चुनाव जीतते ही ममता राकेश बोली, मुझे कैबिनेट मंत्री बनाए सरकार
देहरादून, 16 अप्रैल। भगवानपुर विधानसभा सीट से उपचुनाव जीतते ही ममता राकेश ने कहा कि भगवानपुर सीट कांग्रेस के सपनों की सीट थी। मैंने कांग्रेस को इस विधानसभा सीट पर जीत दिलाई है, इसलिए प्रदेश सरकार मुझे कैबिनेट मंत्री बनाए। हरिद्वार जिले की भगवानपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी और प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी थी। खासकर मुख्यमंत्री हरीश रावत तो इस सीट को जिताने के लिए चुनाव प्रचार के दौरान रात-दिन एक किए रहे। पूरा कांग्रेस संगठन चुनाव प्रचार में जुटा रहा। लेकिन चुनाव जीतते ही कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश ने अपने बयान में कहा कि यह सीट कांग्रेस पार्टी उनकी वजह से जीती है। ममता राकेश ने कहा कि भगवानुपर सीट कांग्रेस के सपनों की सीट थी। मैंने कांग्रेस को इस सीट पर जीत दिलाई, इसलिए प्रदेश सरकार मुझे कैबिनेट मंत्री बनाए। ममता राकेश का साफ करना था कि कांग्रेस ने यह सीट मेरी वजह जीती है। गौरतलब हो कि भगवानपुर विधानसभा सीट सुरेंद्र राकेश के निधन के बाद खाली हुई थी। सुरेंद्र राकेश प्रदेश की कांग्रेस सरकार में बसपा कोटे से कैबिनेट मंत्री थे। सुरेंद्र राकेश के निधन के बाद प्रदेश कैबिनेट में मंत्री का एक पद अभी रिक्त पड़ा है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सुरेंद्र राकेश के निधन से खाली हुए मंत्री पद को भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले भरना उचित नहीं समझा, इस मामले में कांग्रेस संगठन भी किसी प्रकार की जल्दबाजी में नहीं था। कांग्रेस का कहना था कि यदि भगवानपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले रिक्त पड़ा मंत्री पद भरा गया तो इससे जनता में गलत संदेश जाएगा, इसलिए कोई मंत्री नहीं बनाया गया। उल्लेखनीय है कि भगवानपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को मिली इस जीत से राज्य विधानसभा में कांग्रेस ने 36 के जादुई आंकड़े छूकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। अब कांग्रेस सरकार को निर्दलियों की बैशाखी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। प्रदेश कैबिनेट में रिक्त पड़े मंत्री पद पर पूर्व सीएम बिजय बहुगुणा खेमे की नजर है, कांग्रेस का विजय बहुगुणा खेमा नरेंद्रनगर क्षेत्र के विधायक सुबोध उनियाल को मंत्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत पर दबाव बनाए हुए है। ऐसे में ममता राकेश के इस बयान ने कि उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जाए ने कांग्रेस और सरकार में हलचल पैदा कर दी है।
भगवानपुर उपचुनाव 2017 का आगाजः शिल्पी
कांग्रेस प्रदेश महासचिव शिल्पी अरोरा ने कहा है कि भगवानपुर उप चुनाव में जनता ने कांग्रेस का साथ दिया है। भगवानपुर उप चुनाव में मिली जीत वर्ष 2017 का आगाज है। स्व. सुरेन्द्र राकेश जी द्वारा किये गये अच्छे कार्यों का सही मायनों में भगवापुर की जनता ने श्रद्धांजली दी है। उन्होंने कहा कि स्व. सुरेन्द्र राकेश जी ने कांग्रेस को सरकार बनाने में सहयोग दिया था, जिसके लिए कांग्रेस पार्टी उनकी कृतज्ञ है। श्रीमती अरोरा ने कहा कि भगवानपुर की जनता ने बता दिया है, कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ है और यहीं से 2017 का आगाज शुरू हो गया है। इससे यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि 2017 के चुनाव में जनता में जो एंटी इन्कमबैसी होगी, वो मोदी सरकार के खिलाफ होगी न कि राज्य सरकार के विरूद्ध। कांग्रेस पार्टी को इसका पूरा लाभ मिलेगा और हम पूरे बहुमत के साथ 2017 में फिर से वापसी करेंगे। