उत्तराखंड की विस्तृत खबर (21 सितम्बर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 22 सितंबर 2015

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (21 सितम्बर)

महाराज के बयान पर सुरेन्द्र कुमार ने मंागी सफाई
  • भाजपा द्वारा महाराज के परिवार पर लगाये गये आरोप क्या गलत थे ?

देहरादून, 21 सितम्बर (निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा नेता सतपाल महाराज द्वारा दिये गये बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि पहले वो ये बताये कि पाॅली हाउस के मामले में दो दिन तक भाजपा के विधायकों और नेताओं द्वारा विधान सभा नही चलने दी और भाजपा नेताओं द्वारा सतपाल महाराज और उनकी पत्नी पर भाजपा नेताओं द्वारा लगाये गये पाॅली हाउस के मामले में बयान भी वापस नहीं लिया है। श्री कुमार ने कहा कि श्री महाराज को पहले भाजपा नेताओं से सर्टिफिकेट लेना चाहिए कि उनके द्वारा लगाये गये आरोप गलत थे। उन्होने कहा जहां तक नीति आयोग की बात है, तो महाराज जी को पता होना चाहिए कि नीति आयोग के जिस सब गु्रप की बैठक हुई, उसमें उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री सदस्य नहीं है, जिस कारण उनको बैठक में नहीं बुलाया गया। महाराज पीएम के नजदीकी है और उन्हें पीएम से ये पता कर लेना चाहिए कि नीति आयोग के सब गु्रप में कौन-कौन सदस्य है, अगर ऐसा कर लेते तो शायद उन्हें इस प्रकार का गलत बयान नही देना पड़ता। श्री कुमार ने कहा कि चूंकि महाराज जी पीएम के इंनर सर्किल के सदस्य है, इसलिए उन्हें ऐसे बेतुके बयान देने में अपनी ऊर्जा खर्च नहीं करनी चाहिए। बल्कि अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करते हुए और पीएम से नजदीकी का लाभ उठाते हुए राज्यहित के मुद्दों पर पैरवी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराज को पीएम और केन्द्रीय वित्त मंत्री से बात कर अर्द्धकुम्भ मेले के लिए सहायता, आपदा पुनर्वास कार्य हेतु धनराशि जैसे जनकल्याणकारी मुद्दों पर बात करनी चाहिए। इससे उत्तराखण्ड का भला होगा। महाराज जी संत भी है, उन्हें सबके कल्याण की भावना से कार्य करना चाहिए।

