महात्मा गांधी नरेगा से गतवित्तीय वर्ष में 21 लाख 20 हजार मानव दिवस सृजन से मिला रोजगार
- अकुषल महिला श्रमिकों ने पाया 9 लाख 44 हजार मानव दिवस का रोजगार
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिनियम ग्रामीण क्षेत्र मे निवासरत अकुषल श्रमिकों जाॅब कार्ड के माध्यम से 100 दिवस के रोजगार की गारंटी देता है जिसके तहत् सीहोर जिले मे वित्तीय वर्ष 2014-15 में 21 लाख 20 हजार मानव दिवस सृजित कर 42187 परिवारो को रोजगार उपलब्ध कराया गया। अधिनियम के अंतर्गत अनुसूचित जाति के जाॅब कार्डधारियो को 4 लाख 80 हजार मानव दिवस सृजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया वही अनुसूचित जनजाति के जाॅब धारियो के लिए 3 लाख 98 हजार मानव दिवस, अन्य वर्ग के जाॅब कार्डधारियों को 12 लाख 81 हजार मानव दिवस सृजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया।
महिलाओ को मिला रोजगार
महात्मा गांधी नरेगा के तहत 9 लाख 44 हजार मानव दिवस के रोजगार सृजन से अकुषल जाॅब कार्डधारी महिला श्रमिको रोजगार स्थानीय स्तर पर दिया गया। अधिनियम के तहत 148 भूमिसुधार तथा इंदिरा आवास के हितग्राहियो परिवारो को तथा 373 निःषक्तजनों को रोजगार उपलब्ध कराया गया।
मजदूरी भुगतान पर हुआ 66 प्रतिषत व्यय
महात्मा गांधी नरेगा का मुख्य उद्देष्य अद्योसंरचनाओ के निर्माण से बेरोजगार ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करना है। जिसके लिए प्रत्येक कार्य में 60 प्रतिषत मजदूरी एवं 40 प्रतिषत सामग्री पर व्यय करने का अनिवार्य प्रावधान किया गया है। मजदूरी भुगतान पर गतवित्तीय वर्ष 2014-15 में 32.60 करोड़ तथा सामग्री पर 16.63 करोड़ का व्यय किया गया इस प्रकार जिले मे योजनांतर्गत कुल 51.60 करोड़ का व्यय विभिन्न उपयोजनाओ के क्रियान्वयन में किया गया। जिले मे मजदूरो को अधिक लाभ पहुचाने के लिए अधिनियम के प्रावधानो के तहत मजदूरी भुगतान मे कुल व्यय 66 प्रतिषत व्यय किया गया वही सामग्री पर 34 प्रतिषत का व्यय किया गया जिससे मजदूरो को अधिक लाभ मिला।
गेहलोत मेवाड़ा राजपूत समाज के चल समारोह का सीहोर में जोरदार स्वागत
सीहोर ! वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के 475वीं जयन्ती के अवसर पर दिनांक 21 मई 2015 पर विशाल शोभायात्रा जो पुराने कलेक्टेड ग्राउंड से प्रारम्भ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते मेवाड़ा छात्रावास कंचन मार्किट सीहोर पहुंची राष्ट्रीय अस्मिता व स्वाधीनता के प्रतीक प्रताप के जन्मोत्सव के दिन प्रारम्भिक चरण में प्रातः 11.00 बजे पुराने कलेक्टेड ग्राउंड,सीहोर टाकीज सभी समाज व संगठनों द्वारा महाराणा प्रताप व उनके सहयोगियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण, पुष्प वर्षा एवं पूजा अर्चना की ,तत्पश्चात् सर्व समाज की सहभागिता के लिए शोभायात्रा को मुख्य अतिथि द्वारा शहर एवं आमजन के समक्ष प्रताप के गौरव गाथाओं व राष्ट्र प्रेम की भावनाओं का बखान करने हेतु इस शोभायात्रा को केसरिया ध्वज दिखाकर रवाना किया जाएगा। शोभायात्रा में पारम्परिक रूप से सजे-धजे 21 अश्व सवारों की टुकड़ी जो कि योद्धाओं, शूरवीरों व महाराणा प्रताप के सहयोगियों के भेष धारण करके सवार होकर शोभायात्रा कि शोभा बड़ाई । इनके पीछे गौरवगाथाओं का बखान करते स्वर लहरी बैण्ड जो अपने सुरों व धुनों के माध्यम से शोभायात्रा में सम्मिलित सर्व धर्म समाजों व शहरवासियों को ऐतिहासिक व पौराणिक क्षणों का स्मरण जबलपुर की बेंड