उत्तराधिकार के मुद्दे पर हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से छह साल के लिए निष्कासित किये गये सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर करारा प्रहार करते हुए आज कहा कि किसी भी पार्टी के नेता का उत्तराधिकारी जनता तय करती है और यह काम जनता को ही करने देना चाहिए। श्री यादव ने आज यहां हल-कुदाल-किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कि राजद सुप्रीमों लालू यादव यादव को उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का हक नहीं है। लालू जी ने खुद ही कहा था कि पार्टी का विलय हो चुका है और पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव हैं। उन्होंने कहा कि हमारे बारे में कोई भी निर्णय का अधिकार केवल मुलायम सिंह को है। उन्होंने साफ किया कि अपने संबंध में वह 20 मई तक मुलायम सिंह यादव के फैसले का इंतजार करेंगे।
सांसद ने राजद प्रमुख के बेटों के व्यवहार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह सब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भी सम्मान नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी ओर से कई बार लालू जी को पत्र लिखा था और उनके पुत्रों के व्यवहार को लेकर आपत्ति भी की थी। लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह वंशवाद या परिवाद के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उत्तराधिकारी को चुनने का अधिकार जनता को है। श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। शासन एवं प्रशासन में बिचौलिये और दलाल हावी हो गये हैं। जनता का सम्मान नहीं है। उनकी लड़ाई जनता के मान-सम्मान और अधिकार के लिए हैं। भूमि अधिग्रहण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जमीन के मालिक और उनके आश्रितों को नौकरी मिलनी चाहिए और उन्हें शेयर होल्डर बनाया जाना चाहिए।

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