बारिश का कहर जारी, दो महिलाओं की मौत
देहरादून, 10 जुलाई (निस)। उत्तराखंड में बारिश जारी है। मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, बदरीनाथ हाईवे बैनाकुली में बाधित है, जबकि केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा सुचारु है। वहीं, बागेश्वर में घर की दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि पाॅबौ ब्लाॅक में एक गोशाला ढहने से मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई। कुमाऊं मंडल में रातभर से ही बारिश हो रही है, जबकि गढ़वाल मंडल में रुक रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, बागेश्वर के समां तहसील के कपकोट गांव में घर की चहारदीवरी गिरने से पुष्पा देवी पत्नी दीवान सिंह की मौत हो गई। वहीं, ऋषिकेश गंगोत्री मार्ग हैवी वाहनों के लिए खोल दिया गया। नरेंद्रनगर के पास सड़क धंसने से इस मार्ग पर भारी वाहनों का संचालन रोक दिया गया था। पूर्वाह्न 11 बजे रास्ता खोल दिया गया। एएसपी टिहरी एम मोहसीन ने बताया डंफर और ट्राला जेसे ओवर लोड वाहन अभी इस पर नहीं चलेंगे। बीआरओ का काम अभी चल रहा है। उधर ऋषिकेश व आसपास बारिश शुरू हो गई। उधर, चमोली में रात को पहाड़ी से मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बैनाकुली में बंद हो गया। तीर्थयात्री पैदल ही बदरीनाथ जा रहे हैं। वहीं, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड यात्रा सुचारु है। आज सोनप्रयाग से करीब 120 तीर्थयात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। वहीं, गोविंदघाट से 180 तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुई। लगातार बारिश के चलते पौड़ी के पाबौ ब्लॉक स्थित केलाकुर गांव में गोशाला ढह गई। इससे मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गत रात गांव की मंजू देवी (47 वर्ष) गोशाला में काम कर रही थी। तभी गोशाला ढहने से वह मलबे में दब गई। बुरी तरह से घायल होने पर उसे ग्रामीण जिला अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भाजयुमो ने आपदा महा घोटाले में घिरी सरकार के विरूद्व हस्ताक्षर सत्याग्रह अभियान चलाया
देहरादून,10 जुलाई (निस)। भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा देहरादून में आपदा महा घोटाले में घिरी सरकार के विरूद्व हस्ताक्षर सत्याग्रह अभियान चलाया गया। मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल के नेतृत्व में युवा गांधी पार्क गेट पर एकत्रित हुये और सरकार के महाघोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सभा की तथा हस्ताक्षर सत्याग्रह की शुरूआत की। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार का सच जनता के सामने आ चुका है। आपदा राहत के नाम पर 11 सौ करोड़ रूपये का घपला हुआ है। मुख्यमंत्री घोटाले बाजों के प्रत्यक्ष संरक्षक बने हुए है। जिस समय केदारघाटी में मानवता कराह रही थी कांग्रेस सरकार मानवता के नाम पर देश-दुनिया से आये आपदा राहत के धन की बंदरबाट कर रही थी। श्री सौरथ थपलियाल ने कहा कि यह सत्याग्रह अभी प्रदेश की राजधानी से प्रारम्भ होकर प्रदेश के समस्त जिलों एवं मण्डलों तक चलाया जायेगा। शीघ्र ही भावी रणनीति से सरकार को घेरेगें और सच जनता के सामने रखेंगे। युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने भारी बारिस के वाबजूद अभियान चलाया जिसमें हर वर्ग के लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
‘‘आओ मनाएं हरेला’’ अभियान का शुभारम्भ, हमारी संस्कृति, प्रकृति से गहराई से जुड़ी हैः हरीश रावत