प्रदेश में कानून व्यवस्था भगवान भरोसेः अजय भट्ट

देहरादून, 21 सितम्बर (निस)। नेता प्रतिपक्ष उत्तराखण्ड विधानसभा अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। जब प्रदेश में पुलिस ही आपसी सांठ-गांठ कर व्यापारियों को लूटने का कार्य करेगी तो जनता अपनी सुरक्षा का विश्वास करें तो करंे किस पर। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में काठगोदाम से एक सब इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से सर्राफा व्यवसायी को लूटा वह प्रदेश के लिए शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि आखिर प्रदेश की किस दिशा में जा रहा है इसकी चिंता करने वाला कोई नहीं है। पूरे विश्व में प्रदेश की छवि देवभूमि की छवि है और यहाॅ की पुलिस ही नहीं यहाॅ की जनता पर भी लोग दिल खोलकर विश्वास करते हैं, ऐसे में जब कानून के रखवाले ही लूट-खसोट करने में लग जायें तो फिर प्रदेश की जनता तो भगवान भरोसे ही सरकार ने छोड़ दी है ऐसा प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था कांग्रेस सरकार में भगवान भरोस चल रही है, क्योंकि सरकार को जनता से कोई लेना-देना ही नहीं, सरकार को चिंता है तो सिर्फ चारों ओर से लूट-खसोट की। श्री भट्ट ने कहा कि जब पुलिस ही आपस में साॅठ-गाॅठ करके व्यापारियों को लूटने का प्रयास करेगी तो जनता अपने को कैसे सुरक्षित महसूस करें, यह बात भी अब समझ से परे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लगभग 15 वर्ष के इतिहास में ऐसी अराजकता पहली बार देखने को मिल रही है, कि जब चारों ओर माफियाओं का राज चल रहा हो जनता का दुख-दर्द सुनने वाला कोई नहीं हो। श्री भट्ट ने कहा कि 6 माह पूर्व जनपद चमोली के व्यापारी हरी प्रसाद सती की नारायणबगड़ में अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी, आज तक पुलिस हत्यारोपियों को नहीं पकड़ पायी। यही नहीं गाॅवों में भी मातायें-बहनें सुरक्षित नहीं रही क्योंकि हाल ही में 13 सितम्बर को चमोली जनपद के बेडूला गाॅव में ही 10 वर्षीय वन्दना नैनवाल के साथ बालात्कार कर उसकी हत्या कर दी गयी उससे साबित हो गया है कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी अब आमजन सुरक्षित नहीं है। श्री भट्ट ने कहा कि राजधानी देहरादून के पाॅस इलाके में स्थित प्रेमनगर अस्पताल से दिन-दहाड़े एक महिला नवजात बच्ची को लेकर फरार हो गयी और पुलिस अभी तक उसका पता नहीं लगा पायी, इतना ही नहीं इससे पूर्व में भी कई बार नवजात बच्चों की चोरी की घटनायें काफी संख्या में हो गयी हैं। आज तक सरकार इसके लिए कोई योजना नहीं बना पायी। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार आमजन की सुरक्षा की चिंता तो बिल्कुल नहीं करती है, हाॅ इतना जरूर है कि विपक्ष के विधायकों को कानून व्यवस्था के नाम पर झूठे केसों में जरूर फॅसाती है। उन्होंने कहा कि सरकार न जाने किस मानसिकता के साथ प्रदेश में कार्य कर रही है, इसका अन्दाज किसी को नहीं सूझ पाया है, क्योंकि पहले भा0ज0पा0 विधायक राजकुमार ठुकराल को गलत तरीके से फॅसाकर जेल भेजा गया, बाद में लोहाघाट विधायक पूरन सिंह फत्र्याल द्वारा जब पंचायत चुनावों में सरकार के गलत कारनामों का विरोध किया गया तो उल्टा उन्हें ही फंसाकर जेल भेज दिया गया, और अब गदरपुर के विधायक अरविन्द पाण्डेय द्वारा जब नायब तहसीलदार के साथ हो रही मारपीट में बीच-बचाव कर उन्हें बचाने का प्रयास किया गया तो सरकार ने उल्टा उन्हें ही फॅसाकर जेल भेज दिया है। श्री भट्ट ने कहा कि काफी दिनों के बाद सरकार ने चिकित्सकों पर दबाव बनाकर उनकी मेडिकल रिपोर्ट को भी बदला और विधायक अरविन्द पाण्डेय के खिलाफ धारायें बढ़ाई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे जनता के सामने कितनी भी भावनात्मक नाटकबाजी कर ले इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, प्रदेश की जनता अच्छी तरह से समझती है कि वर्तमान में प्रदेश में गलती से माफियाओं की सरकार आ गयी है और जल्द ही इनका सफाया किया जायेगा।

