राजद नेता व मधेपुरा से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद पप्पू यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में राजद से छह साल के लिए निकाल दिया गया है। वैसे इस बात की अटकलें काफी दिनों से लगाई जा रही थी कि पप्पू यादव राजद छोड़ सकते हैं या उन्हें पार्टी से निकाला जा सकता है। उधर, राजद के प्रवक्ता जय प्रकाश नारायण यादव ने कहा है कि पप्पू यादव निर्दलीय चुनाव लड़ कर देख लें उन्हें पता चल जाएगा कि वह कितने पानी में हैं। उन्होंने कहा कि राजद में अनुशासन कायम रखने के लिए पप्पू यादव को पार्टी से निकाला गया है।
राजद से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद सांसद पप्पू यादव ने कहा कि पार्टी ने उनके साथ अन्याय किया है। उनके मुताबिक, लोग यह देख रहे थे कि लालू के बाद राजद की विचारधारा को पप्पू यादव आगे बढ़ा रहा है। बिहार के लाखों लोग मुझसे जुड़ रहे थे। यही कारण है कि मुझे पार्टी से निकाला गया है। पप्पू यादव ने कहा कि अब वह जनता के बीच जाएंगे और अपनी बात रखेंगे। आगे कोई पार्टी बनाना है या किसी से साथ रहना है, इसके जवाब में पप्पू ने कहा कि जनता जो कहेगी वहीं करूंगा।
मधेपुरा सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि हम गरीबों की आवाज उठाने वाले हैं। इसलिए हमें निशाना बनाया गया। ये लोग मेरी हत्या भी करा सकते हैं। राजद में लालू से कुछ होने वाला नहीं था लोगों का भरोसा मुझपर था। मैं जनता के बीच जाऊंगा। मुझे बिहार के हर जाति के युवाओं का समर्थन मिल रहा था। इसलिए ये लोग घबराकर कर्रवाई कर रहे हैं। लोक सभा चुनाव में लालू के परिवार से कोई नहीं जीत सका। हमने जीत कर दिखा दिया था।
राजद प्रमुख लालू यादव और पप्पू यादव के बीच विवाद उसी समय से शुरू हो गया था जब पप्पू ने नीतीश कुमार के खिलाफ जीतन राम मांझी का समर्थन किया था। पप्पू का यह भी कहना था कि मांझी को राजद में शामिल किया जाए और उन्हें पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया जाए। लेकिन पप्पू यादव की इस मांग को लालू यादव ने स्वीकार नहीं किया। इसके साथ ही पप्पू यादव ने लालू से उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित करने की मांग की थी। यह बात भी लालू को नागवार गुजरी और राजद प्रमुख ने कहा था कि उनका उत्तराधिकारी उनका बेटा ही हो सकता है। पप्पू यादव उनके बेटे नहीं हैं। इस पर पप्पू ने लालू पर वंशवाद करने का आरोप लगाया था। इन सब बातों को देखते हुए इस बात की अटकलें काफी पहले से लगाई जा रही थी कि पप्पू के दिन राजद में गिने चुने हैं।
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