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भगवानपुर उप चुनाव में मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सहित सभी मंत्रीगणों, विधायकगणों व वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का सहयोग मिला है, जिसका परिणाम आज जीत के रूप में दिखायी दे रहा है। उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को भगवापुर उप चुनाव में मिली जीत के लिए बधाई दी है। भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती ममता राकेश ने गुरूवार को बीजापुर अतिथि गृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने आशा व्यक्त की कि क्षेत्र की जनता ने जो विश्वास श्रीमती राकेश के प्रति जताया है, उस पर खरा उतरने में वे सफल होंगी। श्रीमती ममता राकेश ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व व आशीर्वाद, स्व.सुरेंद्र राकेश के प्रति जनता के लगाव व कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम से इतनी बड़ी जीत मिली है।
सगंध पौधों की खेती बन सकती है आमदनी का विकल्प: राज्यपाल
देहरादून, 16 अप्रैल (निस) । राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने कहा कि सगन्ध पौधों की खेती के विस्तारीकरण कार्य को और अधिक मजबूत करने पर ध्यान केन्द्रित करना होगा। असिंचित, बंजर व अनुपजाऊ भूमि सहित पर्वतीय क्षेत्र के उन गाँवों में सगन्ध पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने के विशेष प्रयास किए जाने होंगे जहाँ से जीविका संसाधनों के अभाव में पलायन बढ़ रहा है। राज्य में सगन्ध पौधों की खेती काश्तकारों के लिए आमदनी का एक बेहतर विकल्प बन सकती है। यह एक ऐसा उभरता हुआ उद्योग है जिसमें राज्य की आर्थिकी में वृद्धि की अपार संभावनायें निहित हैं। गुरूवार देहरादून के सेलाकंुई, औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित ‘सगन्ध पौधा केन्द्र’(कैप) के भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में एरोमेटिक प्लान्ट्स की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदर्शनी लगायी जाए, कृषकों को गुणवत्तायुक्त बीज, पौध उपलब्ध कराये जाएं। उत्पादन की विधियों की जानकारी देने के साथ ही इसके व्यावसायिक लाभ के प्रति उन्हें जागरूक करके सगन्ध पौधों की खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया जाए। राज्यपाल ने ‘कैप’ परिसर की पौधशाला, डिमास्ट्रेशन फार्म, इंडोर टैªनिंग संेटर, अरोमा प्रोसेसिंग सेंटर, अरोमा गैलरी, इंस्टूªमेंटेशन लैब, अरोमा बैंक तथा लाइब्रेरी का भी निरीक्षण किया। राज्यपाल के विजिट के दौरान मौजूद प्रभारी सचिव उद्यान डा0 निधि पाण्डेय एवं कैप के प्रभारी नृपेन्द्र चैहान द्वारा कैप की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी गई। इस अवसर पर अपर सचिव उद्यान टी.एस.पंवार सहित कैप के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
हरीश रावत राज्य में कांग्रेस के अंतिम मुख्यमंत्री साबित होंगेः बलूनी
देहरादून,16 अप्रैल(निस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि भाजपा सदस्य संख्या के लिहाज से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है। जो नए लोग पार्टी से जुड़े हैं उनको प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएम शादी-पार्टियों, चूडा़कर्म संस्कार और दुकानों का रिबन काटकर उद्घाटन करने में व्यस्त हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत एक माह में छह बार हल्द्वानी में शादी-पार्टी, चूड़ाकर्म और दुकानों का उद्घाटन करने जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत राज्य में कांग्रेस के अंतिम मुख्यमंत्री होंगे, इसके बाद राज्य में कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना पाएगी। बलवीर रोड स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि अभी तक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सदस्य संख्या के लिहाज से विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी थी, जिसकी सदस्य संख्या कि 8 करोड़ 80 लाख थी। अब भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है, भाजपा की सदस्य संख्या 9 करोड़ 80 लाख पार हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा का सदस्यता अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा, इस अवधि में सदस्य संख्या 10 करोड़ से अधिक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि एक