भाजपा के जिला चुनाव अधिकारी घोषित 

देहरादून, 21 सितम्बर (निस)। भारतीय जनता पार्टी ने सांगठनिक चुनाव की कवायद तेज कर दी है। पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी केदार जोशी ने कई पार्टी के सांगठनिक जिलों के लिए पार्टी के चुनाव अधिकारियों के नामों की घोषणा की है। डीडीहाट में दलबहादुर सिंह बफिला, पिथौरागढ़ में मोहन सिंह बसेड़ा, चंपावत में हेमा जोशी, अल्मोड़ा में राजेंद्र सिंह भाकुनी, बागेश्वर में देवकी नंदन जोशी, रानीखेत में गणेश नायक, नैनीताल में रघुवर दत्त जोशी, हल्द्वानी में महेश खुल्वे, रूद्रपुर के लिए राजकुमारी गिरी, काशीपुर के लिए कुलदीप सिंह, कोटद्वार के लिए राजेंद्र जखमोला को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। हरिद्वार के लिए सुशील कुमार, रूड़की के लिए तेज सिंह सैनी, पछवाूदन के लिए हयात सिंह, देहरादून महानगर के लिए महेश गोयल, परवादून के लिए देवेंद्र दत्त सकलानी, टिहरी के लिए राजेंद्र प्रसाद डबराल, पौड़ी के लिए राजेंद्र प्रसाद कोठारी, रूद्रप्रयाग के लिए दरम्याल जखवाल को चुनाव अधिकारी बनाया गया है। उत्तरकाशी के लिए सुरेंद्र चैहान, पुरोला के लिए गजेंद्र सिंह राणा, चमोली के लिए डा. जगदीश प्रसाद वैष्णव को जिला चुनाव अधिकारी बनाया गया है। कोटद्वार में कुलदीप कुमार के स्थान पर सुरेंद्र सिंह चैहान को जिला चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।  

मुख्यमंत्री रावत ने किया मेले का उद्घाटन
  • खेती, शिक्षा तथा स्थानीय शिल्प के विकास पर सर्वाधिक ध्यान देने की जरूरत: हरीश

