‘‘मुक्त बन्धुआ मजदुरों के पुर्नवास एवं असंगठित कामगारों के हक में विषेष रणनीति की जरूरत’’ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 26 दिसंबर 2015

‘‘मुक्त बन्धुआ मजदुरों के पुर्नवास एवं असंगठित कामगारों के हक में विषेष रणनीति की जरूरत’’

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26 दिसम्बर 2015, पटना असगंठित क्षेत्र कामागार संगठन, राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण साझा अभियान, बिहार लोक जीवन एवं एक्सन-एड एसोसियेषन के संयुक्त तत्वाधान में एक प्रेस वार्ता का आयोजन युवा आवास परिसर, पटना में किया गया। प्रेस वार्ता का विषय मुक्त बंधुआ मजदूरों के पुर्नवास के मुद्दे एवं असंगठित श्रेत्र कामगारों के हक में नागरिक मागंपत्र को जारी करने के संदर्भ में था। 

इस  प्रेस वार्ता के माध्यम से संगठन के प्रतिनिधियों ने उपस्थित मिडिया साथियों को जानकारी दी कि राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण साझा अभियान ने बिहार के 4 जिलों क्रमषः मुज्जफरपुर, वैषाली, समस्तीपुर व गया जिलों में अध्ययन किया जिसमें जयपुर जिला प्रशासन द्वारा 893 बच्चों को बंधुआ श्रम अवमुक्ति-प्रमाण पत्र जारी कर पुर्नवास के लिए बिहार सरकार के अधिकारियों के माध्यम से वापस भेजा था, जिनका पुर्नवास कार्य अभी तक नही हुआ है। साथ ही असंगठित श्रेत्र कामगार संगठन के द्वारा अंसगठित कामगारों के हक में नागरिक मागॅपत्र जारी किया गया जिसमें मुख्य रूप असंगठित कामगारों के लिए समग्र सामाजिक सुरक्षा अधिकार को संवैधानिक संषोधन के माध्यम से अनुच्छेद 21 के अन्तर्गत सम्मानपूर्ण जीवन जीने के अधिकार के रूप् में मान्यता मिले। इसके अतिरिक्त उक्त संगठन के प्रतिनिधियों नें समाजिक सुरक्षा अधिनियम 2008 के अनुसार राज्य नियमावली, असंगठित कामगारों का निबंधन, युनिक नम्बर के साथ स्मार्ट कार्ड, सभी जिला स्तर पर श्रमिक सुचना संसाधन केन्द्र व अकुषल-अद्र्वकुषल श्रमिको हेतू कौषल प्रषिक्षण केन्द्र की स्थापना के विषय में सरकार के समक्ष माॅंग रखनें की बात कही। साथ ही संगठन के प्रतिनिधियों नें मुक्त बन्धुआ मजदुरों के पुर्नवास एवं अन्य समान वर्ग के मजदुरों के हक एवं उनके समाजिक, आर्थिक सषक्तिकरण हेतू सरकार के समक्ष एक विषेष माॅंगपत्र प्रस्तावित करनें की बात कही। उपरोक्त विषयों पर दिनांक 27 दिसम्बर 2015 को बिहार चैम्बर आॅफ कामर्स के सभागार में एक अन्र्तराज्यीय अधिवेषण का आयोजन किया जा रहा है जिसमें राजस्थान, उŸार प्रदेष एवं बिहार राज्य के लगभग 22 जिलों के संगठन के प्रतिनिधि भाग लंेगे। इनत तमाम बातों की जानकारी प्रेस वार्ता में उपस्थित एक्षनएड से पंकज ष्वेताभ, असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन से महेन्द्र रौषन, विजयकान्त, सुनिल बासु, अभिषेक कुमार एवं राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण साझा अभियान से विजय गोयल नें संयुक्त रूप से दिया। 

इस प्रेस वार्ता को सम्बोधित करनें एवं संस्था व संगठनों के पहल को उत्साहवद्र्वन करनें हेतू माननीय दुलालचन्द गोस्वामी, पूर्व मंत्री श्रम संसाधन विभाग बिहार सरकार नें कहा कि असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन की सभी मांगे जायज हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार राज्य के आर्थव्यवस्था को मजबुत करनें हेतू असंगठित क्षेत्र के दायरे में 96 प्रतिषत कामगारों को उपयुक्त रोजगार, समुचित बुनियादी सुविधा, उनके लिए बने श्रमिक विधानों को सुनिष्चित करना सरकार की प्रमुख जबावदेही है, और मैं इनत माम संगठनों के पहल के साथ हॅंू। इस मौके पर उपस्थित श्री बिन्देष्वरी सिंह, प्रदेष अध्यक्ष, श्रमिक प्रकोष्ठ जदयु ने कहा कि संगठन नें पूर्व में भी असंगठित कामगारों एवं बन्धुआ मजदुरों के पुर्नवास हेतू बिहार मे काफी सराहनीय काम कर रहें हैं तथा इन संगठनों के तमाम माॅंगे असंगठित कामगारों व मुक्त बन्धुआ मजदुरों के हक में जायज है और हम सभी इस मुद्वे पर बिहार सरकार से बात सुयक्त रूप से करेगें।

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