देहरादून 10 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को न्यू कैंट रोड़ स्थित सीएम आवास में वृक्षारोपण कर ‘‘आओ मनाएं हरेला’’ अभियान का शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रदेश की जनता से इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर योगदान करने का आह्वान किया। मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमारी संस्कृति, प्रकृति से गहराई से जुड़ी है। हमने इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए ‘मेरा पेड़ मेरा धन’ योजना को ‘हरेला’ पर्व से लिंक किया है। 10 जुलाई से 18 जुलाई तक ‘‘आओ मनाएं हरेला’’अभियान का संचालन किया जाएगा। 17 जुलाई को प्रत्येक गांव में हरेला प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। जिस गृहस्वामिनी का हरेला सर्वश्रेष्ठ होगा उसे प्रति माह 500 रूपए की प्रोत्साहन राशि एक वर्ष तक दी जाएगी। इसी प्रकार प्रत्येक जिला मुख्यालय पर लोकगीत ‘झुमेलो’ कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका सांस्कृतिक पक्ष के साथ ही आर्थिक पक्ष भी है। हमने फलदार व चारा प्रजाति के वृक्षों को इसमें शामिल किया है। आने वाले वर्षों में इसका और अधिक विस्तार होगा। जिस प्रकार ‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’ योजना में पिछले वर्ष कम संख्या रही थी जबकि इस वर्ष यात्रा करने वाले बुजुर्गों की संख्या बहुत अधिक रही है। इसी प्रकार ‘मेरा पेड़ मेरा धन’ योजना का लाभ भी आगे जाकर देखने को मिलेगा। उŸाराखण्ड पहला राज्य है जो कि पेड़ लगाने पर बोनस दे रहा है। चारा प्रजाति के वृक्ष लगाने को विशेषरूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसका पशुपालन क्षेत्र में क्रांतिकारी प्रभाव होगा। अगर हम सभी मिलकर इस अभियान में लग जाएं तो राज्य में चारे की आवश्यकता व उपलब्धता के अंतर को चार-पांच वर्षों में भर दिया जाएगा।
राज्य निर्माण आन्दोलनकारी केएम पाण्डे के निधन पर सीएम ने किया गहरा दुख व्यक्त
देहरादून 10 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य निर्माण आन्दोलनकारी केएम पाण्डे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री श्री रावत के प्रतिनिधि के रूप में उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलनकारी सम्मान परिषद् के उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने आज नई दिल्ली के निगमबोध घाट पहुंचकर पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्व0 पाण्डे का राज्य निर्माण आन्दोलन में दिया गया योगदान अविस्मरणीय है। इस मौके पर स्व0 पाण्डे की अन्तेष्टि में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुये, जिनमें उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलनकारी सम्मान परिषद् के उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप के अलावा चकबन्दी सलाहकार समिति के अध्यक्ष केदार सिंह रावत, मुख्यमंत्री के सोशल मीडिया समन्वयक हरिपाल रावत, अखिल भारतीय काग्रेंस कमेटी के सचिव प्रकाश जोशी, राज्य आन्दोलनकारी सुरेश कौटियाल, बचन सिंह घनोला, प्रताप शाही, मनमोहन शाह, खुशहाल सिंह बिष्ट, महावीर राणा, पत्रकार अवतार सिंह नेगी, देव सिंह रावत, सतेन्द्र रावत समेत बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न वर्गो से जुड़े लोग मौजूद थे। उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलनकारी सम्मान परिषद् के उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने स्व0 पाण्डे को “राज्य आन्दोलन का समर्पित नेता बताते हुये उनके निधन को राज्य की भारी क्षति बताया है।” उन्होंनें कहा रविवार दिनांक 12 जुलाई, 2015 दिल्ली के उत्तराखण्ड निवास मंे सांय तीन बजे “सर्वदलीय बैठक” आयोजित कर स्व. पाण्डे को श्रद्धांजलि दी जायगी।
प्रत्येक गांव में होगी हरेला प्रतिस्पर्धाः कुंजवाल