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बागेश्वर, 21 सितम्बर (निस)। रविवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विकास खण्ड गरूड़ के डंगोली नामक स्थान पर स्थित माॅं कोट भ्रामरी मंदिर में लगने वाले प्रसिद्ध मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर मेला परिसर मेें लगाई गयी विकास प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उन्होंने टी बोर्ड मुख्यालय कौसानी लाने, गरूड़ तहसील में सब-रजिस्ट्रार का पद तथा नये तहसील भवन का नाम मोहन सिंह मेहता के नाम पर रखने, राइका पाये का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. परमानन्द पाण्डे के नाम पर रखने, गरूड़-देवनाई मोटर मार्ग स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. डुंगर सिंह बोरा के नाम पर रखने, राइका वज्यूला का नाम सामाजिक कार्यकर्ता स्व. पदम सिंह परिहार के नाम पर रखने, माॅं कोट भ्रामरी मंदिर का सौन्दर्यकरण करने, बन्दरों के लिये बन्दरबाड़ा बनाने हेतु कौसानी में भूमि उपलब्ध कराने, राजकीय पाॅलिटैक्निक गरूड़ में एक और आधुनिक नया विषय खोलने, डोबा में मिनि स्टेडियम बनाये जाने, इण्टर कालेज गागरीगोल द्वारा आवेदन करने की दशा में विज्ञान विषय के साथ-साथ 5 लाख रुपये की विशेष अनुमति, बाजीरोड में इन्फिल्ट्रेशन बोर वैल, सिमकुना-धपोलासेरा में बैराज, काण्डा-रिखाड़ी मोटरमार्ग का विस्तार, रावतसेरा-बाॅंसपटान मोटरमार्ग का डामरीकरण, जू.हा. घनारी का नाम गोपाल सिंह मर्तोलिया के नाम पर रखने, राइका पोथिंग मथुरा दत्त जोशी के नाम पर, राइका सूपी का नाम चन्द्र सिंह अधिकारी के नाम पर, राइका चैड़स्थल का नाम कारगिल शहीद केदार सिंह देवली के नाम पर, राइका कर्मी का नाम मोहन सिंह दानू के नाम पर, राइका पुड़कुनी का नाम पदम सिंह बघरी के नाम पर, वाणी-हरसिंगियाबगड़ मोटर मार्ग का नाम शहीद इन्स्पेक्टर प्रवीण सिंह कोरंगा के नाम पर, च्यूराबगड़-पोथिंग मोटरमार्ग का नाम विनोद जोशी के नाम पर, कपकोट-कर्मी मोटरमार्ग का नाम स्वतंत्रता सेनानी त्रिलोक सिंह के नाम पर रखने के साथ ही चल्काना तोक लखमरा वल्दिया में 30 मीटर स्पान के पुल की मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष कत्यूरी संस्कृति में एक बड़ा समागम इस क्षेत्र में किया जायेगा। उन्होंने उपस्थित सभी जनों से खेती, शिक्षा तथा स्थानीय शिल्प के विकास पर सर्वाधिक ध्यान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की तकदीर व तस्वीर को बदलने के लिये पुरानी व नयी पीढ़ी को समागम बनाते हुए आगे आना होेगा। उन्होंने इस मौके पर समाज कल्याण विभाग के लाभार्थियों को चैक भी वितरित किये। माॅं कोट भ्रामरी मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात मेले में उपस्थित विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेलों का अपना विशेष महत्व है इनके आयोजनों से जहाॅं एक ओर अपनी संस्कृति से लोगों का जुड़ाव होता है वहीं दूसरी ओर आपसी मेल-जोल के साथ-साथ पुराने रीति-रिवाजों, खान-पान के संरक्षण व व्यापारिक गतिविधियों को संचालित करने के अवसर भी प्राप्त होते हंै। उन्होंने कहा कि शनैः-शनैः हमारी विलुप्त हो रही संस्कृति को पुनस्र्थापित करने हेतु आज मेलों को उनके पुरातन स्वरूप को बरकारार रखते हुए संरक्षित किये जाने की अत्यन्त आवश्यकता है और इसके लिये क्षेत्र के जागरूक लोगों को इस दिशा में कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा यह भी देखना होगा के पुरातन स्वरूप को संरक्षित रखने के साथ-साथ मेलों व त्यौहारों को वर्तमान व आगे की पीढ़ी के लिये उत्तम संस्कार व बेहतर रोजगार की दृष्टि से और अधिक उपयोगी कैसे बनाया जा सकता है ताकि पहाड़ को स्वावलम्बी बनाने के अलावा पलायन रोकने का भी समाधान मिल सके। उन्होंने मेले में स्वयं नगाड़ा बजाकर संस्कृति संरक्षण की अलख जगाई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा सरकार इस दिशा में प्रयत्नशील है कि वो मेले और त्यौहारों के संरक्षण के साथ-साथ यहाॅं की विलुप्त हो रही लोक विधा को भी संरक्षित करे। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य के संस्कृति विभाग को जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने कहा ऐसे कलाकार जो यहाॅं की पुरातन विधा के ज्ञाता हैं को बढ़ावा देने का कार्य सरकार के द्वारा किया जा रहा है साथ ही वृद्ध व विपन्न कलाकारों के लिए पेेंशन की भी व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पारम्परिक वेश-भूषा की पहचान बनाये रखने के लिये भी सरकार ठोस निर्णय ले रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐपण कला को विकसित करने के लिये ऐपण संवर्द्धन परिषद बनाने का निर्णय लिया गया है। बैठकी होली परम्परा को जीवन्त रखने के लिये भी संस्कृति विभाग को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये गये हंै साथ ही पुरानी राम लीलाओं के मंचन को विकसित करने के लिये सरकार द्वारा पुरस्कार देने का भी निर्णय लिया जा रहा हैं जिसके तहत मानक तय कर दिये गये हैं। उन्होंने कोटभ्रामरी मंदिर परिसर को विकसित करने हेतु राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने का आश्वासन देते हुए कहा कि माॅं कोटभ्रामरी मंदिर उत्तराखण्ड की आलौकिक नंन्दाराज जात का मुुख्य पड़ाव भी है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पहाड़ को स्वावलम्बी बनाने हेतु आवश्यक है कि लोग खेतों में जायें व उत्पादन करें तथा बन्दर और सुवरों से परेशान न हों बन्दरों का बन्दोबस्त किया जा रहा है तथा सुवरों को मारने की इजाजत सरकार द्वारा दी जा चुकी है। अपने डीएफओ से अनुमति लें सुवरों को मारें तथा पटवारी का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें, सुवर मारने में व्यय कारतूस की भी भरपायी सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि हमको अपनी खेती के साथ अपने शिल्प को भी आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने सरकार द्वारा पर्यटन विकास को बढ़ावा देने की बात कहते हुऐ बैजनाथ झील के अतिरिक्त हरद्वारीछीना व अंग्यारी महादेव में गोमती नदी में दो अन्य झीलें बनाने के लिए सिंचाई विभाग को आंगणन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वो इसके लिऐ इस वर्ष 10 करोड़ रुपये टोकन मनी के तौर पर स्वीकृत करेंगे। उन्होंने कहा इससे पर्यटन विकास के साथ व्यापक पैमाने पर पेयजल व सिंचाई की समस्या दूर होगी। उन्होंने कौसानी के चारों ओर के ग्रामों को इको पर्यटक ग्रामों के रूप में विकसित करने की अपनी मंशा जाहिर की ताकि वहाॅं के युवाओं को रोजगार मिल सके। उन्होंने महिलाओं हेतु पैदा होने से लेकर वृद्धावस्था तक राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी मेले मे बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं व पुरुषों को दी। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में देर रात्रि तक चले कार्यक्रमों में कलाकारों द्वारा अनेक रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर विधायक बागेश्वर चन्दनराम दास, विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण, अध्यक्ष जिला पंचायत हरीश ऐंठानी, ब्लाॅक प्रमुख भरत फस्र्वाण, केएमवीएन उपाध्यक्ष गोपाल दत्त भट्ट, पूर्व मंत्री राम प्रसाद टम्टा, पूर्व सांदस प्रदीप टम्टा, रंजीत डसीला, शिव सिंह बिष्ट, हीरा सिंह बोरा, जिलाधिकारी भूपाल सिंह मनराल, पुलिस अधीक्षक सीएस नपलच्याल, उपजिलाधिकारी काण्डा रेखा कोहली, उपजिलाधिकारी गरूड़ एसएस जंगपांगी, उपजिलाधिकारी बागेश्वर फिंचाराम चैहान, उपजिलाधिकारी कपकोट कैलाश टोलिया, तहसीलदार बागेश्वर पदम सिंह मेहरा, तहसीलदार गरूड़ खुशबू आर्या आदि उपस्थित थे।

