ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को नियुक्त होगा नोड़ल अधिकारी
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। शासन स्तर पर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से संबंधित औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए। रेल विकास निगम लिमिटेड के सीएमडी सतीश अग्निहोत्री के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह निर्देश देते हुए कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना उŸाराखण्ड के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए राज्य स्तर से जो भी औपचारिकताएं पूरी की जानी हैं, उन्हें प्राथमिकता से पूरा किया जाए। सम्पूर्ण परियोजना की वन स्वीकृति के लिए प्रस्ताव दो पार्ट में लिए जाए। ऋषिकेश से चंद्रभागा नदी तक 9 किमी मार्ग के लिए वन स्वीकृति की प्रक्रियाओं को पूरा किया जाए ताकि इसका कार्य जल्द प्रारम्भ किया जा सके। जबकि इसके आगे लगभग 119 किमी मार्ग की वनस्वीकृति की प्रक्रिया अलग से पूरी की जाए। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि रेल मार्ग के लिए टनल बनाने से जो मलबा निकलेगा उसके निस्तारण के लिए लोक निर्माण विभाग के माध्यम से नेशनल हाईवे के किनारे स्थान चिन्हित किए जा सकते हैं। वहां इस मलबे का उपयोग यथासम्भव मार्ग चैड़ीकरण व छोटे-छोटे मार्केट विकसित करने में किया जा सकता है। रेल विकास निगम के सीएमडी सतीश अग्निहोत्री ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की लम्बाई लगभग 125 किमी है। इसमें से पहले 9 किमी का भाग सरफेस पर जबकि उसके आगे का 80 प्रतिशत से अधिक भाग टनल में निर्मित होना है। परियोजना के लिए 150 करोड़ रूपए भारत सरकार से स्वीकृत किए जा चुके हैं। इस अवसर पर मुख्य सचिव एन रविशंकर, प्रमुख सचिव वन डा. रणवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सड़क दुर्घटनाओं से राज्यपाल चिन्तित, निर्देश दिये
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। उत्तराखण्ड में, विशेषतः पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से चिन्तित राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने प्रमुख सचिव परिवहन से विचार-विमर्श के दौरान कहा कि दुर्घटनाओं को कम व न्यूनतम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जायें। राज्यपाल ने आगामी माह से प्रारम्भ होने जा रही चारधाम यात्रा के दृष्टिगत विशेष एहतियात व सावधानी बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि दुर्घटनाओं की दृष्टि से संवेदनशील व खतरनाक तथा दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों को प्राथमिकता पर चिन्हित करके उन स्थानों पर यातायात सतर्कता सम्बन्धी सभी आवश्यक संकेत लगाये जायें। सड़कों के किनारे जहाँ भी आवश्यक हो, क्रैश बैरियर्स व पैराफिट्स बनाने के साथ-साथ ओवरलोडिंग आदि रोकने के लिए सघन चैकिंग भी की जाये। उन्होंने नशे की हालत में वाहन संचालन पर सख्त अंकुश लगाने, वाहनों की फिटनैस, बस चालकों के समुचित प्रशिक्षण, उनके ड्यूटी के घंटे मानकानुसार निर्धारित करने तथा चालकों के फिजिकल फिटनैस पर विभाग द्वारा विशेष ध्यान केन्द्रित किए जाने को आवश्यक बताया। इस संदर्भ में आज राजभवन में प्रमुख सचिव परिवहन की राज्यपाल के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन ने विभाग द्वारा उठाए जा रहे सभी आवश्यक कदमों से अवगत कराया। बैठक में राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी एवं सचिव भी मौजूद थे।
दुर्घटना पर सीएम ने जताया शोक
