नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय भवन निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि वर्ष 2016 से विश्वविद्यालय में पढ़ाई अपने भवन में होगी। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, छात्रावास, पुस्तकालय, स्टॉफ रूम का निर्माण किया जाएगा। पूरा भवन और कैंपस वर्ष 2020 तक बनकर तैयार होने की संभावना है। नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के होने वाले कुलाधिपति जॉर्ज यो ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो़ अमर्त्य सेन की जगह 17 जुलाई को यो कुलाधिपति का पदभार ग्रहण करेंगे।
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उन्होंने कहा, "नालंदा विश्वविद्यालय का कुलाधिपति बनना मेरे लिए चुनौती के समान है। यह अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय है, इसमें गुणवत्तायुक्त शिक्षक, कर्मचारी और छात्र होना महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा, "नालंदा विश्वविद्यालय का उद्देश्य बिहार की शांति और अस्तित्व की भावना को बरकरार रखते हुए विश्वशांति एवं परस्पर सहयोग बनाए रखना है।" इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नवनियुक्त कुलाधिपति जार्ज यो प्रारंभ से ही विश्वविपद्यालय से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय के लिए अगर और भूमि की जरूरत होगी तो बिहार सरकार उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भवन निर्माण के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निविदा आमंत्रित की गई है। उन्होंने इस विश्वविद्यालय पर और ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई। उल्ल्ेाखनीय है कि पिछले वर्ष से नालंदा विश्वविद्यालय में पढ़ाई प्रारंभ की गई है। वर्तमान समय में यह विश्वविद्यालय एक सरकारी भवन में चलाया जा रहा है।

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