सातवें दिन भी ओवरहेड टैंक पर डटे रहे एमपीडब्ल्यू कर्मचारी

देहरादून, 21 सितम्बर (निस)। स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर चार मलेरिया उन्मूलन कर्मी सोमवार को सातवें दिन भी सर्वे चैक स्थित पानी के ओवरहेड टैंक पर डटे रहे। उनके समर्थन में अन्य एमपीडब्ल्यू कर्मचारी ओवरहेड टैंक के नीचे धरना दे रहे हैं। चार मलेरिया उन्मूलन कर्मी देवानंद, भूपेंद्र पंवार, ललित और बंटी पिछले पांच दिनों से सर्वे चैक स्थित पेयजल ओवरहेड टैंक पर चढ़े हुए हैं। प्रशासन द्वारा उनको मनाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने मांग पूरी होने तक ओवरहेड टैंक से उतरने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक शासन स्तर से उन्हें लिखित में आश्वासन नहीं मिल जाता वे नीचे नहीं उतरेंगे। वहीं सरकार इस बात पर अड़ी है कि जब तक मलेेरिया उन्मूलन कर्मी ओवरहेड टैंक से नहीं उतर जाते उनकी मांग पर विचार नहीं किया जाएगा। उनके समर्थन में अन्य कर्मी ओवरहेड टैंक के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। मलेरिया उन्मूलन कर्मी पिछले लंबे समय से समायोजन की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। ओवरहेड टैंक पर चढ़े एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। कर्मियों का कहना है कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के अंतर्गत कार्य कर रहे 212 एमपीडब्ल्यू कर्मचारी दुर्गम और अति दुर्गम स्वास्थ्य केंद्रों में अल्प मानदेय में कार्य कर रहे हैं। भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार कार्यरत संविदा कर्मचारियों का बजट बंद कर दिया है। पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को नियमित अथवा संविदा पर नियुक्ति राज्य स्तर से ही की जानी है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष के नौ सौ पद रिक्त हैं, जिन्हें सरकार ने मृत घोषित कर दिया है। उन्होंने मांग की कि इन पदों को पुनर्जीवित कर एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को इन पदों पर समायोजित किया जाए।