अल्मोड़ा,10 जुलाई (निस)। प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजंवाल ने प्रदेश सरकार द्वारा 10 जुलाई से 18 जुलाई तक हरेला पर्व आयोजित करने तथा 17 जुलाई को प्रत्येक गाॅव में हरेला प्रतिस्पर्धा कर सर्वश्रेष्ठ हरेला वाली गृह स्वामिनी को एक वर्ष तक 500 रू0 प्रतिमाह पुरूस्कृत किय जाने की योजना का स्वागत करते हुए सरकार के इस कदम की सराहना की है उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से वृक्षारोपण में तेजी आयेगी। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक परम्परा का प्रतीक है तथा उत्तराखण्ड में हरेला पर्व को वृक्षारोपण त्यौहार के रूप में भी मनाया जाता है। विधानसभा अध्यक्ष ने आम जनता विशेषकर ग्रामीणों से अपील की है कि मेरा पहाड़ मेरा धन योजना के तहत वे चारा प्रजाति व फलदार वृक्षों का रोपण कर सरकार द्वारा चारा प्रजाति के वृक्ष पर 300 रूपया व फलदार वृक्ष पर 400 रूपया बोनस दिये जाने की योजना का लाभ उठाये। उन्होंने कहा कि वे स्वयं चारा प्रजाति व फलदार वृक्षों का अपने विधानसभा के कई स्थानों में वृक्षारोपण करने के साथ ही प्रदेश के कई स्थानों में भी वृक्षारोपण करेंगे। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण से जहाॅ हमारा पर्यावरण सन्तुलित होगा वहीं वनो का संरक्षण व संवद्र्वन होगा। उन्होंने लोगो से इस पर्व पर अधिकाधिक चारा प्रजाति व फलदार वृक्षों का रोपण कर सरकार की बोनस योजना का लाभ उठाने की अपील की है।
योजना के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु जी गर्वनेन्स की महत्वपूर्ण भूमिकाः डोभाल
नई टिहरी,10 जुलाई (निस)। जनपद की जिला योजनाओं के नियोजन एवं क्रियान्वयन हेतु जिला प्रशासन एवं संख्यायिकी विभाग के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला जी.आई.एस. के माध्यम से मानचित्र एवं अभिलेखों के आधुनिकीकरण हेतु जिला कार्यालय सभाागर में आयोजित की गई । शुक्रवार को जिलधिकारी युगलकिशोर पन्त एवं यूकास्ट के महानिदेशक डा0 राजेन्द्र डोभाल ने द्वीप प्रज्वलित करते हुये शुभारम्भ किया। इस अवसर पर यूकास्ट के महानिदेशक राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि आज वर्तमान जीवन शैली में सूचना तकनीकी की महत्वपूर्ण भूमिका हैं और उसमें योजना के सफल संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु जी गर्वनेन्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड़ में अत्मोडा के बाद टिहरी ऐसा जनपद होगा जिसकी आने वाले भविष्य की योजनायें जी गर्वनेन्स के माध्यम से तैयार होगी। इसके लिये जरूरी हैं दृढ इच्छा शक्ति के साथ ही अभिरूचि के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि विश्व के कई देश जी-गर्वनेन्स के माध्यम से विकास के क्षेत्र में काफी आगे बड गयें है लेकिन भारत में अभी डिजिटल इण्डिया की शुरुआत हेा रही है। उन्हेाने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थिति वाले इस राज्य में जी-गर्वनेन्स एक महत्वपूर्ण माध्यम बन सकता है। उन्होने कहा कि राज्या स्तर पर एस.डी.आई. और केन्द्र स्तर पर एन.एस.डी.आई. इसकी निरंतर समीक्षा करते है। श्री डोबाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के सभी 13 जिलों में इस योजना के शुरु हेाने से भवी योजनाकारों को काफी सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। उन्हेाने कहा कि टिहरी के भिलंगना विकासखण्ड के गंगी गाॅव में ब्लड केन्सर निरोधक ऐसी जडी बूठी पैदा हेाती है जिसे वहाॅ के लोग आलू के खेतों से निकालकर फेक देते है। यदि आलू की फसल के बाद इस जडी बूठी का उत्पादन किया जाय। तो 3 साल बाद 28 करोड रु0 का लाभ हेा सकता है । दस तरह के अनेक क्षेत्र उत्तराखण्ड में है आवश्यकता केवल उन्हे आगे लाने की है जिसमें यह योजना कारगर सिद्व हेागी। इस अवसर पर जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने कहा कि हम जनपद के ऐसे पिछडे ंक्षेत्रों के लिए योजना बना सकते है जहाॅ अभी तक किसी भी तरह का विकास नही हो पाया है। जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्र के वित्तीय संसाधनों का जनहित में सही उपयोग हो और क्षेत्र के विकास के लिए उचित योजनायें बनें उसके लिए अधिकारियों को जी.आई.एस. के माध्यम से सम्पूर्ण जनपद में अपनी विभागीय योजनाओं को प्रर्दशित कर सकते है साथ ही इन योजनाओं से लाभान्वित होने वाले गाॅवों एवं जनसंख्या को भी इगित कर सकते है। उन्हेाने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में अधिकारी कर्मचारी जी-गर्वनेन्स की तकनीकी जानकारियों को प्राप्त कर अपनी विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों को जनपद के मानचित्र पर प्रदर्शित करना सुनिश्चत करें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जनपद में जी.