पार्टी ने किया इनके पीछे दो-दो कि पंक्ति के श्रेणीबद्ध श्रृंखला में 800 दुपहिया वाहन शोभायात्रा में शामिल थे इसके पश्चात् रजवाड़ी पालकी घुड़सवारी में भारत माता के वीर पुत्र मेवाड़ा नरेश महाराणा प्रताप जी प्रतिमा बिराजमान थी इन वाहनों के साथ जनसमूह पैदल समूह के पीछे विभिन्न समाजों द्वारा प्रदर्शित झांकियों का काफिला चल समारोह की शोभा बड़ा रहा था ! चल समारोह का स्थानीय कोतवाली चौराहे पर जोरदार स्वागत ~ धूम धाम से मनाई गई महाराणा प्रताप जयंती गेहलोत मेवाड़ा समाज द्वारा महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर निकाले गए चल समारोह का स्थानीय कोतवाली चौराहे पर जोरदार स्वागत पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा व विधायक सुदेश राय द्वारा साफा बांधकर और माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। सुरेश साबू मित्र मंडली ने बड़ा बाजार चौराहा पर स्वागत किया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने स्वागत किया। स्वागत करने वालों में पूर्व सरपंच महेश दुबे, पूर्व पार्षद भोजराज यादव, मोहन गोस्वामी, जैकी अली, प्रदेश युवा मोर्चा आईटी सेल संयोजक विन्नी अरोरा, तरूण सोलंकी, राज साहू, राजेश मालवीय, विनोद मेवाड़ा, राहुल मेवाड़ा, लवीन अरोरा, अश्वीनी मालवीय, हर्षुल राठौर, बलराम जाट, मोनू दुबे, खबास दादा, सुमित राठौर, राहुल आराकस, सोनू मालवीय आिद मौजूदथे। चल समारोह में चल रहे समाज के केंद्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक कैदारसिंह मंडलोई, उपध्यक्ष एवं पूर्व विधायक फूल सिंह मेवाड़ा , नगर पालिका अध्यक्ष नरेश मेवाड़ा , सीहोर भोपाल अध्यक्ष नारायण सिंह पटेल, प्रदेश अधयक्ष राजेंद्र सिंह मंडलोई ,महा सचिव दीपक सिंह ठाकुर, जिला जनपद उपाध्यक्ष भोपाल राजू राजपूत ,जिला जनपद उपाध्यक्ष शुजालपुर आनद सिंह मेवाड़ा , माखन राजपूत , चल समारोह सयोजक दिनेश पटेल, कल समारोह अध्यक्ष दिनेश मेवाड़ा सरपंच सेमली , समाज के अनेक वरिष्ठजनों का स्वागत किया।
महात्मा गांधी नरेगा से गतवित्तीय वर्ष में 21 लाख 20 हजार मानव दिवस सृजन से मिला रोजगार
- अकुषल महिला श्रमिकों ने पाया 9 लाख 44 हजार मानव दिवस का रोजगार
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिनियम ग्रामीण क्षेत्र मे निवासरत अकुषल श्रमिकों जाॅब कार्ड के माध्यम से 100 दिवस के रोजगार की गारंटी देता है जिसके तहत् सीहोर जिले मे वित्तीय वर्ष 2014-15 में 21 लाख 20 हजार मानव दिवस सृजित कर 42187 परिवारो को रोजगार उपलब्ध कराया गया। अधिनियम के अंतर्गत अनुसूचित जाति के जाॅब कार्डधारियो को 4 लाख 80 हजार मानव दिवस सृजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया वही अनुसूचित जनजाति के जाॅब धारियो के लिए 3 लाख 98 हजार मानव दिवस, अन्य वर्ग के जाॅब कार्डधारियों को 12 लाख 81 हजार मानव दिवस सृजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। महिलाओ को मिला रोजगार - महात्मा गांधी नरेगा के तहत 9 लाख 44 हजार मानव दिवस के रोजगार सृजन से अकुषल जाॅब कार्डधारी महिला श्रमिको रोजगार स्थानीय स्तर पर दिया गया। अधिनियम के तहत 148 भूमिसुधार तथा इंदिरा आवास के हितग्राहियो परिवारो को तथा 373 निःषक्तजनों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। मजदूरी भुगतान पर हुआ 66 प्रतिषत व्यय - महात्मा गांधी नरेगा का मुख्य उद्देष्य अद्योसंरचनाओ के निर्माण से बेरोजगार ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करना