शिक्षा का प्रथम उद्देश्य छात्रों को चरित्रवान बनाना हैः राज्यपाल

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देहरादून,21 सितम्बर (निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्णकांत पाल, सोमवार को रांझावाला स्थित, दि इंडियन पब्लिक स्कूल, के 15वें स्थापना दिवस समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने स्कूल के ‘विवेकानन्द स्टूडैंट एक्टिविटी सेन्टर’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि शिक्षा का प्रथम उद्देश्य छात्रों को चरित्रवान बनाना है। चरित्र ही व्यक्ति को महान बनाता है। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द को महान विचारक एवं दार्शनिक बताते हुए छात्रों को उनके सिद्वान्तों व उपदेशों को आत्मसात करने को कहा। राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने कहा कि बच्चे स्कूल में ज्यादा समय बिताते हैं, यह शिक्षकों का दायित्व है कि वे छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ ही अपनी संस्कृति एवं परम्परागत मूल्यों से भी परिचित करायें ताकि वे आधुनिकता के साथ-साथ अपनी जड़ों से भी जुड़ सके।  भारतीय सभ्यता व समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं जीवन के नैतिक मूल्यों से सम्बन्धित शिक्षा भी छात्रों को प्रारम्भ से ही दी जानी चाहिए ताकि वे शिक्षा के आधुनिक आयामों के साथ मानवीय मूल्यों से भी परिचित हो सके। इस अवसर पर राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने स्कूल के छात्रों द्वारा बनायी गई पेंटिंग की प्रदर्शनी तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी सराहना की। कार्यक्रम में स्कूल के चेयरमैन रवीन्द्र किशोर सिन्हा (संसद सदस्य) के साथ ही विद्यालय के शिक्षक व छात्र-छात्रायें उपस्थित थे। 

सिंचाई मंत्री ने ली उच्च स्तरीय समिति की बैठक

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देहरादून, 21 सितम्बर (निस)। प्रदेश के राजस्व एवं सिंचाई मंत्री उत्तराखण्ड सरकार यशपाल आर्य की अध्यक्षता में विभिन्न कर्मचारी संगठनों की मांगों पर विचार-विमर्श करने हेतु सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति की बैठक विधानसभा में सम्पन्न हुई। जिसमें मंत्री मण्डल उपसमिति के अन्य सदस्य गृह मंत्री प्रीतम सिंह व विधायक डोईवाला हीरा सिंह बिष्ट ने विभिन्न कर्मचारी संगठनों की विभिन्न मांगों जिनमें वेतन विसंगति, विभागीय ढांचा, सेवा नियमावली में परिर्वतन आदि कई मांगों को सुना गया है। उच्च स्तरीय समिति की बैठक से कई कर्मचारी संगठन आश लगाये बैठे हैं। राजस्व मंत्री जी ने अवगत कराते हुए कहा कि उच्च स्तरीय समिति द्वारा राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के साथ दो बैठकें की हैं, जिसमें कई सार्थक परिणाम निकले हैं। उन्होंने बताया कि उच्च स्तरीय समिति द्वारा विभिन्न विभागों के सगठनों की मांग को अलग-अलग गम्भीरता से सुना जा रहा है। सभी संगठनों की बातों को ध्यान से सुना जा रहा है। उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा जल्द से जल्द वेतन विसंगतियों को दूर किये जाने हेतु भरसक प्रयत्न किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा कोशिस रहेगी कि कर्मचारियों की समस्याओं, वेतन विसंगति को दूर करने हेतु जो भी अनुशंसा होगी वह सरकार को प्रेषित की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारी संगठनों को भी मानना चाहिए कि राज्य के संसाधन सीमित हैं, परन्तु फिर भी उनकी औचित्य पूर्ण मांगों को गम्भीरता से सुनने के पश्चात सरकार को कमेटी द्वारा अनुशंसा सहित दी जायेगी। उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा आज मान्यता प्राप्त वाहन चालक संघ, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ, आबकारी संघ, चकबंन्दी संघ, लघु सिंचाई विभाग एवं राजस्व संघ, वाणिज्य कर, कुमायूॅं यूनिवर्सिटी संघ, मातृ शिशु कल्याण डिप्लोमा फार्मेसी संगठन, राज्य सम्पति सयंुक्त कर्मचारी संघ, इंजीनियरिंग कालेज घुड़दौड़ी, सिंचाई खण्ड उत्तराखण्ड के अलावा अनेक प्रतिनिधियों को विस्तार से सुना गया। उच्च स्तरीय कमेटी की बैठक कल 11.00 बजे से पुनः विधान सभा भवन में होगी। जिसमें छुटे हुए संगठनोें की समस्याओं को भी सुना जायेगा। बैठक में सचिव वित्त एम.सी.जोशी, अपर सचिव कार्मिक अतर सिंह लोहनी, अनु सचिव कार्मिक अतुल सिंह एवं विभिन्न विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।