आई.एस. का डाटाबेस बनने के उपरान्त योजनाओं केा बनाने में काफी सुविधा होगी। पुलिस अधीक्षक मुखतार मोहसीन ने कहा कि सम्पूर्ण राज्य के लिए जी-गर्वनेन्स के मानक एकरुप हो ताकि कार्य करने में सुविधा हो सकेगी। इस अवसर पर अल्मोडा से आये हुए विषय विशेषज्ञ डाॅ जे.एस. रावत ने कहा कि यह योजना विकास से जुडे महत्वपूर्ण विभागों के अलावा राजस्व, पुलिस, निर्वाचन, आपदा के दौरान काफी लाभदायी सिद्व होगी । इस अवसर पर जी.आई.एस. की जानकारी से युक्त सी.डी. का भी विमोचन किया गया। कार्यशाला में अल्मोडा से विषय विशेषज्ञ डाॅ डी.पी.उनियाल, समन्वयक जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी वीरेन्द्र कुमार पूरी सहित जनपद स्तरीय ग्रामीण विकास, लोनिवि, पेयजल, विद्युत, शिक्षा, स्वाथ्य, नगर निकाय सहित कृषि, पशुपालन आदि विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
राज्य में डिंपल यादव को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग
देहरादून,10 जुलाई (निस)। सपा के प्रदेश संगठन ने पार्टी हाईकमान से उत्तराखंड में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सांसद डिंपल यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग की है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. एसएन सचान ने पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखकर सांसद डिंपल को उत्तराखंड के मुद्दों को संसद में उठाने के लिए अधिकृत करने की मांग भी की। राज्य गठन के बाद से ही समाजवादी पार्टी उत्तराखंड में अपनी जमीन तलाशने में जुटी है, मगर 15 साल की लंबी मशक्कत के बाद भी सपा प्रदेश की सियासत में जगह नहीं बना पाई। चूंकि 2017 में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। लिहाजा, सपा प्रदेश संगठन इन चुनाव को बड़ी उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। वर्तमान में उत्तराखंड सपा में ऐसा कोई बड़ा नाम नहीं है, जिसके बूते पार्टी 2017 की चुनावी जंग में अपनी उम्मीदों को पूरा कर सके। लिहाजा, पार्टी संगठन यहां अब एक नया दांव खेलने की तैयारी में है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिंपल यादव का मायका उत्तराखंड में ही है। ऐसे में प्रदेश संगठन लंबे समय से उत्तराखंड में पार्टी को उबारने का जिम्मा डिंपल यादव को सौंपने की पैरवी में जुटा है। कुछ माह पूर्व प्रदेश संगठन की ओर से पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से डिंपल को उत्तराखंड में पार्टी का प्रभार सौंपने की वकालत की गई, मगर उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई। प्रदेश नेतृत्व ने अब सपा सुप्रीमो से डिंपल को 2017 के चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की नई मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष प्रो. एसएन सचान ने कहा कि राज्य गठन के बाद से उत्तराखंड की सत्ता भाजपा व कांग्रेस के हाथ में रही है, मगर दोनों ही दल राज्य को सही दिशा नहीं दे सके। संसद में भी दोनों दलों के सांसद प्रदेश से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर ठोस पैरवी करने में नाकाम साबित हुए हैं।
एक सप्ताह का वन संवर्धन व वानिकी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
