दो मध्य एशियाई देशों के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिन की यात्रा पर आज उफा पहुंचेंगे। सम्मेलन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका में आर्थिक सहयोग बढ़ाने और अपनी मुद्राओं में कर्ज देने की संभावना पर बात होगी। रूस के ऊफा में पीएम नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलेंगे। समझा जाता है कि वे मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड जकी उर-रहमान लखवी मामले में भारतीय प्रस्ताव के विरोध पर चिंता जताएंगे। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में चीन द्वारा बनाए जा रहे 46 अरब डॉलर (करीब 2,922 अरब रुपए) के आर्थिक गलियारे पर भी आपत्ति जताएंगे।
पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। एससीओ संगठन में छह देश - चीन, रूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल हैं। भारत एससीओ का मेंबर नहीं है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को इस कॉन्फ्रेंस में न्योता दिया है। भारत एससीओ में ऑब्जर्वर है और इसकी मेंबरशिप पाने की कोशिश कर रहा है। 10 जुलाई को भारत को एससीओ की पूर्ण सदस्यता मिलने पर भी मुहर लग सकती है। रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उसाकोव ने कहा है कि भारत को सदस्यता देने की प्रक्रिया अगले साल तक पूरी होगी। साथ ही पाकिस्तान को भी इसकी सदस्यता दी जाएगी। भारत-पाकिस्तान को सदस्यता देने के लिए एससीओ ने पिछले साल सितंबर में दुशान्बे सम्मेलन में दो प्रस्ताव मंजूर किए थे।
इससे पहले मोदी मध्य एशिया की यात्रा के दूसरे चरण में मंगलवार को कजाकिस्तान की राजधानी अष्टाना पहुंचे थे। कजाकिस्तान की नजरबायेव यूनिवर्सिटी में मोदी ने करीब आधा घंटे के भाषण में लगभग सभी मुद्दों को छुआ। उन्होंने कहा, 'भारत और मध्य एशिया की इस्लामी विरासत ने आतंकवाद को नकार दिया है।' उन्होंने भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच सुरक्षा सहयोग मजबूत करने की भी वकालत की। उन्होंने कहा, 'सूफी संगीत से गूंजती दिल्ली की दरगाहें हर आस्था के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।' मोदी ने यहां की कई कंपनियों के सीईओ से भी मुलाकात की। उन्होंने खनिज संसाधनों से संपन्न कजाकिस्तान के कारोबारियों को भारत आकर निर्माण करने के कार्यक्रम मेक इन इंडिया में भागीदारी का प्रस्ताव दिया। दौरे से दूसरे दिन पीएम मोदी बुधवार को अष्टाना में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में शामिल हुए। इसमें भारत और कजाखस्तान के बीच यूरेनियम की सप्लाई, खेल, रक्षा, रेलवे और कैदियों की ट्रांसफर को लेकर 5 समझौते हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी। मोदी ने यहां कजाख राष्ट्रपति नुरसुल्तान नजरबयेव को धार्मिक किताबों का एक संग्रह गिफ्ट में दिया है। इनमें अंग्रेजी में अनुवाद वाली गुरु ग्रंथ साहिब, कल्पसूत्र से लेकर वाल्मीकि रामायण तक कई किताबें शामिल हैं।
पीएम मोदी रूस और पांच मध्य एशियाई देशों उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की यात्रा पर गए हैं। दो मध्य एशियाई देशों के दौरे के बाद ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने वे रूस के उफा शहर जाएंगे। वहां से वापसी में वे तीन अन्य मध्य एशियाई देशों का दौरा करेंगे। उनका यह दौरा 6 से 13 जुलाई तक चलेगा। दो दिन के उज्बेकिस्तान दौरे के बाद पीएम मोदी 7-8 जुलाई को कजाख्स्तान में रहे। उफा से वापसी में वह 10-11 जुलाई को तुर्कमेनिस्तान, 11-12 जुलाई को किर्गिस्तान और 12-13 जुलाई को तजाकिस्तान का दौरा करेंगे।

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