युवा मोर्चा क्षमताओं के आंकलन और पर देगा भविष्य में नई जिम्मेदारी

देहरादून 21 सितम्बर(निस)। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल ने मोर्चे को नई धार और गति देने के लिये अनूठी पहल प्रारम्भ की है। उन्होंने युवा मोर्चा के पदाधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उनकी क्षमताओं के आंकलन और भविष्य की नई जिम्मेदारियों का खाका तैयार करने का निर्णय लिया है। सौरभ थपलियाल ने कहा कि उपरोक्त सुझाव पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर एवं प्रदेश अध्यक्ष भाजपा श्री तीरथ सिंह रावत एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) श्री संजय कुमार से चर्चा की तो उन्होंने ‘‘कार्यकर्ता क्षमता आंकलन’’ के सुझाव पर तत्काल सहमति दी। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनुराग ठाकुर एवं प्रदेश अध्यक्ष भाजपा श्री तीरथ सिंह रावत की सहमति के बाद रिपोर्ट कार्ड का खाका तैयार कर लिया गया है। जिसके अनुसार युवा मोर्चे के सभी प्रदेश पदाधिकारी जिलाध्यक्षों द्वारा संगठन कार्यो के प्रति निरन्तरता, केन्द्र व प्रदेश द्वारा दिये गये कार्यक्रमों की सहभागिता, मोर्चे द्वारा दिये गये प्रभार में दिखाई गयी रूचि, प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा जिलों का प्रवास, ली गयी बैठकें और उनके द्वारा जिलों का फीड-बैक जो मोर्चे के प्रदेश संगठन को दिया गया। इन सभी बिन्दुओं पर आंकलन किया जायेगा, साथ ही सभी जिलाध्यक्ष भी अपने सभी मण्डलों के पदाधिकारियों का उक्त बिन्दुओं पर आंकलन कर प्रदेश अध्यक्ष को अवगत करायेंगे। मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष भी अपने स्तर पर समानान्तर फीड-बैक मण्डल स्तर तक लेगें, और अन सभी आंकलनों के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तैयार कर प्रदेश संगठन को सौंपा जायेगा। ताकि भविष्य में सम्बन्धित कार्यकर्ता का रिपोर्ट कार्ड देखकर ही उसे भावी जिम्मेदारी दी जा सकें।

अपराध रोकने में आम लोगों की सहभागिता अहम 
  • -पुलिस ने अपराधों को रोकने पर की चर्चा 
  • -युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील की 

