सऊदी अरब ने दो नेपाली महिलाओं के साथ बलात्कार के आरोपी अपने राजनयिक माजिद हसन अशूर को वापस बुला लिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि दो नेपाली नौकरानियों के साथ बलात्कार के आरोपी सऊदी दूतावास के प्रथम सचिव माजिद हसन अशूर ने भारत छोड़ दिया है और राजनयिक होने के कारण वह कूटनीतिक संबंधों पर विएना समझौते के प्रावधानों के अधीन आते हैं। ये दोनों महिलाएं उनके गुड़गांव स्थित आवास में काम करती थीं।
बलात्कार की शिकायत के 12 दिन बाद राजनयिक कल राजधानी दिल्ली से स्वदेश रवाना हो गए। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने सऊदी अरब के राजदूत को तलब करके कहा कि वह आरोपी राजनयिक से मामले की जांच में गुड़गांव पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए कहें। लेकिन अभी तक दूतावास की ओर से किसी तरह का जवाब नहीं मिला।
जानकारों के अनुसार अगर सऊदी अरब अपने राजनयिक को वापस नहीं बुलाता, तो भारत के पास उसे ''पर्सोना नॉन ग्राटा" (एक ऐसा अवांछित व्यक्ति जिसका अब उस देश में रहना मुमकिन नहीं) घोषित करके निष्कासित करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता। हालांकि दोनों ही देश आपसी मजबूत संबंधों के कारण इस स्थिति से बचना चाहते थे। उधर नेपाल ने भी भारत और सऊदी अरब के साथ मजबूत संबंध होने के कारण इस मामले में कोई कड़ा रुख नहीं अपनाया है।

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