पुलिस अधीक्षक ने दिलाई सुशासन की शपथ
पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने आज 26 दिसम्बर सुशासन दिवस पर प्रातः 11 बजे कलेक्टेªट परिसर में अधिकारी, कर्मचारियों को सुशासन की शपथ दिलाई। सुशासन शपथ का पुलिस अधीक्षक ने वाचन किया जिसका विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, संयुक्त कलेक्टर सुश्री माधवी नागेन्द्र समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों ने सुशासन की शपथ को दोहराया।
सुव्यवहार सुशासन की पहली कड़ी -पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी
- उत्तरदायित्व का निर्वहन निष्ठा और पारदर्शिता से करें
पू
र्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्चतम मापदण्डों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए उनके जन्म दिवस 25 दिसम्बर के एक दिन बाद अर्थात 26 दिसम्बर शनिवार की प्रातः 11 बजे सभी शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों के द्वारा अधीनस्थ अमले को सुशासन की शपथ दिलाई गई। इसके पश्चात् दोपहर 12 बजे से जिला पंचायत में सुशासन दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने कहा कि सुशासन की पहली कड़ी अधिकारी, कर्मचारियों का सुव्यवहार है। कार्यालयों में आने वाले पीडि़तों के साथ अच्छा व्यवहार करने पर पीडि़त के चेहरे पर प्रसन्नता जाहिर होती है और उसे आंतरिक आनंद की अनुभूति होती है। सुव्यवहार समाज को सुसंदेश देने का काम करता है जिसका उन्होंने उदाहरण सहित बताया। एसपी श्री चैधरी ने कहा कि आमजन परेशान ना हो उनके कार्य समय पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ हो इन ही तमाम बिन्दुओं को सुशासन प्रतिपादित करता है। उन्होंने शासकीय अमले से अपेक्षा जाहिर की कि शासन द्वारा उन्हें जो दायित्व, कर्तव्य सौंपे गए है का पूर्ण ईमानदारी से निर्वहन कर सुशासन की अवधारणा को कारगर साबित करें। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संजीव सिन्हा ने कहा कि जिम्मेदारियोें से समय सीमा में पूर्ण पारदर्शिता से किया गया कार्य सुशासन को परलिक्षित करता है। कार्यो की बिलम्वता हमारे कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाती है और यही से सुशासन की आवश्यकता प्रतीत होने लगती है। एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने कहा कि अधिकारी, कर्मचारियों को आमजनों की समस्याएं धैर्यतापूर्वक सुनना चाहिए। समस्या का समाधान कैसे संभव है की सुगम जानकारी देना चाहिए। आमजनों के काम समय पर हो यही सुशासन की पहली पहचान है। उन्होंने उत्तरदायित्व की भावना पूर्ण जिम्मेदारी, निष्ठा और पारदर्शिता से निर्वहन कर सुशासन के उद्धेश्य की पूर्ति का मूल मंत्र बताया। कार्यक्रम को जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री भूपेश गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा ने भी सम्बोधित किया। इससे पहले लोक सेवा गारंटी के जिला प्रबंधक श्री अमित अग्रवाल ने आयोजन के उद्धेश्यों को रेखांकित किया। सुशासन दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में संयुक्त कलेक्टर श्रीमती माधवी नागेन्द्र समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, पत्रकारगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ दीप्ति शुक्ला ने किया और आभार प्रदर्शन डीपीसी श्री विनोद चैधरी ने किया।
वात्सल्य विद्यालय की छात्राओं किंजल तथा आषी के साइन्स माॅडल का राष्ट्र स्तरीय स्पर्धा हेतु हुआ चयन
विदिषा-26 दिसम्बर 2015/स्थानीय प्रतिष्ठित षिक्षण संस्थान ‘‘वात्सल्य’’ विद्यालय की कक्षा 10वीं की 2 छात्राओं किंजल माहेष्वरी तथा आषी चतुर्वेदी का साइन्स माॅडल राष्ट्र स्तरीय स्पर्धा के लिए चयनित हुआ है। यह चयन सीबीएसई के क्षेत्रीय केन्द्र अजमेर (राजस्थान) अंतर्गत विभिन्न राज्यों के 120 सीबीएसई स्कूलों की इन्दौर में सम्पन्न तीन-दिवसीय प्रतियोगिता में हुआ। इस क्षेत्रीय स्पर्धा में सम्मिलित 120 स्कूलों में से 21 स्कूलों के माॅडलों का चयन दिल्ली में होने जा रही राष्ट्र स्तरीय स्पर्धा के लिए हुआ है। स्पष्ट है कि यह अप्रतिम उपलब्धि ना केवल किंजल माहेष्वरी तथा आषी चतुर्वेदी के लिए, बल्कि समूचे वात्सल्य विद्यालय परिवार सहित सम्पूर्ण विदिषा क्षेत्र और मध्यप्रदेष के लिए भी गर्व-गौरव का विषय है। वात्सल्य की प्राचार्य श्रीमती देवना अरोरा तथा उप प्राचार्या श्रीमती नम्रता अरोरा के मार्गदर्षन में इन दोनों छात्राओं ने अपना माॅडल इन्दौर में सम्पन्न क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा में प्रदर्षित किया। विद्यालय की प्राध्यापिका सुश्री पुनीता कन्हेरकर के निर्देषन में ये छात्राएं इन्दौर गईं। इस माॅडल की थीम ‘‘जीएसएम बेस्ड नेटवर्किंग इन एग्रीकल्चर (सिंचाई) सिस्टम’’ है। इस सिस्टम से मोबाइल पर ही खेत में नमी का पता लगाया जा सकता है और जरूरी होने पर इसी सिस्टम से घर बैठे मोबाइल द्वारा सिंचाई मोटर पम्प चालू अथवा बंद किया जा सकता है।


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