बड़कोट(उत्तरकाशी) 21 सितम्बर(निस)। पुलिस महकमें ने जीआईसी प्रांगण में भ्रुण हत्या, नशा-पान व मानव तस्करी को लेकर जागरूकता परिचर्चा का आयोजन किया। परिचर्चा में विभाग ने बुराईयों से लड़ने में पुलिस की मदद करने की अपील करते हुये कहा कि सिर्फ कानून की मदद से अपराध नहीं रोके जा सकते हैं, बल्कि जागरूक लोगों की सहभागिता से अपराधमुक्त समाज की कल्पना की जाती है। तय समय से सवा घंटे देरी से शुरू हुये पुलिस के इस कार्यक्रम में आईटीआई की संगीता, जीआईसी गडोली की पल्लवी व जीजीआईसी की प्रधानाध्यापिका चंद्रप्रभा मौर्य ने कहा कि महिला अपराधों को लेकर पुलिस के साथ आम लोगों की सहभागिता से अंकुश लगाया जा सकता है। लड़की व लड़कें फर्क का मिटाने के साथ ही भ्रुण हत्या व शादी के नाम पर पंजाब व हरियाणा जैसे प्रदेशों में महिलाओं की तस्करी को रोकने के कारगर कदत तभी उठाये जा सकते हैं। जब स्थानीय लोग कुत्सित इरादे वालों का पर्दाफाश करने का काम करें, साथ ही ऐसे लोगों को खुलासा करें, जो स्थानीय स्तर पर इस तरह के अपराधों को अंजाम देने वालों का साथ देते हैं। सामाजिक कार्यकत्री शांति ठाकुर ने कहा कि अपराध बढ़ने का कारण लोगों का बुराई की ओर ध्यान न देना भी है। बुराईयों के खात्मे के लिए आगे आने की जरूरत है। तभी जाकर पुलिस भी ठोस कदम उठा पायेगी। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सकल चंद रावत ने कहा कि कानून अपराधियों के नियंत्रण के लिए बनाये गये हैं, लेकिन उनको सख्ती में अमल से तभी लाया जा सकता है। जब आम लोग इस में पुलिस व प्रशासन का सहयोग करें। पुलिस कप्तान जेआर जोशी ने आम लोगों से अपराध रोकने मंे बढ़चढ़ कर भागीदारी करने की अपील की। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष अतोल रावत, ब्लाॅक प्रमुख रचना बहुगुणा, एसडीएम आरके पांडेय, सीओ देवी प्रसाद चैसाली, ज्येष्ठ उप प्रमुख प्रकाश असवाल, प्रो0 आरएस असवाल, जीआईसी प्रधानाचार्य जोतराम, एसओ महादेव उनियाल सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्रायें मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सोहन खत्री ने किया। 

युओयु परीक्षार्थियों पर भारी रहा पुलिस का कार्यक्रम 

जीआईसी प्रांगण में जिस स्थान पर पुलिस का जागरूकता कार्यक्रम चल रहा था, वहीं से चंद कदमों की दूरी पर युओयु एक कमरे में युओयु के बीए द्वितीय वर्ष के पद्य साहित्य के प्रश्न पत्र बीएएचएल-201 की परीक्षा 11 से 2 की पाली की चल रही थी। इस परीक्षा में पुलिस के कार्यक्रम के दौरान हौहल्ले व माईकों की भारी-भरकम आवाजों के चलते परीक्षार्थियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। इस बाबत परीक्षा ड्यूटी दे रहे अध्यापक आरएस जयाड़ा ने बताया कि की परीक्षार्थियांे को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जीआईसी के प्रधानाचार्य जोत राम इस बात से बेखबर होकर पुलिस के कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे। इस बात पर भी सवाल उठा है कि आखिर परीक्षा केंद्र होने के बाद कैसे पुलिस के कार्यक्रम को प्रधानाचार्य ने मंजूरी दी। दुसरी ओर पुलिस के इस कार्यक्रम का समय 11 बजे से तय किया गया था। कार्यक्रम में प्रतिभाग के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं को साढ़े दस बजे ही बुला लिया गया था। जबकि कार्यक्रम तय समय से सवा घंटे देर बाद तब शुरू हुआ, जब पुलिस कप्तान व बड़कोट चैयरमेन अतोल रावत पहुंचे। 

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