देहरादून,10 जुलाई (निस। असम (कोकराझार) की प्रादेशिक सेना के ईको टास्क फोर्स-135 ईको बटालियनों के कार्मिकों के लिए एक सप्ताह का वन संवर्धन व वानिकी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। वन अनुसंधान संस्थान में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट कर्नल जे0सी0ओ0 और जवान स्तर तक के कार्मिकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के उद्घाटन में मुख्य अतिथि डा0 सविता निदेशक वन अनुसंधान संस्थान ने कहा कि प्रादेशिक सेना की ईको बटालियनें निम्नीकृत एवं विक्षुब्ध स्थलों के वनीकरण पर प्रशंसनीय कार्य कर रही है और यह प्रशिक्षण पौधशाला लगाने और रोपण प्रबंधन में वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध कराएगा। उन्हांेने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कठिन स्थलों के वनीकरण पर और अधिक व्याख्यानों को भी शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि ईको टास्क फोर्स बटालियनें दबाव ग्रस्त स्थलों पर रोपण कार्यकलाप करती हैं। इस अवसर पर श्री कुणाल सत्यार्थी, प्रमुख वन संवर्धन प्रभाग ने कहा कि संस्थान देशभर के राज्य वन विभागों और ईको टास्क फोर्स की ईको बटालियनों के लिए पौधशाला एवं रोपण प्रौद्योयोगिकी पर नियमित रूप से प्रशिक्षण का आयोजन कर रहा है और पूर्व में इनकी प्रतिपुष्टि सकारात्मक रही है। इससे पूर्व डा0 ओमवीर सिंह पाठ्यक्रम समन्वयक ने पाठ्यक्रम का विस्तृत ब्योरा दिया और कहा कि पौधशाला एवं रोपण कार्यकलापों में व्यावहारिक पहलुओं पर ज्यादा जोर दिया गया है। प्रशिक्षण मोड्यूल में पौधशाला एवं क्षेत्र में व्यावहारिक जानकारी के साथ असम की महत्वपूर्ण वृक्ष प्रजातियों की पौधशाला तकनीकों, बांस का क्लोनीय प्रवर्धन, बीज भण्डारण, बीज प्रसुप्ति पूर्वोपचार की तकनीकों को शामिल किया गया है। प्रशिक्षण व्याख्यानों में पौधशाला एवं रोपणों में मृदा उर्वरता प्रबंधन, कठिन स्थलों के वनीकरण और पौधशाला एवं रोपणों में कवकीय एवं नाशिकीट रोगों के प्रबंधन को भी शामिल किया गया है। 10 जुलाई को प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि डा0 एस0पी0 सिंह, उपमहानिदेशक (प्रशासन), भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद् ने प्रशिक्षण में भाग ले रहे सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये। उन्होंने इस अवसर पर इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन के इस परिवर्तित दौर में विशेषकर बंजर भूमियों और सामुदायिक भूमियों में अधिक रोपण कार्यक्रम चलाए जाने की आवश्यकता है।
सोमवार तक हो गन्ने का 50 प्रतिशत भुगतानः सीएम
देहरादून,10 जुलाई (निस)। शुक्रवार को बीजापुर में प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नेतृत्व में मिलने आए किसानों के प्रतिनिधिमण्डल को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि निजी चीनी मिलों को स्पष्ट तौर पर कह दिया गया है कि गन्ना किसानों के बकाये का 50 प्रतिशत भुगतान इस सोमवार तक कर दिया जाए। अन्यथा राज्य सरकार कठोर कानूनी कार्यवाही करेगी। सीएम ने कहा कि जो चीनी मिलें 50 प्रतिशत भुगतान से ऊपर 5 प्रतिशत का भुगतान अपने स्तर से करेगी उन्हें राज्य सरकार 5 प्रतिशत अतिरिक्त भुगतान के लिए ऋण उपलब्ध करवाएगी। इस प्रकार चीनी मिलें गन्ना किसानों का 60 फीसदी भुगतान करने में सक्षम हो सकेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्तमान में चीनी के दाम बहुत कम होने से संकट उत्पन्न हुआ है। हमने केंद्र सरकार को सुझाव दिया था कि केंद्र सरकार स्वयं चीनी खरीदकर चीनी के बफर स्टाॅक बनाए। चीनी मिलों व गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान की समस्या का यही हल हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान का हित देखना सरकार की जिम्मेवारी है। राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनो ंसे जितना कर सकती थी, उतना हमने किया है। उŸाराखण्ड में गन्ना किसानों का पिछले वर्ष का कोई बकाया नहीं है। किसानों की सहायता के लिए केंद्र सरकार को संसाधन उपलब्ध करवाने चाहिए। यूपीए सरकार के समय देश के गन्ना किसानों के लिए 6500 करोड़ रूपए का पैकेज दिया गया था। इस बार संकट और गहरा है। परंतु वर्तमान सरकार द्वारा बहुत दबाव के बाद केवल 6 हजार करोड़ का पैकेज पूरे देश के लिए स्वीकृत किया गया है। बासमति व पाॅपलर की कीमत भी बहुत कम होने से किसानों को नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में