मुजफ्फरपुर,25 दिसम्बर, नेपाल के पूर्व मंत्री एवं मधेसी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा के अध्यक्ष राजेन्द्र महतो ने चीन की शह पर मधेसियों को प्रताड़ित करने का नेपाल सरकार पर आरोप लगाते हुए भारत सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। श्री महतो ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि नेपाल पुलिस मधेसियों पर अत्याचार कर रही है जिसके मद्देनजर करीब पांच महीने से चल रहे मधेसी आन्दोलन को समाप्त करवाने के लिए भारत सरकार के तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है।उन्होंने कहा,“ मधेसी नेपाल में सैकड़ों वर्षों से रह रहे हैं जिनकी आवाज दबाने के लिए नेपाल सरकार दमनकारी रवैया अपनाये हुए है।” मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि नेपाल सरकार का संविधान संशोधन करने का वादा पड़ोसी देश में वर्षों से रह रहे भारतीय मूल के लोगों को बरगलाने का एक प्रयास मात्र है ।उन्होंने कहा कि मधेसियों के लिए नये राज्य और उसे संविधान में शामिल करने की मांग जब तक पूरी नहीं हो जाती तब मधेसी आन्दोलन जारी रहेगा ।
श्री महतो ने कहा कि नेपाल सरकार ने मधेसियों के साथ 11 सूत्री समझौता किया था जिसे वर्तमान सरकार लागू नहीं कर रही है ।उन्होंने कहा कि सरकार पहले मधेसी राज्य बनाने और जनसंख्या के अनुपात में मधेसियों को संसद में प्रतिनिधित्व देने की घोषणा करे तभी आंदोलन को समाप्त करने के लिए वार्ता संभव होगी। मधेसी नेता ने कहा कि आन्दोलन के दौरान अब तक 200 से अधिक लोग पुलिस फायरिंग में मारे गये हैं लेकिन सरकार के दमनकारी रवैये के बावजूद मधेसियों का संघर्ष जायज मांग पूरी होने तक जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि आंदोलन के कारण नेपाल की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय हो गयी है लेकिन सरकार मधेसियों की न्यायोचित मांग पूरी करने के लिए तैयार नहीं है। नेपाल के पूर्व मंत्री ने कहा कि आंदोलन की रणनीति के तहत भारत से विराटनगर और सोनौली को जाने वाले मार्ग कल से बंद कर दिये जायेंगे।उन्होंने कहा कि नेपाल की जनता के हक में होगा यदि सरकार मधेसियों की उचित मांगें बगैर देरी किये पूरी कर दे ।

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