- आर्थिक तंगी के चलते मानसिक रुप से थी विक्षिप्त
- तीन साल पहले ही छोड़ चुका है पति
भदोही (सुरेश गांधी )। माता बनी कुमाता, कहावत उस वक्त चरितार्थ हो गयी, जब एक महिला ने अपने जिगर के टुकड़े को पटक-पटक कर मार डाला। वाकया कोतवाली भदोही से मात्र 25 मीटर की दूरी पर घटित हुई। घटना के वक्त पास-पड़ोस के लोगों का मजमा लग गया, लेकिन पुलिस तो दूर किसी भी व्यक्ति ने साहस नहीं जुटा पाया कि मां के हाथों पिटते बच्चे बचा लें। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ऐसा भी नहीं है कि महिला ने आज ही बच्चे को पटका है, इसके पहले भी वह कई बार छत से नीचे फेंक चुकी है तो कई बार जमीन पर पटक दी है, लेकिन आज के वाकये से बच्चा इस दुनियाजहां से रुखसत हो गया। वाकया के घंटों बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पुहंची। जबकि कुछ लोग बता रहे है कि समय रहते कुछ ही फर्लांग की दूरी पर स्थित हास्पिटल में अगर बच्चे को पहुंचा दिया गया होता तो वह बच सकता था।
पड़ोसियों के मुताबिक स्टेशन रोड स्थित ग्लोरी होटल के सामने काफी दिनों से अरविन्द हलवाई का परिवार रहता है। अनबन हो जाने से अरविन्द पत्नी सुनीता उम्र 25 वर्ष एवं पुत्र लड्डू उर्फ गोलू 3 वर्ष को छोड़कर कही चला गया। महिला बच्चे के साथ अकेले रहती थी। बताया जा रहा है वह आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। इस बीच उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं था। मानसिक हालत ठीक न होने से ही जब बच्चा कुछ खाने-पीने को मांगता था तो वह मारने-पीटने लग जाती थी। बुधवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। बताया जा रहा है कि वाकये के बाद कुछ लोग जब महिला से बच्चे को अस्पताल ले जाने की बात कहीं तो बोली डाक्टर मुफत में इलाज करेगा क्या? पुलिस खर्ची देगी क्या? और न जाने क्या-क्या बक रही थी।

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