पूना के NIBM रोड स्थित cloud 9 सोसाईटी के पास आज वहां के नागरिकों के प्रयास से बने वन का उद्द्घाटन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर द्वारा हुआ. इस उदघाटन समारोह में पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर के साथ पूना के छोटे बड़े नेताओं के अलावा पार्षद, वन संरक्षक एवं इस वन को आनंद वन बनाने वाले उस इलाके के नागरिक भी उपस्थित थे.
बाजे गाजे के साथ किये गए इस उद्द्घाटन में नागरिकों की भूमिका नगण्य रही थी जब कि वास्तविकता में आज उन नागरिकों के प्रयास और मेहनत ने ही ऐसे जगह को आनंद वन बना दिया जिस और से लोग जाना नहीं चाहते थे. वन क्या था वह तो सारे इलाके के कचड़े का ढेर था. जहाँ लोग बिना नाक बंद किये 1 मिनट खड़ा नहीं हो सकते थे. पूरे इलाके का कचड़ा लोग वहीँ फेंकते थे. बोतलों का तो अम्बार था उस वन में.
धन्य हैं उस इलाके के लॊग जिन्होंने समय, मेहनत और पैसे पैसे लगाकर ऐसा वन बना दिया है जो इस इलाके के लोगों के लिए गर्व का विषय होगा। जिन लोगों ने अपने घरों में 2-3 लोगों को काम करने के लिए रखा हुआ है उनलोगों ने भी उस जगह को अपने हाथों से साफ़ किया। हर छुट्टी के दिन सभी अपने घरों के काम बाद में करते थे पर उस वन के पास सुबह सुबह सफाई करने अवश्य पहुँच जाते थे.
धन्य हैं उस इलाके के लॊग जिन्होंने समय, मेहनत और पैसे पैसे लगाकर ऐसा वन बना दिया है जो इस इलाके के लोगों के लिए गर्व का विषय होगा। जिन लोगों ने अपने घरों में 2-3 लोगों को काम करने के लिए रखा हुआ है उनलोगों ने भी उस जगह को अपने हाथों से साफ़ किया। हर छुट्टी के दिन सभी अपने घरों के काम बाद में करते थे पर उस वन के पास सुबह सुबह सफाई करने अवश्य पहुँच जाते थे. 
यूँ तो यह वन कुछ दिनों पहले ही आनंद वन बन गया था....यही नाम उस वन को संवारने वाले उस इलाके लोगों ने रखा है. जो शत प्रतिशत नाम के अनुकूल है. पर उसका उद्दघाटन आज वन अधिकारियों के प्रयास से हुआ. ऐसा लग रहा था मानो इस वन को बनाने संवारने में उस वन अधिकारी की ही मेहनत हो जो नेताओं खासकर सत्तारूढ़ पार्टी ने ही बनाया हो. एक बार भी वहां के नागरिकों का जिक्र तक नहीं किया। वन को बनाने वाले संवारने वाले दूर से नजारा देखते रहे. वन अधिकारी वन विभाग और सरकार की तारीफ़ के पूल बांधते रहे.
आनंद वन मुख्य प्रवेश द्वार 

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