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जनपद चमोली के जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग पर निर्माण कार्य के दौरान मजदूरों के ऊपर चट्टान एवं मलवा आने से हुई दुर्घटना में मृत लोगों के प्रति गहरा दुःख व्यक्त किया हैं। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि दुर्घटना में मृत लोगों के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि के अतिरिक्त 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाय। साथ ही घायलों को भी अनुमन्य राहत राशि तत्काल प्रदान की जाय व उनका उपचार प्राथमिकता पर किया जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने बी.आर.ओ. के अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि सड़क निर्माण के समय विशेष सतर्कता व सावधानी बरते, ताकि ऐसे दुर्घटनाएं न हो। गौरतलब हो कि बीते दिन चमोली में सड़क चैड़ीकरण कार्य के दौरान हुए विस्फोट में पहाड़ टूटकर सड़क पर आ गिरा था यह दुर्घटना चमोली के जोशीमठ ब्लॉक के रैणी गांव के समीप सड़क चैड़ीकरण कार्य के दौरान मलबे और बोल्डर की चपेट में आने से बीआरओ के दो मजदूरों समेत चार लोगों की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हो गए थे । सूचना मिलते ही जोशीमठ थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी जहंा मलबे में दबे चारों शव निकाले गए।
रमसा कर्मियांे ने किया शिक्षा मंत्री का घेराव
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। अपनी मांगे न माने जाने से आक्रोशित रमसा कर्मचारियों बुधवार को शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के आवास का घेराव किया। इस बीच कई कांग्रेसी विधायकों और नेताओं ने रमसा कर्मिंयो की मांगों का समर्थन किया। बुधवार की सुबह प्रयोगशाला सहायक कार्यालय सहायक संघ से जुडे हुए कार्मिक पुराने रायपुर बस अड्डे पर एकत्रित हुए। और केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री के आवास की ओर निकल पड़े। जहां उन्होंने इस मामले में केन्द्र सरकार पर उनकी मांगे मामने के लिए दबाव बनाने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री का घेराव किया। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा बजट में कटौती से उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के 1863 कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाकर जो दुस्साहस किया गया है, उसकी जितनी निंदा की जाये वह कम है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में ऐसे लोग भी शामिल है, जिन्होंने देश की सीमाओं पर लड़कर देशवासियों को कारगिल युद्ध के समय सुरक्षित किया। उन्होंने कहा कि सरकार के ऐसे निर्णयों से उनकी और सभी कर्मचारियों की जो कि पिछले तीन वर्षों से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के विद्यालयों में अपनी सेवायें दे रहे थे, उन्हें आज सडकों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार द्वारा विद्यालयों को जो पत्रा भेजा गया है, उसे तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाये। उन्होंने कहा कि लगातार संघर्ष करने के बावजूद भी आज तक उनके हितों के लिए किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वक्ताओं का कहना है कि शासन की ओर से मौखिक आश्वासन दिये जाने पर विद्यालयों में बने रहने के आदेश दिये गये ह,ै लेकिन आज तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है, बार बार आश्वासन दिये जाने के बाद उन्हें छलने का काम किया जा रहा है। जिससे कार्मिकों में रोष बना हुआ है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता, आंदोलन को यथावत रखा जायेगा। प्रदर्शनकारियों मंे संघ के प्रदेश अध्यक्ष गंभीर सिंह बिष्ट, अखिलेश बहुगुणा, भावेश जगूडी, प्रवीण रमोला, अमित बहुगुणा, अनवर चैहान, विवेक भटट, बृजमोहन जोशी, प्रकाश उपाध्याय, भगवती प्रसाद सती, जगत सिंह राणा, राजेन्द्र सिंह रावत,जयपाल पंवार, विपिन रावत, सुनील, रतनमणि, महेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।
छात्रा के एडमिशन को लेकर प्राचार्य का घेराव
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। एससी-एसटी कोटे की बीए प्रथम की एक छात्रा के साथ एडमिशन के मामले में काॅलेज प्रबंधन पर घपलेबाजी करने का आरोप लगाते हुए छात्रों ने डीएवी काॅलेज में प्रदर्शन कर प्राचार्य का घेराव किया। बुधवार को प्राचार्य का घेराव कर वार्ता करने पहुुंचे छात्रों ने कहा कि छात्रा के पास जबकि मैरिट के फार्म जमा करने की स्लिप के साथ ही आईकार्ड आदि होने के बाद भी प्रवेश से वंचित कर दिया गया है। इस मामले पर प्राचार्य द्वारा साफ इंकार कर दिया गया। यहां डीएवी कालेज में भाजपा महानगर मंत्री आदित्य चैहान के नेतृत्व में छात्रों ने कालेज