मई से 30 जून तक पार्टी का महासंपर्क अभियान चलेगा, जिसके माध्यम से पार्टी कार्यकर्ता सभी नए सदस्यों तक पहुंचेंगे। उसके पश्चात 1 जुलाई से 31 अगस्त तक नए सदस्यों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें पार्टी से जुड़े नए सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कार्यकर्ताओं को पार्टी की रीति-नीति के बारे में बताया जाएगा। सामान्य सदस्यों को सक्रिय सदस्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बेहतरीन तरीके से कार्य कर रही है। देश के विकास के लिए आधारभूत ढांचा तैयार हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत और मधुर मनाने की दिशा में प्रयासरत हैं। कनाडा में 42 वर्षों बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री गया है, इसी प्रकार से आस्ट्रेलिया में 23 वर्षों बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा भू अधिग्रहण बिल को लेकर देश की जनता को गुमराह किया जा रहा है। कांग्रेस द्वारा दुष्प्रचार किया जा रहा है कि भाजपा किसान और गरीब विरोधी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेता केंद्र सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली पहुंच जाते हैं, पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के दस वर्ष के कार्यकाल के दौरान इन कांग्रेस नेताओं को न औद्योगिक पैकेज की याद आई और न ही उत्तरकाशी को ईको सेंसटिव जोन घोषित करने के विरोध में आवाज उठाई गई। अब कांग्रेस के नेता राज्य को औद्योगिक पैकेज दिए जाने और उत्तरकाशी को ईको सेंसटिव जोन से मुक्त किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली में लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार को सत्ता में तीन साल हो चुके हैं लेकिन इन तीन सालों में कांग्रेस सरकार अपना विजन तक तैयार नहीं कर पाई है। राज्य में अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है, जिस कारण सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल झूठे वायदे करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम शादी-पार्टियों, चूडा़कर्म संस्कार और दुकानों का रिबन काटकर उद्घाटन करने में व्यस्त हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत एक माह में छह बार हल्द्वानी में शादी-पार्टी, चूड़ाकर्म और दुकानों का उद्घाटन करने जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत राज्य में कांग्रेस के अंतिम मुख्यमंत्री होंगे, इसके बाद राज्य में कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना पाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के पूर्व राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी द्वारा अपने राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में कई अनियमितताएं की गई हैं, इनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल डा. कुरैशी द्वारा की गई अनियमितताओं की जांच के संबंध में वे केंद्रीय गृह मंत्री से मिले हैं। पत्रकार वार्ता में उमेश अग्रवाल, सुनील उनियाल, रविंद्र कटारिया, जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।
‘गंगा के लिए वानिकी हस्तक्षेपों की डीपीआर तैयार करने’ पर हुआ मंथन
देहरादून,16 अप्रैल(निस)। वन अनुसंधान संस्थान में ‘‘गंगा के लिए वानिकी हस्तक्षेपों की डीपीआर तैयार करने’’ को लेकर दो दिवसीय बैठक शुरु हुई। यह बैठक गंगा सफाई के लिए राष्ट्रीय मिशन, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा नवीकरण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा स्वीकृत परियोजना के तहत आयोजित की जा रही है। इस बैठक में आई.आई.टी., राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान, सुदूर संवेदी, भारतीय वन सर्वेक्षण, मृदा संरक्षण, राष्ट्रीय गंगा प्राधिकरण, ए एम यू, राज्य वन विभाग, सिंचाई, पेयजल निगम, कृषि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जैव विविधता बोर्ड, जल विद्युत परियोजनाओं से विशेषज्ञ एवं पणधारी तथा विभिन्न गैर सरकारी संगठन भाग ले रहे हैं। सहभागीगण परियोजना सूत्रीकरण एवं कार्यान्वयन पर विचार-विमर्श करेंगे और गंगा की सफाई करने के लिए सुअवसरों एवं दबाव की पहचान करेंगे। