश द्वारा क्षेत्र में कराये गये विकास कार्यों के आधार पर राकेश के लिए वोट की अपील की। रेणुका रावत के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं तथा प्रदेश पदाधिकारी भी शामिल रहे। राजयसभा सांसद महेन्द्र महरा सिंह माहरा एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अलग-अलग टोलियों में विधानसभा क्षेत्र के अनेक स्थानों में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव के प्रभारी जोत सिंह बिष्ट ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जिस प्रकार मतदाताओं का उत्साह देखने को मिल रहा है उससे निश्चित रूप से भाजपा के प्रत्याशी को अपनी जमानत बचानी भी मुश्किल पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कल और आज के प्रचार के बाद भगवानपुर की जनता ममता राकेश को भारी मतों से विजयी बनाने का मन बना चुकी है। ममता राकेश के पक्ष में प्रचार करने वालों में चै0 सूरज सिह, राजवीर ंिसह रोड, प्रधान यशवीर सिंह, राजसिंह साध, डा. अंतरिक्ष सैनी, इमरान प्रधान, डाॅ0 इरशाद, शमा शवरीन, रीना गुप्ता आदि मौजूद रहे।

अत्याचार, जुल्मो सित्तम से मुक्ती को भाजपा जरुरीः डा. निशंक

देहरादून,9 अप्रैल (निस)। विधानसभा उप-चुनाव में राज्य सरकार को हार की चिन्ता सता रही है। यही कारण है कि विधानसभा में चुनावी प्रचार के लिए सूबे में मुखिया ने पूरी कांग्रेस को चुनावी अखाडे में उतारने के साथ जब पार्टी का विरोध देखा तो अपने परिवार सहित अपने आप को भी चुनावी मैदान में उतार दिया है लेकिन भगवानपुर क्षेत्र की जनता मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेस को भंली भांति जान चुकी है और पार्टी प्रत्याशी का विरोध भी कांग्रेस की चिन्ता का सबब बना हुआ है। भाजपा प्रत्याशी इस उप-चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल करने जा रहा है। उक्त विचार पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल ने पत्रकारों के समक्ष व्यक्त किये।
    नगर के एक होटल में आयेाजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी राजपाल सिंह को क्षेत्र की जनता का भारी समर्थन मिल रहा है। इसका कारण यह भी है कि क्षेत्र की जनता एक परिवार विशेष से आजिज आ गई है क्योंकि इस परिवार ने क्षेत्र की जनता पर अत्याचार, जुल्मो सित्तम किये जिसका खामियाजा इस उप-चुनाव में परिवार को भुगतना पडेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की चिन्ता भी यही है क्योंकि कांग्रेस के पास यहां प्रत्याशी नही था, इसी परिवार से कांग्रेस ने प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। सहानुभूति के जरिये जीत का सपना संजोय बैठी कांग्रेस का सपना टूटने जा रहा है। यही कारण है कि पहले मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूरी कांग्रेस को चुनावी अखाडे में उतारे लेकिन पार्टी प्रत्याशी को समर्थन न मिलता देख खुद मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के साथ साथ अपने आप भी इस क्षेत्र में डेरा डाल लिया है। इसी से कांग्रेस की हताशा का अंदाजा लगाया जा सकता है। सीएम खुद घर-घर जाकर छोटे-बडे नेताओं पर दबाव बनाने के साथ उन्हें लालच दिया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद उन्हें समर्थन नही मिल रहा है, क्योंकि कांग्रेस इस क्षेत्र में नही बल्कि पूरे राज्य में विश्वास खो चुकी है। सूबे के मुखिया हरीश रावत सरकार तंत्र का भी दुरुपयोग कर रहे है। अधिकारियों को पार्टी प्रत्याशी को जिताने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए कहा गया है लेकिन उन्हेांने कहा कि यदि किसी अधिकारी की संलिप्ता पाई गई तो वह चुप बैठने वाले नही है और सरकार आने पर ऐसे अधिकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नही जायेगा। मुस्लिमों की बाबत उन्होंने कहा कि मुस्लमानों पर अत्याचार इस क्षेत्र में हद से ज्यादा किये गये है। रमजान के माह में एक मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति को फर्जी बलात्कार के आरोप में जेल तक भिजवाया गया। छोटे छोटे कारोबारियों को परेशान किया गया। क्षेत्र की जनता कांगे्रस सरकार व परिवार विशेष के जुल्म से तंग आकर भाजपा की ओर देख रही है। इसीलिए भाजपा प्रत्याशी को क्षेत्र की जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है जिसका नतीजा 15 तारीख को आने वाले विधानसभा उप-चुनाव के परिणाम से मिल जायेगा। इस मौके पर विधायक प्रेम चंद अग्रवाल, पूर्व सीएम प्रतिनिधि नागेश्वर, अनिल शर्मा आदि मोजूद रहे।

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