प्राचार्य डा. देवेन्द्र भसीन से भेंट की और छात्रा प्रीति के तथ्यों को रखा, वहीं छात्रा का कहना है कि मैरिट फार्म खुद ही उसने जमा कराया और उसकी प्राप्ति रसीद व अन्य डाक्यूमेंट उनके पास है। इस दौरान चैहान ने बताया कि छात्रा पूरी अर्हता रखती है और वैटिंग लिस्ट में नाम न आना यह कालेज प्रशासन एवं बीए प्रथम वर्ष के इंचार्ज की जिम्मेदारी है और इस छात्रा के चार अप्रैल से पेपर है और कालेज प्रशासन उसके साथ अन्याय कर रहा है। छात्रों ने कहा कि इस छात्रा को परीक्षा में बैठने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। प्राचार्य से वार्ता का प्रतिफल शून्य रहा। इस मामले को लेकर छात्रों ने आन्दोलन चलाने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों मंे डीएवी कालेज छात्रा संघ के पूर्व अध्यक्ष आशीष रावत,अंशुल चावला, संतोष सती, राकेश सिंह नेगी, मोहित कुमार, हरेन्द्र सिंह सहित अनेक छात्र मौजूद थे।
जीआडी एकेडमी में प्रदर्शन
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। अप्रत्याशित फीस वृद्धि के खिलाफ जीआरडी एकेडमी पटेलनगर में भाजपाईयों व अभिभावकों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। बाद में स्कूल के निदेशक से प्रदर्शनकारियों की वार्ता हुई। वार्ता के दौरान एकेडमी प्रशासन ने इस मामले में उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जल्द ही इन पब्लिक स्कूलों पर सरकार की ओर से ठोस कार्यवाही नहीं की गई, तो सडकों पर उतरकर जनांदोलन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पब्लिक स्कूल लगातार अपनी मनमानी करते हुए आ रहे है और इन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण नही रह गया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि छात्रों को परीक्षाओं में दो तीन विषयों में अनुत्तीर्ण कर उन्हें पास करने के लिए मुंह मांगे पैसे वसूले जाते है। इस पर रोक लगाये जाने की आवश्यकता है। उनका कहना है कि जब एक बार छात्र का प्रवेश शुःल्क विद्यालय द्वारा ले लिया जाता है तो प्रत्येक कक्षा में दोबारा शुल्क किस आधार पर लिया जाता है। उनका कहना था कि बिना किसी मापदण्ड के हर वर्ष प्रत्येक कक्षा का शुःल्क मनचाहा बढा दिया जाना पूर्ण रूप से गलत है। उन्होंने कहा कि अब नीजि स्कूलों की मनमानी का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। शिक्षा के बाजारीकरण का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
भाजपाईयों ने फूंका राज्य सरकार का पुतला
देहरादून, 1 अप्रैल(निस)। पानी और बिजली के दामों में बढ़ौतरी किए जाने से आक्रोंशित भाजपाईयांे ने राज्य सरकार का पुतला फंूका। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार लगातार हर मोर्चे पर जनविरोधी नीतियां अपना नही है। जिसे अब और बर्दाश्त नही किया जाएगा। बुधवार की सुबह भाजपा अंबेडकर मंडल के कार्यकर्ता महानगर कार्यालय में इकत्रित हुए और वहां से सरकार के पुतले को लेकर नारेबाजी करते हुए लैंसडाउन चैक पहंुचे। जहां पर पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली एवं पानी की दरांे में अप्रत्याशित बढोत्तरी कर दी गई है और बकाया बिलों के भुगतान पर पांच प्रतिशत की दर से सरचार्ज लगा दिया गया है जो कि जनता पर अतिरिक्त बोझ के सिवा कुछ नही है। उन्होंने कहा कि कमर तोड महंगाई के दौर ंेमंे भी जनता को किसी प्रकार की राहत न देने का काम कर रही है। जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि सरकार ने बढ़ी कीमतें वापस नही ली तो वे अपना आन्दोलन और तेज कर देंगे। वहीं दुसरी ओर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आईएसबीटी चैक पर प्रदेश सरकार का पुतला फंूककर अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारियों में महानगर अध्यक्ष नीलम सहगल, पूर्व पार्षद जीवन सिंह, भूपेन्द्र कठैत, मंडल अध्यक्ष हरीश नारंग, अरूण खरबंदा, अमित राणा, अवध्ेश तिवारी, दीपक ध्ीमान, सुषमा कुकरेती, राजीव शर्मा, विमला गौड, वैभव बिष्ट, रंजीत भंडारी, विशाल गुप्ता, एस पी कोठियाल, रईस खान, गौरव सहगल, अर्चित बंसल, हरीश कुकरेजा आदि शामिल थे।

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