है। जिसके लिए प्रत्येक कार्य में 60 प्रतिषत मजदूरी एवं 40 प्रतिषत सामग्री पर व्यय करने का अनिवार्य प्रावधान किया गया है। मजदूरी भुगतान पर गतवित्तीय वर्ष 2014-15 में 32.60 करोड़ तथा सामग्री पर 16.63 करोड़ का व्यय किया गया इस प्रकार जिले मे योजनांतर्गत कुल 51.60 करोड़ का व्यय विभिन्न उपयोजनाओ के क्रियान्वयन में किया गया। जिले मे मजदूरो को अधिक लाभ पहुचाने के लिए अधिनियम के प्रावधानो के तहत मजदूरी भुगतान मे कुल व्यय 66 प्रतिषत व्यय किया गया वही सामग्री पर 34 प्रतिषत का व्यय किया गया जिससे मजदूरो को अधिक लाभ मिला।
भीतरी मन को चमकाती है भागवत कथा- पंडित अजय पुरोहित
- श्रीमद् भागवत कथा की संगीतमय अमृत वर्षा का पहला दिन
सीहोर। बाहरी तन को संवारने के लिए कई प्रकार के प्रसाधन आपको मिल जाएंगें, इस तरह के प्रसाधन का आपको कोई लाभ भी नहीं मिलेगा पर भीतरी मन को संवारनें और चमकाने का एकमात्र उपाय है श्रीमद् भागवत कथा का रसास्वादन करना। यह बात ब्ल्यू बर्ड स्कूल में श्रीमद् भागवत कथा की संगीतमय अमृत वर्षा के पहले दिन पंडित अजय पुरोहित धर्म प्रेमियों से कही। भोपाल नाका स्थित ब्ल्यू बर्ड स्कूल में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा की संगीतमय अमृत वर्षा में पंडित अजय पुरोहित ने कहा कि सदा भागवत कथा भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और तप प्रदान करने का कार्य करती है, आपके जीवन में अंतर लाने के लिए इन सभी चीजों की जरुरत है जिसे पूर्ण करने का कार्य भागवत करती है। उन्होंने उपस्थित धर्मपे्रमियों से भागवत सदा सेवियों को का आव्हान करते हुए कहा कि जो प्राणी सदा भागवत कथा का श्रवण करता है, वे लौकिक गति से अलौकिक गति की ओर बढ़ता जाता है, जो लोग माया को प्राप्त करने की चाह में है उनसे माल को छोड़कर माला पकडऩे का आग्रह करते हुए पंडित अजय पुरोहित ने कहा कि जिस दिन आप माल को छोड़ कर प्रभु नाम की माला पकड़ लोगों उस दिन आप अपने जीवन में व्यापक परिवर्तन प्राप्त करेंगे। ईश्वर नाम का स्मरण भव सागर को पार करने का कार्य करता है,जो गोविंद नाम को पकड़ेगा वह जीवन में कभी भटक नहीं सकता है, इसलिए सत्संग से स्वयं को जोड़े क्योंकि परमात्मा से जुडऩे में आपको सत्संग मदद करता है सत्संग का जीवन पर अदभुत प्रभाव रहता है जिससे हर मुश्किल आसान हो जाती है। उन्होंने कहा कि मृत्यु को मंगल करने के लिए भी भागवत कथा का श्रवण करना जरुरी है, प्राणी का सांसरिक जीवन कितना ही सफल क्यों न रहा हो पर यदि उसकी मृत्यु मंगलकारी नहीं है तो समझ जाइए कि उसका जीवन कितना सफल रहा है। उन्होंने कहा कि जिसने अपना मरण सुधार लिया उसने वास्तव में सब कुछ पा लिया मरण सुधारने के लिए भक्ति मार्ग पर चलना जरुरी है, सांसरिक जीवन में हर कार्य जरुरी है ऐसा भी नहीं है कि प्राणी चौबीस घंटे ही ईश्वर की भक्ति मेंं लगा रहे पर जो कुछ समय वो प्रभु के नाम सिमरन में दे रहा है वो शांतचित मन से दे इस दौरान वो अपनी सांसरिक चिंताओं को छोड़ दे, जिस दिन प्राणी सांसरिक चिंताओं को छोड़कर प्रभु के लिए समय निकालने लगेगा उस दिन से ही उसका जीवन में कायापल्ट होने लगेगी। श्रीमद् भागवत कथा की संगीतमय अमृत वर्षा के पहले दिन श्रीमद् भागवत पुराण का पूर्ण विधि विधान से पूजन अर्चन किया जाकर पंडित अजय पुरोहित का आत्मीय स्वागत बसंत दासवानी, चन्द्रकांत दासवानी द्वारा किया गया।

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