केंद्र सरकार ने अपने निवेश को बहुत कम कर दिया है। साथ ही फण्डिंग पैटर्न जो कि पहले विशेष राज्यों के लिए 90ः10 था अब 50ः50 कर दिया गया है। ंयही स्थिति हाॅर्टीकल्चर मिशन की भी है। इससे कृषि विकास दर कम होना सम्भावित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों को भी वैज्ञानिक कृषि विधियों को अपनाना चाहिए। सरकार बीज बदल का अभियान चला रही है। गन्ना किसान भी उन्नत बीज अपनाएं। इस अवसर पर राष्ट्रीय सहकारिता संघ के सदस्य प्रमोद कुमार सिंह, कांग्रेस के हरिद्वार जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में हरिद्वार से आए किसान मौजूद थे।
पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष सहित 50 अन्य ने ली कांग्रेस की सदस्यता
देहरादून 29 जून(निस)।प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में जिला पंचायत हरिद्वार की पूर्व अध्यक्ष बरखा रानी एवं जिला पंचायत सदस्य विजयपाल सिंह ने प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय एवं जिला अध्यक्ष चै राजेन्द्र सिंह की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी तथा पार्टी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी की नीतियों में आस्था रखते हुए अपने लगभग 50 सहयोगियों सहित कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष श्री किषोर उपाध्याय ने बरखा रानी को गुलदस्ता भेंट कर उनके साथियों साहित कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने पर स्वागत किया। श्री उपाध्याय ने कहा कि श्रीमती बरखा रानी एवं उनके साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने वाले साथियों से अपेक्षा है कि वे श्रीमती सोनिया गांधी जी एवं माननीय राहुल गांधी जी की भावना तथा कांगे्रस की गौरवषाली परम्पराओं के अनुरूप उत्तराखण्ड में पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करने में सहयोग करेंगे। सदस्यता ग्रहण करने वालों में श्रीमती बरखा रानी, श्री विजयपाल ंिसह, श्री उधमसिंह चैहान, धर्मेन्द्र कुमार, करण सिंह प्रधान, ओमपाल प्रधान, सुशील राठौर सहित 50 कार्यकर्ता शामिल थे। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष जोत ंिसह बिश्ट, मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी, मुख्य कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह, यामीन अंसारी, विनोद चैहान, लखपत बुटोला, सुरेन्द्र रांगड़, मधु सेमवाल, पृथ्वीराज चैहान, विरेन्द्र सैनी, पायल बहल, चन्द्रकला बिश्ट, कमलेश रमन, बाला शर्मा, पुष्पा पंवार, अनुराधा तिवारी, विपुल नौटियाल, तरूण पन्त आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह ने किया।
आदमखोर बाध ने बृद्धा को बनाया निवाला, वन विभाग ने शिकारी को लगाया
देहरादून,10 जुलाई (निस)। उत्तराखंड में बाघ ने एक और महिला को अपना निवाला बना दिया है। बीती रात टिहरी जनपद के भरपूर पट्टी के भटकोट गांव की 60 वर्षीय महिला भुवना देवी को बाघ ने घर से बाहर से तब उठाया जब वह कीचन की ओर जा रही थी। घात लगाये बैठे आदमखोर बाघ ने जैसे ही महिला को देखा उस पर झपट्टा मार घर से दूर खेतों की तरफ फंेक दिया वहां बाघ ने महिला को बुरी तरह से नांेच-नोंच कर खा डाला। महिला का शव पास की ही झाडि़यांे मंे कई टुकडांे में मिला। महिला की पुष्टि भुवना देवी पत्नी स्वर्गीय फतेह सिंह के रूप में हुई है। महिला चार लड़के एव दो लडकियों मां बतायी गयी है। भुवना देवी कि लाश का पता चलते ही पूरे घर में कोेहराम मच गया। जिस समय बाघ महिला को लेकर गया उस समय महिला अपने बच्चो के लिया रात्री के भोजन की तैयारी कर रही थी। गांव में बीती रात से पूरे गांववासी दहशत में आ गये हैं। महिला पर आदमखोर बाघ के हमले के बाद से आस पास के गांववासी अब किसी भी जगह अकेले आने-जाने में कतरा रहे हैं। वहीं वन विभाग ने आदमखोर बाघ को मारने के लिए पौड़ी से शिकारी जौय हुकिल को बुलाया है।

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