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि गंगा सबसे पवित्र नदियों में से एक है तथा करोड़ों भारतीयों की जीवन रेखा है। तथापि तेज वृद्धि कर रही आबादी तथा सम्बद्ध औद्योगिक विकास, बांधों के निर्माण एवं निर्वनीकरण ने प्रतिकूल रूप में जलप्रवाह अधिशासन को प्रभावित किया है। इसके अलावा नदी में अवशिष्ट जल के वर्धित जमाव ने पारस्थितिकीय प्रवाह द्वारा अनुरक्षित मंदन के जरिए नदी की स्वतः सफाई करने की क्षमता को घटाकर समस्याओं को बढ़ाया है। मुख्य चिंताएं भूमि उपयोग परिवर्तन के परिणामों पर केन्द्रित हैं, जो भूजल प्रणाली में निस्यंदन की मात्रा को परिवर्तित कर सकते हैं और जलसंभर से जल विसर्जन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं। स्पष्टतः नदी गंगा में जल की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विभिन्न एजेंसियों एवं हितधारकों के व्यापक सहभागिता की आवश्यकता है। नदी गंगा की करीब 450कि.मी. लम्बाई (कुल 2500 कि.मी. में से) के साथ उत्तराखण्ड में 14 नाले हैं जो प्रतिदिन 440 मि.लि. सीवेज का विसर्जन करते हैं। बैठक के प्रारम्भ में कुणाल सत्यार्थी प्रमुख वन संवर्धन प्रभाग ने बैठक में भाग ले रहे सभी सहभागियों का स्वागत किया और परियोजना तथा इसके उद्देश्यों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। इसके बाद डा0 पी.पी.भोजवैद, निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान एवं प्रमुख परियोजना समन्वयक ने वानिकी हस्तक्षेपों के जरिए गंगा सफाई में चिंता के मुख्य-मुख्य विषयों की जानकारी दी और अत्यधिक सुअवसरों का उल्लेख किया। डा0 जी.एस.गोराया, उपमहानिदेशक (अनुसंधान), भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद् ने भी विभिन्न नई प्रौद्योगिकियों के द्वारा नदी गंगा की सफाई करने के महत्व और हिमालयन नदियों के लिए विद्यमान संकटों के बारे में अपना दृष्टिकोण रखा। डा0 एस.चंदोला, प्रबंध निदेशक, उत्तराखण्ड वन निगम ने गंगा के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में सम्भावित वानिकी हस्तक्षेपों के ब्योरों के बारे में विचार प्रस्तुत किया और उन्होंने परियोजना की सफलता के लिए भी शुभकामनाएं दी। 16 अप्रैल को विभिन्न विशेषज्ञों एवं हितधारकों ने तीन तकनीकी सत्रों, यथा गंगा सफाई प्रयासों के अनुभव एवं भावी सम्भावनाएं, वानिकी हस्तक्षेप: सुअवसर एवं दबाव तथा वानिकी हस्तक्षेपों के जरिए साफ गंगा के लिए समुदाय सहभागिता माॅडल, में गंगा सफाई पर अपने अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए। दो तकनीकी सत्र और अंतिम पैनल विचार-विमर्श एवं संस्तुतियां 17 अप्रैल को की जाएंगी।
चारो धाम और हरकी पौड़ी हमारे लिये पूजनीय हैः स्वामी हंसदेवाचार्य
देहरादून,16 अप्रैल(निस)। जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने कहा कि सांसद योगी आदित्यनाथ ने जो धर्म स्थलों के बारे में बयान दिया है वह अपने आपमें एक बहुत ही अहम बयान है और उनकी बात का समर्थन सारे हिन्दू समाज को करना चाहिये क्योंकि जिस प्रकार हाल ही में जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाये गये और वहां पाकिस्तान का झण्डा फहराया गया इससे ज्यादा बेशर्मायी और क्या हो सकती है। हमारे देश में रहकर हमें ही कोसना यह कहां की परम्परा है। जगतगुरू स्वामी हंसदेवाचार्य ने कहा कि क्या जम्मू कश्मीर की सरकार नपुंसक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस सम्बन्ध में कड़े कदम उठाने चाहिये और जो लोग देश द्रोही हैं उन्हें सलाखों के पीछे भेजना चाहिये। हमारे लिये पहले राष्ट्र की एकता अखण्डता को बनाये रखना जरूरी है और हमारा हिन्दू धर्म और हमारे धार्मिक स्थल ही पूरे विश्व में भारत की पहचान हैं। पूरे विश्व में हमारे संतों महापुरूषों ने धर्म का प्रचार प्रसार करके भारतीय संस्कृति को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई हैं। वहीं दूसरी ओर विश्व सनातन धर्म परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालीकापीठाधीश्वर महंत सुरेन्द्रनाथ अवधूत महाराज ने सांसद योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने जो बयान दिया है वह बिल्कुल सही है। मक्का मदीना में जिस प्रकार हमारे हिन्दू समाज के लिये प्रतिबन्ध है ठीक उसी प्रकार भारत में भी एक विशेष धर्म को मानने वालों पर प्रतिबन्ध लगना चाहिये। चाहे वह हरकी पौड़ी हो या हमारे चारों धाम हो। इनमें किसी भी विशेष धर्म को मानने वाले व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगनी चाहिये। केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों का यह कर्तव्य बनता है कि जो लोग हमारे देश में रहकर दूसरे देश का गुणगान करते हैं और हमारी भारत मां को कोसते रहते हैं ऐसे लोगांे पर भारत में रहने पर प्रतिबन्ध लगना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमारे लिये चारों धाम और हरकी पौड़ी पूजनीय है। म0म0 स्वामी कपिल मुनि महाराज और श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के मुखिया महंत भगतराम जी महाराज ने भी सांसद योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि हमारा देश भावनाओं और आस्थाओं का देश है। हिन्दू समाज ने हमेशा पूजा पाठ और भगवान के प्रति आस्था रखकर ही बड़े-बड़े मैदान जीत हैं। जो अपने आपमें एक अद्भुद चमत्कार साबित हुए हैं। चाहे वह भगवान श्रीराम का रावण के साथ महायुद्ध हुआ हो और चाहे वह युद्ध कौरवो और पाण्डुओं के बीच हुआ हो मगर विजय सदा सच्चाई की हुई है। हिन्दू समाज ने सदा भगवान के प्रति आस्था रखकर सदा अपने कार्यो में विजय पाई है।
तुंगनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित
देहरादून,16 अप्रैल(निस)। द्वितीय केदार मदमहेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि घोषित कर दी गई। मक्कूमठ मंदिर में पंचाग गणना के बाद पुरोहितों ने तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई। छह मई को तुंगनाथ की डोली मंदिर से बाहर निकाली जाएगी। रात्रि विश्राम के लिए भूतनाथ मंदिर में पहुंचेगी। सात मई को डोली चोपता में विश्राम करेगी, आठ मई को साढे़ ग्यारह बजे तुंगनाथ के कपाट आम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इस मौके पर मठापति रामप्रसाद, पंचपुरोहित माहेश्वर प्रसाद मैठाणी, दिनेश मैठाणी, प्रबंधक प्रकाश पुरोहित मौजूद थे। वहीं ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में द्वितीय केदार महदमहेश्वर के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई। 13 मई को भगवान की डोली गर्भगृह से बाहर आएगी। 14 मई को मंदिर में ही विश्राम करेगी। 15 मई को डोली रांसी पहुंचेगी। 16 मई को गौंडार व 17 मई को साढे ग्यारह बजे कर्क लगन के अनुसार मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।
गौरीमाई मंदिर के कपाट खुले
देहरादून,16 अप्रैल(निस)। केदारनाथ यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव गौरीकुंड में स्थित गौरीमाई मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। अब ग्रीष्मकाल के छह माह तक गौरी माई की पूजा अर्चना गौरीकुंड में ही होगी। गौरामाई की डोली शीतकालीन गद्दी स्थल गौरीगांव से निकली। डोली के साथ चल रहे भारी संख्या में ग्रामीणों ने गौरीमाई के जयकारे लगाए। इसके बाद डोली गौरीकुंड पहुंची। ब्राह्मणों व मंदिर के मुख्य पुजारियों ने वैदिक मंत्रोंचारण के साथ पूजा अर्चना व हवन के बाद हक हकूकधारियों, मंदिर समिति के कर्मचारियों की मौजूदगी में करीब आठ बजे विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए खोल दिए गए। अब ग्रीष्मकाल के छह माह तक गौरीकुंड में ही गौरीमाई की पूजा अर्चना की जाएगी। केदारनाथ पहुंचने वाले गौरीकुंड में ही गौरीमाई के दर्शन आसानी से कर सकेंगे। इस मौके पर मठापति संपूर्णानंद गोस्वामी, प्रबंधक कैलाश बगवाड़ी, पदमादत्त गैरोला, विनोद रौतेला, सच्चिदानंद समेत भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।


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